सभी के लिए जीवन की गरिमा सुनिश्चित करना हमारी सरकार की प्राथमिकता : नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री ने एम्स बिलासपुर राष्ट्र को समर्पित किया

त पांच अक्टूबर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय राजमार्ग-105 पर पिंजौर से नालागढ़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन का बनाने के लिए लगभग 31 किलोमीटर लंबी परियोजना की आधारशिला रखी, जिसकी लागत 1690 करोड़ रुपए है। श्री मोदी ने एम्स, बिलासपुर का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने नालागढ़ में लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क की आधारशिला भी रखी। श्री मोदी ने इसके बाद बांदला में गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन किया।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विजयादशमी के पावन अवसर पर सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह पावन पर्व सभी को हर बाधा को पार करते हुए संकल्पित ‘पंच प्रण’ के मार्ग पर चलने के लिए नई ऊर्जा प्रदान करेगा। श्री मोदी ने कहा कि विजयादशमी के अवसर पर हिमाचल में आने का अवसर मिलना भविष्य की हर जीत के लिए शुभ संकेत है।

हिमाचल प्रदेश में पिछले वर्षों में हुए विकास के बारे में चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह लोगों का वोट है जो सभी विकास कार्यों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार है। उन्होंने राज्य और केंद्र में लोगों के विश्वास को श्रेय दिया जिसने सभी विकास कार्यों को गति दी है।

उन्होंने कहा कि लंबे समय से यही सोच थी कि शिक्षा, सड़क, उद्योग, अस्पताल जैसी सुविधाएं बड़े शहरों के लिए ही होती हैं। जहां तक पहाड़ी इलाकों की बात है तो वहां मूलभूत सुविधाएं भी सबसे आखिर में पहुंचीं। श्री मोदी ने कहा कि इससे देश के विकास में भारी असंतुलन पैदा हो गया है।

पिछले आठ वर्षों में हिमाचल प्रदेश ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ
श्री मोदी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोग छोटी-छोटी बातों के लिए चंडीगढ़ या दिल्ली जाने को मजबूर हैं। हालांकि, पिछले 8 वर्षों में डबल इंजन सरकार ने वह सब बदल दिया। श्री मोदी ने कहा कि आज हिमाचल प्रदेश आईआईटी, आईआईएम और आईआईआईटी जैसे केंद्रीय विश्वविद्यालयों से लैस है। उन्होंने कहा कि एम्स, बिलासपुर भारत में चिकित्सा शिक्षा के शीर्ष स्थान पर है, इसलिए यह बिलासपुर की महिमा में वृद्धि करेगा। श्री मोदी ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में हिमाचल प्रदेश ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है। प्रधानमंत्री ने सरकार में कामकाज की बदली हुई शैली पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अब परियोजनाओं के लोकार्पण की स्पष्ट समय-सीमा के साथ शिलान्यास किया जाता है।

राष्ट्र निर्माण में हिमाचल प्रदेश के योगदान के बारे में बात करते हुए श्री मोदी ने कहा कि ‘राष्ट्र रक्षा’ में हमेशा से हिमाचल का बड़ा योगदान रहा है और अब बिलासपुर में नए एम्स के उद्घाटन के साथ यह ‘जीवन रक्षा’ में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है। श्री मोदी ने महामारी की चुनौती के बावजूद समय पर इसे पूरा करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकार की सराहना की।

परियोजनाओं का संक्षिप्त विवरण
हिमाचल प्रदेश में कई परियोजनाएं

राष्ट्रीय राजमार्ग-105 पर पिंजौर से नालागढ़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन का बनाने के लिए लगभग 31 किलोमीटर लंबी परियोजना की आधारशिला रखी, जिसकी लागत 1690 करोड़ रुपए है। यह सड़क परियोजना अंबाला, चंडीगढ़, पंचकूला और सोलन/शिमला से बिलासपुर, मंडी और मनाली की ओर जाने वाले यातायात के लिए एक प्रमुख संपर्क लिंक है। चार लेन के इस राष्ट्रीय राजमार्ग का लगभग 18 किमी का हिस्सा हिमाचल प्रदेश के अंतर्गत आता है और शेष भाग हरियाणा में पड़ता है। यह राजमार्ग हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक केंद्र नालागढ़-बद्दी में बेहतर परिवहन सुविधा सुनिश्चित करेगा और क्षेत्र में औद्योगिक विकास को भी गति देगा। इससे राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।

एम्स बिलासपुर

एम्स बिलासपुर के उद्घाटन के माध्यम से देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण और संकल्प को फिर से प्रदर्शित किया गया है। श्री मोदी ने अक्टूबर, 2017 में इसका शिलान्यास भी किया था। केंद्रीय क्षेत्र की योजना— प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत इसे स्थापित किया जा रहा है।

एम्स बिलासपुर, 1470 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित है। इस अत्याधुनिक अस्पताल में 18 स्पेशलिटी और 17 सुपर स्पेशियलिटी विभाग, 18 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 64 आईसीयू बेड के साथ 750 बेड शामिल है। यह अस्पताल 247 एकड़ में फैला है। यह 24 घंटे आपातकालीन और डायलिसिस सुविधाओं, अल्ट्रासोनोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई आदि जैसी आधुनिक डायग्नोस्टिक मशीनों, अमृत फार्मेसी और जन औषधि केंद्र और 30 बिस्तरों वाले आयुष ब्लॉक से सुसज्जित है।
अस्पताल ने हिमाचल प्रदेश के आदिवासी और दुर्गम आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए डिजिटल स्वास्थ्य केंद्र भी स्थापित किया है। साथ ही, काजा, सलूनी और केलांग जैसे दुर्गम आदिवासी और अधिक ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से अस्पताल द्वारा विशेषज्ञों द्वारा स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएंगी। इस अस्पताल में हर साल एमबीबीएस कोर्स के लिए 100 छात्रों और नर्सिंग कोर्स के लिए 60 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा।

गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज, बंदला

प्रधानमंत्री ने बंदला में गवर्नमेंट हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन किया। इस पर लगभग 140 करोड़ रुपये का व्यय होगा। इस कॉलेज से पनबिजली परियोजनाओं के लिए प्रशिक्षित कामगार उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। हिमाचल प्रदेश इस क्षेत्र में अग्रणी राज्यों में से एक है। इससे युवाओं के कौशल को बढ़ाने और पनबिजली क्षेत्र में रोजगार के पर्याप्त अवसर प्रदान करने में मदद मिलेगी।

मेडिकल डिवाइस पार्क, नालागढ़

प्रधानमंत्री ने नालागढ़ में लगभग 350 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले मेडिकल डिवाइस पार्क की आधारशिला भी रखी। इस मेडिकल डिवाइस पार्क में उद्योग स्थापित करने के लिए 800 करोड़ रुपये से अधिक के समझौता ज्ञापन पर पहले ही हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। इस परियोजना से क्षेत्र में रोजगार के अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।