वरिष्ठ भाजपा नेता और केरल भाजपा के पूर्व महामंत्री (संगठन) श्री पीपी मुकुंदन का 13 सितंबर को कोच्चि में स्वर्गवास हो गया। वह 77 वर्ष के थे।
उनका स्वर्गवास कोच्चि के अमृता अस्पताल में हुआ, जहां श्री पीपी मुकुंदन का श्वास संबंधी बीमारी का इलाज चल रहा था। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रचारक थे। वह केरल के कन्नूर के रहने वाले थे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, ”मुकुंदन जी को उनकी सादगी और कड़ी मेहनत के लिए याद किया जाएगा। जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग उनकी बुद्धिमत्ता और जमीनी स्तर पर स्थापित उनके संबंधों के लिए उनका सम्मान करते थे। वह ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने केरल में भाजपा को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की। उनके स्वर्गवास से दु:खी हूं।”
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा, “वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व प्रदेश महामंत्री (संगठन) श्री पीपी मुकुंदन जी का स्वर्गवास भाजपा परिवार के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके पास महान संगठनात्मक कौशल था और उन्होंने केरल में भाजपा को मजबूत करने में बहुत बड़ा योगदान दिया। दु:ख की इस घड़ी में मैं उनके परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।”
श्री मुकुंदन और श्री सीके पद्मनाभन को त्रिशूर जिला प्रचारक के तौर पर आपातकाल का विरोध करने के लिए 1975 में जेल में डाल दिया गया था। इसके अतिरिक्त उन्होंने प्रदेश भाजपा संगठन मंत्री का दायित्व भी निर्वहन किया। उन्होंने आरएसएस के विभिन्न स्तरों पर कार्य किया। उन्होंने 2005 तक जिम्मेदारी संभाली और वह 2007 तक भाजपा के लिए दक्षिण मंदिर के सचिव भी रहे।