केरल में रा.स्व.संघ स्वयंसेवक आनंदन की हत्या

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केरल में वामपंथी-जेहादी आतंक का खूनी-खेल निरंतर जारी है। एक बार फिर 12 नवंबर को माकपा कार्यकर्ताओं ने त्रिशूर के गुरवायूर इलाके में रा.स्व.संघ के स्वयंसेवक श्री आनंदन की नृशंस हत्या कर दी। श्री आनंदन 23 वर्ष के थे। दरअसल, श्री आनंदन अपनी मोटरसाइकिल से जा रहे थे, तभी कार में सवार हमलावरों ने उसे टक्कर मारकर नीचे गिरा दिया और इसके बाद उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि श्री आनंदन मोटरसाइकिल से जा रहे थे, तभी कार में सवार माकपा कार्यकर्ताओं ने उस पर हमला किया, उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। श्री आनंदन ब्रह्मकुलम इलाके के रहने वाले थे।

केरल में वामपंथी हिंसा का कहर इस तथ्य से साफ स्पष्ट है कि 2001 के बाद से केरल में भाजपा के 120 कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं, जिसमें केवल कन्नूर में ही 84 मारे गए। सच तो यह है कि मुख्यमंत्री श्री पिनरायी विजयन के पिछले साल सत्ता संभालने के बाद से 16 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है।
इस नृशंस हत्या पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने कहा कि मैं गुरवायूर में रा.स्व.संघ के युवा स्वयंसेवक श्री आनंदन की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। सीपीएम कार्यकर्ताओं की लगातार हिंसा और ऐसी राजनीतिक हत्याओं में शामिल लोगों को संरक्षण अब देश के सामने है। मुख्यमंत्री श्री पिनरायी विजयन को जवाब देना चाहिए कि उनके शासन में आपराधिक तत्वों पर काबू पाने के लिए क्या किया जा रहा है? श्री शाह ने कहा कि माकपा कार्यकर्ताओं की हिंसा निरंतर जारी है और राष्ट्र यह जानता है कि इन हत्याओं को राजनैतिक संरक्षण भी प्राप्त है। गौरतलब है कि श्री अमित शाह ने पिछले माह केरल में भाजपा एवं रा.स्व.संघ के स्वयंसेवकों की हत्याओं के विरोध में 15 दिनों की जन रक्षा यात्रा निकाली थी।

केरल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री कुम्मनम राजशेखरन ने कहा कि पिनरायी विजयन के पिछले 16 महीने के कम्युनिस्ट शासनकाल में हमने 16 समर्पित कार्यकर्ताओं को खो दिया है। वामपंथी-जेहादी आतंकवाद की कोशिश यह है कि हमारे भावी नेताओं को पनपने से पहले ही उन्हें नष्ट कर दिया जाय। साथ ही श्री राजशेखरन ने यह भी कहा कि केरल में जंगलराज को उजागर करने के लिए सभी राष्ट्रवादी और प्रबुद्ध लोगों के सहयोग की जरूरत है।

@AmitShah

मैं गुरवायूर में आरएसएस के युवा स्वयंसेवक के आनंद की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। सीपीएम कार्यकर्ताओं की लगातार हिंसा और ऐसी राजनीतिक हत्याओं में शामिल लोगों को संरक्षण अब देश के सामने है। मुख्यमंत्री पी विजयन को जवाब देना चाहिए कि उनके शासन में आपराधिक तत्वों पर काबू पाने के लिए क्या किया जा रहा है।
— अमित शाह