भारत की उपलब्धियां, हर भारतवासी की उपलब्धि है : नरेन्द्र मोदी

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इसी साल ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पास हुआ, जिसकी प्रतीक्षा बरसों से थी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 108वीं कड़ी में कहा कि यह 140 करोड़ भारतीयों की ताकत है कि इस वर्ष हमारे देश ने कई विशेष उपलब्धियां हासिल की हैं। इसी साल ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ पास हुआ, जिसकी प्रतीक्षा बरसों से थी। बहुत सारे लोगों ने पत्र लिखकर भारत के 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि आज भी कई लोग मुझे चंद्रयान-3 की सफलता को लेकर सन्देश भेजते रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भी हमने मिलकर प्रयास किया, हमारे देश की विकास यात्रा पर बहुत सकारात्मक प्रभाव हुआ। हमने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ और ‘मेरी माटी मेरा देश’ ऐसे सफल अभियान का अनुभव किया। इसमें करोड़ों लोगों की भागीदारी के हम सब साक्षी हैं। 70 हज़ार अमृत सरोवरों का निर्माण भी हमारी सामूहिक उपलब्धि है।

‘राष्ट्र प्रथम’ इससे बड़ा कोई मंत्र नहीं। इसी मंत्र पर चलते हुए हम भारतीय अपने देश को विकसित बनाएंगे, आत्मनिर्भर बनाएंगे

श्री मोदी ने 31 दिसंबर को प्रसारित ‘मन की बात’ के दौरान कहा कि भारत की उपलब्धियां, हर भारतवासी की उपलब्धि है। हमें पंच प्राणों का ध्यान रखते हुए भारत के विकास के लिए निरंतर जुटे रहना है। हम कोई भी काम करें, कोई भी फैसला लें, हमारी सबसे पहली कसौटी यही होनी चाहिए कि इससे देश को क्या मिलेगा, इससे देश का क्या लाभ होगा। ‘राष्ट्र प्रथम’ इससे बड़ा कोई मंत्र नहीं। इसी मंत्र पर चलते हुए हम भारतीय अपने देश को विकसित बनाएंगे, आत्मनिर्भर बनाएंगे।

अयोध्या में राम मंदिर को लेकर पूरे देश में उत्साह

श्री मोदी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर को लेकर पूरे देश में उत्साह है, उमंग है। लोग अपनी भावनाओं को अलग अलग तरह से व्यक्त कर रहे हैं। आपने देखा होगा, बीते कुछ दिनों में श्री राम और अयोध्या को लेकर कई सारे नए गीत, नए भजन, बनाये गए हैं। बहुत से लोग नई कविताएं भी लिख रहे हैं। इसमें बड़े-बड़े अनुभवी कलाकार भी हैं, तो नए उभरते युवा साथियों ने भी मन को मोह लेने वाले भजनों की रचना की है।

उन्होंने कहा कि कुछ गीतों और भजनों को तो मैंने भी अपने सोशल मीडिया पर साझा किया है। ऐसा लगता है कि कला जगत अपनी अनूठी शैली में इस ऐतिहासिक क्षण का सहभागी बन रहा है।

सावित्रीबाई फुले और रानी वेलु नाचियार

श्री मोदी ने कहा कि हमारी भारतभूमि को हर कालखंड में देश की विलक्षण बेटियों ने गौरव से भर दिया है। सावित्रीबाई फुले जी और रानी वेलु नाचियार जी देश की ऐसी ही दो विभूतियां हैं। उनका व्यक्तित्व ऐसे प्रकाश स्तम्भ की तरह है, जो हर युग में नारी शक्ति को आगे बढ़ाने का मार्ग दिखाता रहेगा। आज से कुछ ही दिनों बाद 3 जनवरी को हम सभी इन दोनों की जन्म-जयंती मनाएंगे।

उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई फुले जी का नाम आते ही सबसे पहले शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में उनका योगदान हमारे सामने आता है। वे हमेशा महिलाओं और वंचितों की शिक्षा के लिए जोरदार तरीके से आवाज उठाती रहीं। वे अपने समय से बहुत आगे थीं और उन गलत प्रथाओं के विरोध में हमेशा मुखर रहीं। शिक्षा से समाज के सशक्तीकरण पर उनका गहरा विश्वास था।

श्री मोदी ने कहा कि महात्मा फुले जी के साथ मिलकर उन्होंने बेटियों के लिए कई स्कूल शुरू किए। उनकी कविताएं लोगों में जागरूकता बढ़ाने और आत्मविश्वास भरने वाली होती थीं। लोगों से हमेशा उनका यह आग्रह रहा कि वे जरुरत में एक-दूसरे की मदद करें और प्रकृति के साथ भी समरसता से रहें। वे कितनी दयालु थीं, इसे शब्दों में नहीं समेटा जा सकता। जब महाराष्ट्र में अकाल पड़ा, तो सावित्रीबाई और महात्मा फुले ने जरुरतमंदों की मदद के लिए अपने घरों के दरवाजे खोल दिए। सामाजिक न्याय का ऐसा उदाहरण विरले ही देखने को मिलता है।

उन्होंने कहा कि विदेशी शासन के खिलाफ़ संघर्ष करने वाली देश की कई महान विभूतियों में से एक नाम रानी वेलु नाचियार का भी है। तमिलनाडु के मेरे भाई-बहन आज भी उन्हें वीरा मंगई यानी वीर नारी के नाम से याद करते हैं। अंग्रेजों के खिलाफ़ रानी वेलु नाचियार जिस बहादुरी से लड़ीं और जो पराक्रम दिखाया, वो बहुत ही प्रेरित करने वाला है।