सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह 23.8 प्रतिशत बढ़कर 8.98 लाख करोड़ रुपये हुआ

| Published on:

प्रत्यक्ष कर संग्रह, रिफंड के बाद शुद्ध संग्रह 7.45 लाख करोड़ रुपये रहा,
जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के शुद्ध संग्रह से 16.3 प्रतिशत अधिक है

केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा नौ अक्टूबर को जारी एक बयान के अनुसार 8 अक्टूबर, 2022 तक का प्रत्यक्ष कर संग्रह दर्शाता है कि सकल संग्रह 8.98 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के सकल संग्रह की तुलना में 23.8 प्रतिशत अधिक है। प्रत्यक्ष कर संग्रह, रिफंड के बाद शुद्ध संग्रह 7.45 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के शुद्ध संग्रह से 16.3 प्रतिशत अधिक है। यह संग्रह वित्त वर्ष 2022-23 के प्रत्यक्ष कर के कुल बजट अनुमान का 52.46 प्रतिशत है।

जहां तक सकल राजस्व संग्रह के संदर्भ में कॉर्पोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) की वृद्धि दर का संबंध है, सीआईटी के लिए वृद्धि दर 16.73 प्रतिशत रही, जबकि पीआईटी (एसटीटी सहित) की वृद्धि दर 32.30 प्रतिशत दर्ज की गयी। रिफंड के समायोजन के बाद सीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 16.29 प्रतिशत रही और पीआईटी संग्रह में शुद्ध वृद्धि 17.35 प्रतिशत (केवल पीआईटी)/16.25 प्रतिशत (एसटीटी सहित पीआईटी) है।

1 अप्रैल, 2022 से 8 अक्टूबर, 2022 की अवधि के दौरान 1.53 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी किए गए रिफंड की तुलना में 81.0 प्रतिशत अधिक है।