भारत और मालदीव के बीच छह समझौतों पर हस्ताक्षर

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 सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पहले विदेशी दौरे पर 8 जून को मालदीव पहुंचे। उनकी यह यात्रा भारत की ‘पड़ोसी पहले’ की नीति को दी जा रही महत्ता को दर्शाती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी का माले हवाई अड्डे पर विदेश मंत्री श्री अब्दुल्ला शाहिद ने स्वागत किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता श्री रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘चिरकालीन दोस्ती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मादी मालदीव की राजधानी माले पहुंचे, जहां विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री पिछली बार यहां नवंबर 2018 में राष्ट्रपति (इब्राहिम मोहम्मद) सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में आए थे।’

प्रधानमंत्री श्री मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति श्री इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने 8 जून को कई मुद्दों पर बातचीत की। दोनों देशों ने रक्षा और समुद्र समेत महत्वपूर्ण क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए छह समझौतों पर हस्ताक्षर किए। पहला समझौता ज्ञापन (एमओयू) जल विज्ञान संबंधी मामलों के क्षेत्र में सहयोग के लिए किया गया। दूसरा करार स्वास्थ्य के क्षेत्र में किया गया। अन्य समझौते समुद्र मार्ग के जरिए यात्री और मालवाहक सेवाएं स्थापित करने, भारत के केंद्रीय परोक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड तथा मालदीव सीमा शुल्क सेवा के बीच सहयोग पर किए गए। यही नहीं, प्रधानमंत्री श्री मोदी को मालदीव का सर्वोच्च पुरस्कार ‘रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ से सम्मानित किया गया।

मालदीव की राजकीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने प्रेस वक्तव्य कहा कि आज मुझे मालदीव के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित करके आपने मुझे ही नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष को एक नया गौरव दिया है। निशान इज्जुद्दीन का सम्मान मेरे लिए हर्ष और गर्व का विषय है। यह मेरा ही नहीं बल्कि दोनों देशों के बीच मित्रता और घनिष्ठ संबंधों का सम्मान है। मैं इसे बड़ी विनम्रता और आभार के साथ सभी भारतीयों की ओर से स्वीकार करता हूं।

श्री मोदी ने कहा कि हमारे दोनों देशों को हिन्द महासागर की लहरों ने हजारों साल से घनिष्ठ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों में बांधा है। यह अटूट मित्रता मुश्किल समय में भी हमारी मार्गदर्शक बनी है। सन् 1988 में बाहरी हमला हो या सुनामी जैसी कुदरती आपदा या फिर हाल में पीने के पानी की कमी। भारत हमेशा मालदीव के साथ खड़ा रहा है और मदद के लिए सबसे पहले आगे आया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में संसदीय चुनाव और मालदीव में राष्ट्रपति और मजलिस के चुनावों के जनादेश से स्पष्ट है कि हमारे दोनों देशों के लोग स्थिरता और विकास चाहते हैं। ऐसे में, आम जन केंद्रित और समावेशी विकास तथा सुशासन की हमारी जिम्मेदारी और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।

श्री मोदी ने कहा कि मैंने अभी राष्ट्रपति सोलिह के साथ बहुत विस्तृत और उपयोगी विचार-विमर्श किया। हमने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों के साथ-साथ हमारे द्विपक्षीय सहयोग की विस्तार से समीक्षा की है। हमारी साझेदारी की भावी दिशा पर हमारे बीच पूर्ण सहमति है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति सोलिह, आपके पद ग्रहण करने के बाद से द्विपक्षीय सहयोग की गति और दिशा में मौलिक बदलाव आया है। दिसंबर 2018 की आपकी भारत की यात्रा के दौरान लिए गए निर्णयों को ठोस और समयबद्ध तरीके से लागू किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति सोलिह की भारत यात्रा के दौरान घोषित 1.4 अरब डॉलर के वित्तीय पैकेज से मालदीव की तत्कालीन वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति तो हुई ही है। साथ ही सोशल इम्पैक्ट के कई नए प्रोजेक्ट्स शुरू किए गए हैं और 800 मिलियन डॉलर की लाइन ऑफ़ क्रेडिट के अंतर्गत विकास कार्यों के नये रास्ते भी खुले हैं।

श्री मोदी ने कहा कि भारत और मालदीव के बीच विकास साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमने मालदीव के आम नागरिकों को लाभ पहुंचाने वाली परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया है।
प्रधानमंत्री की मालदीव की राजकीय यात्रा के दौरान हस्ताक्षर किए गए समझौतों/समझौता ज्ञापनों की सूची :

. क्रं.सं.          समझौता/एमओयू का नाम

1. भारतीय नौसेना और मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल के बीच हाइड्रोग्राफी के क्षेत्र में सहयोग के लिए एमओयू

2. भारत सरकार और मालदीव सरकार के बीच स्वास्थ्य के क्षेत्र में सहयोग पर एमओयू

3. भारत सरकार के जहाजरानी मंत्रालय एवं मालदीव सरकार के परिवहन एवं नागरिक उड्डयन मंत्रालय के बीच समुद्री मार्ग से यात्री एवं कार्गो सेवाओं की स्थापना के लिए एमओयू

4. भारत के केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड तथा मालदीव की कस्टम सेवाओं के बीच कस्टम क्षमता निर्माण में सहयोग के लिए एमओयू

5. राष्ट्रीय सुशासन केन्द्र, प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग और मालदीव के सिविल सर्वेंट्स के लिए प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण कार्यक्रम पर मालदीव सिविल सर्विस कमीशन के बीच एमओयू

6. भारतीय नौ सेना एवं मालदीव राष्ट्रीय सुरक्षा बल के बीच व्हाइट शिपिंग सूचना साझा करने पर तकनीकी समझौता