भारत जल्द ही दुनिया का सिरमौर बनकर रहेगा

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अनिल बलूनी

न्यु इण्डिया के संकल्प को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस शिद्दत और विजन के साथ आगे बढ़ रहे हैं, उससे लगता है भारत जल्द ही दुनिया का सिरमौर बनकर रहेगा। जनकल्याणकारी योजनाओं और सशक्त विदेश नीति के जरिए पीएम मोदी ने जो यश और कीर्ति अब तक तक हासिल की है, नए साल में उसका सिलसिला जारी है। इस बार प्रधानमंत्री मोदी जी के कुशल नेतृत्व पर मुहर लगाई है गैलप इंटरनेशनल ने। दरअसल गैलप इंटरनेशनल ने 50 देशों में लोगों से पूछे गए विभिन्न सवालों के आधार पर अपने वार्षिक सर्वेक्षण में पीएम मोदी को विश्व के टॉप नेताओं के तीसरे नंबर पर रखा है। अब तक यह मुकाम किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री को हासिल नहीं हुआ है। इस सर्वे में पीएम मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप, चीन के प्रेजिडेंट शी चिनफिंग, ब्रिटेन की पीएम टेरीजा मे जैसे दिग्गज नेताओं के ऊपर स्थान मिला है। इस सर्वे से एक बात फिर साबित हुई है कि पीएम मोदी की लोकप्रियता भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर भी उतनी ही प्रचंड है, जितनी देश के भीतर।

यह पहला मौका नहीं है जब पीएम मोदी की नीतियों, उनके व्यक्तित्व और कुशल नेतृत्व का लोहा वैश्विक संस्थानों ने माना है। इससे पहले पिछले साल वर्ल्ड बैंक ने भी मोदी सरकार की नीतियों और योजनाओं पर अपनी मुहर लगाई थी। इसके बाद अमेरिकी एजेंसी प्यू रिसर्च के सर्वे में भी मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर भरोसा दिखाते हुए पीएम मोदी को भारतीयों की पहली पसंद के तौर पर रखा था। मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर एक अन्य वैश्विक एजेंसी मूडीज ने अपनी मुहर लगाते हुए भारत की रेटिंग को बीएए3 से बढ़ाकर बीएए2 कर दिया था।

इन तमाम उपलब्धियों से न सिर्फ मोदी जी के कुशल नेतृत्व का लोहा माना गया है, बल्कि भारत का विश्व भर में मान सम्मान भी बढ़ा है। इसलिए ये कहना सही होगा कि ये तमाम सम्मान सवा सौ करोड़ भारतीयों की उम्मीदों और विश्वास का सम्मान भी हैं।

पीएम मोदी भी सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानियों के विश्वास, मान सम्मान और कल्याण को अपना संकल्प मानकर निरंतर भारत को प्रगति पथ पर आगे ले जा रहे हैं। इन सकारात्मक उपलब्धियों के पीछे मोदी सरकार की अथक मेहनत और दूरदर्शी आर्थिक नीतियों की बड़ी भूमिका रही है। जीएसटी औऱ नोटबंदी जैसा साहसिक फैसला लेना किसी साधारण नेतृत्व के बस की बात नहीं, लेकिन मोदी जी ने बिना राजनीतिक नफे-नुकसान के ऐसे फैसले लिए जिससे भारत के आर्थिक परिदृश्य में क्रांतिकारी कदम माना गया है। इन फैसलों को जिस तरह देश के नागरिकों ने खुलकर समर्थन दिया उसी तरह विदेशी एजेंसियां भी इसके महत्व को पहचानने लगी हैं। इन नीतियों से भारत में बिजनेस करना आसान होगा, निवेश के निए मौके मिलेंगे, भारत उत्पादन में आत्मनिर्भर बन सकेगा और इससे लाखों रोजगार पैदा हो सकेंगे।

दूसरी तरफ देश के नागरिकों के लिए मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं ने विश्वास का जो वातावरण पैदा किया है उसकी नींव तक को हिला पाना किसी के वश की बात फिलहाल तो नहीं। जन धन योजना, स्वच्छ भारत, मुद्रा लोन योजना, उज्जवला योजना ऐसे फैसले हैं, जिनसे लोगों की आर्थिकी के साथ सामाजिक स्तर में भी बड़ा बदलाव आया है।

मोदी सरकार की विदेश नीति का लोहा दुनिया भर में माना जा रहा है। आतंक का आका पाकिस्तान आज वैश्विक स्तर पर अलग थलग पड़ा है, अमेरिका ने भी पाकिस्तान पर नकेल कसी है। इसके पीछे मोदी जी की दूरदर्शी सोच और कूटनीति का साफ प्रभाव है। यूएन में फिलिस्तीन के पक्ष में वोट करने के बाद भी इजरायल आज भारत के करीबी मित्रों में बना हुआ है। इजरायली पीएम भी ताल टोककर ये बात कहते हैं कि भारत के एक वोट से इजरायल और भारत के दोस्ती पर कोई फर्क नहीं पड़ता, यह मोदी जी के करिश्माई व्यक्तित्व और आदर्श विदेश नीति का परिणाम है। डोकलाम में चीन से भिड़ने और चीन को वापस धकेलने से यह बात भी साबित होती है कि पड़ोसी देशों के साथ दोस्ती के कमिटमेंट को पूरा करने के लिए भारत किसी भी खतरे से खेल सकता है और इस तरह के साहसिक फैसले भी सिर्फ मोदी जी जैसे विरले लोग ही ले सकते हैं।

आतंकवाद और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण मसलों पर भी मोदी सरकार ने दूरदर्शिता का परिचय दिया है जिससे दुनिया की तमाम ताकतें आज भारत की तरफ उम्मीद की नजरों से देख रही हैं।

ये तमाम बातें दर्शाती हैं कि सबका साथ सबका विकास की अवधारणा पर आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न सिर्फ भारतीयों के लिए, बल्कि संपूर्ण विश्व के लोगों के लिए एक आइकन की तरह हैं और यही वजह है कि वैश्विक एजेंसियां नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच और उनके करिश्माई व्यक्तित्व के आगे सजदा कर रही हैं।

(लेखक भाजपा, मीडिया विभाग के प्रमुख हैं)