प्रधानमंत्री की जापान यात्रा
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जापान के प्रधानमंत्री श्री फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर 23-24 मई, 2022 के बीच टोक्यो, जापान की सफल यात्रा की। इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान श्री मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन में भाग लिया। साथ ही, उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति श्री जोसेफ बिडेन, ऑस्ट्रेलिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री श्री एंथनी अल्बनीज और जापान के प्रधानमंत्री श्री फुमियो किशिदा से महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठकें भी कीं
समृद्धि के लिए भारत-प्रशांत आर्थिक रूपरेखा पर विचार-विमर्श
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जापान के प्रधानमंत्री श्री फुमियो किशिदा के आमंत्रण पर 23 मई को टोक्यो, जापान पहुंचे। श्री मोदी ने इसी दिन टोक्यो में समृद्धि के लिए भारत-प्रशांत आर्थिक रूपरेखा (इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रॉस्पेरिटी- आईपीईएफ) के बारे में चर्चा शुरू करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम में अमेरिका के राष्ट्रपति श्री जोसेफ आर. बाइडेन और जापान के प्रधानमंत्री श्री फुमियो किशिदा भी शामिल हुए। इसके साथ-साथ अन्य भागीदारी देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया, ब्रुनेई, इंडोनेशिया, कोरिया गणराज्य, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड और वियतनाम के नेताओं की वर्चुअल उपस्थिति रही।
कार्यक्रम के दौरान एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया जिसमें आईपीईएफ में कल्पना किए गए प्रमुख तत्वों पर प्रकाश डाला गया है। आईपीईएफ हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में लचीलापन, स्थिरता, समग्रता, आर्थिक विकास, निष्पक्षता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के उद्देश्य से भागीदार देशों के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत बनाना चाहता है।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आईपीईएफ की घोषणा हिन्द-प्रशांत क्षेत्र को वैश्विक आर्थिक प्रगति का वाहक बनाने के लिए सामूहिक इच्छा की घोषणा है।
टोक्यो में व्यापार गोलमेज सम्मेलन
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 23 मई, 2022 को टोक्यो में जापानी व्यापार जगत की अग्रणी हस्तियों के साथ एक गोलमेज बैठक की अध्यक्षता की। इस आयोजन में 34 जापानी कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों और सीईओ ने भाग लिया। इनमें से अधिकांश कंपनियों का भारत में निवेश और संचालन है। इस बात पर जोर देते हुए कि भारत और जापान स्वाभाविक साझेदार हैं, प्रधानमंत्री ने भारत-जापान संबंधों की अपार संभावनाओं के ब्रांड एंबेसडर के रूप में व्यापारिक समुदाय की सराहना की।
प्रवासी भारतीयों को संबोधन
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 23 मई को जापान में 700 से अधिक प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया और उनके साथ बातचीत की। कार्यक्रम से पहले श्री मोदी ने जापानी इंडोलॉजिस्ट, खिलाड़ियों और सांस्कृतिक कलाकारों से मुलाकात की, जो भारत और जापान के बीच सांस्कृतिक संबंधों और एक दूसरे के देश के लोगों की आवाजाही को बढ़ावा देने में योगदान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री ने जापान में प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार विजेताओं से भी मुलाकात की। जापान में 40,000 से अधिक प्रवासी भारतीय हैं।
क्वाड शिखर सम्मेलन में भागीदारी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 24 मई, 2022 को जापान के टोक्यो में चार देशों के प्रमुखों (क्वाड लीडर्स) की शिखर बैठक में भाग लिया, जिसमें जापान के प्रधानमंत्री श्री फुमियो किशिदा, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति श्री जोसेफ आर. बाइडेन और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री श्री एंथनी अल्बनीस शामिल थे। चार देशों के प्रमुखों की यह दूसरी व्यक्तिगत बैठक थी, जबकि क्वाड की अब तक कुल चार बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं। मार्च, 2021 में पहली वर्चुअल बैठक; सितंबर, 2021 में वाशिंगटन डीसी में शिखर बैठक और मार्च, 2022 में तीसरी वर्चुअल बैठक आयोजित की गयी थी।
राजनेताओं ने एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी भारत-प्रशांत क्षेत्र तथा संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने भारत-प्रशांत क्षेत्र के घटनाक्रमों और यूरोप में संघर्ष पर अपने दृष्टिकोण साझा किये। श्री मोदी ने शत्रुता की समाप्ति, वार्ता और कूटनीति को फिर से शुरू करने की आवश्यकता पर भारत की सुसंगत व सैद्धांतिक स्थिति पर प्रकाश डाला। राजनेताओं ने वर्तमान में चल रहे क्वाड सहयोग और भविष्य के प्रति उनके दृष्टिकोण पर भी चर्चा की।
राजनेताओं ने आतंकवाद का मुकाबला करने की अपनी इच्छा दोहराई, छद्म आतंकवादियों के उपयोग की निंदा की और आतंकवादी समूहों को किसी भी लॉजिस्टिक्स, वित्तीय या सैन्य सहायता से इनकार करने के महत्व पर जोर दिया, जिसका उपयोग सीमा पार के हमलों सहित आतंकवादी हमलों को शुरू करने या योजना बनाने के लिए किया जा सकता है।
भारत-प्रशांत क्षेत्र में आपदाओं के खिलाफ अधिक प्रभावी और समय पर जबावी प्रतिक्रिया को सक्षम करने के लिए राजनेताओं द्वारा मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) पर एक क्वाड पार्टनरशिप की घोषणा की गई।
प्रधानमंत्री मोदी की जापान के प्रधानमंत्री के साथ बैठक
भारत-अमेरिका व्यापक रणनीतिक वैश्विक साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने की प्रतिबद्धता के लिए एक साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 24 मई को जापान के प्रधानमंत्री श्री फुमियो किशिदा के साथ द्विपक्षीय बैठक की। प्रधानमंत्री श्री किशिदा ने प्रधानमंत्री श्री मोदी के सम्मान में रात्रिभोज का भी आयोजन किया। दोनों प्रधानमंत्रियों ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के साथ-साथ कुछ क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर सार्थक विचार-विमर्श किया।
दोनों नेताओं ने सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला और इस संबंध में अगली पीढ़ी की संचार प्रौद्योगिकियों के विकास में दोनों पक्षों के निजी क्षेत्रों के बीच अधिक सहयोग को प्रोत्साहित करने पर सहमत हुए। उन्होंने 5जी, बियॉन्ड 5जी और सेमीकंडक्टर्स जैसी महत्वपूर्ण एवं उभरती प्रौद्योगिकियों में सहयोग की संभावनाओं पर भी चर्चा की। दोनों प्रधानमंत्रियों ने हरित हाइड्रोजन सहित स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में गहरे सहयोग पर भी सहमति व्यक्त की तथा इस संबंध में दोनों देशों के व्यापारिक संस्थानों के बीच और अधिक पारस्परिक सहयोग को प्रोत्साहित किया।
अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति श्री जोसेफ आर. बाइडेन के साथ 24 मई को टोक्यो में मुलाकात की। दोनों नेता गर्मजोशी से मिले और उनके बीच उपयोगी बातचीत हुई। बैठक के ठोस परिणाम निकले जिससे द्विपक्षीय साझेदारी और गहरी होगी तथा उसे गति मिलेगी।
भारत-अमेरिका व्यापक रणनीतिक वैश्विक साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन और नियम आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखने की प्रतिबद्धता के लिए एक साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय एजेंडा में सभी क्षेत्रों में हुई प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त की।
दोनों नेताओं ने निवेश प्रोत्साहन समझौते पर हस्ताक्षर होने का स्वागत किया जो यूएस डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन को साझा प्राथमिकता वाले क्षेत्रों जैसे सम्पूर्ण स्वास्थ्य, नवीकरणीय ऊर्जा, एसएमई, बुनियादी ढांचा आदि में भारत में निवेश सहायता प्रदान करना जारी रखने में सक्षम बनाता है।
दोनों पक्षों ने भारत-अमेरिका परिणामोन्मुखी सहयोग को सुविधाजनक बनाने के लिए महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकियों (आईसीईटी) पर पहल की शुरुआत की। भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय और यू.एस. नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के सह-नेतृत्व में आईसीईटी एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग, 5जी/6जी, बायोटेक, अंतरिक्ष और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों की सरकारों के बीच शिक्षा और उद्योग में घनिष्ठ संबंध स्थापित होंगे।
यह देखते हुए कि रक्षा और सुरक्षा सहयोग भारत-अमेरिका द्विपक्षीय एजेंडा का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, दोनों पक्षों ने चर्चा की कि वे सहयोग को और कैसे मजबूत कर सकते हैं। इस संदर्भ में प्रधानमंत्री ने ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत भारत में निर्माण करने के लिए अमेरिकी उद्योग को भारत के साथ साझेदारी करने के लिए आमंत्रित किया, जो दोनों देशों के लिए परस्पर लाभकारी हो सकता है।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री के साथ विचार-विमर्श
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने टोक्यो में 24 मई को क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन के मौके पर ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री श्री एंथनी अल्बनीज के साथ एक द्विपक्षीय बैठक में हिस्सा लिया। दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, रक्षा निर्माण, हरित हाइड्रोजन सहित अक्षय ऊर्जा ऊर्जा, शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, कृषि अनुसंधान, खेल और जन-जन के बीच संबंधों सहित व्यापक रणनीतिक साझेदारी के तहत बहुआयामी सहयोग की समीक्षा की।
प्रधानमंत्री की जापान-भारत संघ के साथ बैठक
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 24 मई को टोक्यो में जापान के पूर्व प्रधानमंत्रियों— श्री योशिरो मोरी और श्री शिंजो आबे से मुलाकात की। श्री योशिरो मोरी जापान-भारत संघ (जेआईए) के वर्तमान अध्यक्ष हैं, जबकि श्री शिंजो आबे शीघ्र ही इस भूमिका को संभालेंगे। 1903 में स्थापित जेआईए जापान के सबसे पुराने मैत्री संघों में से एक है।
नेताओं ने भारत-जापान विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी के व्यापक कैनवास के साथ-साथ शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध हिंद-प्रशांत के लिए भारत और जापान के साझा दृष्टिकोण पर भी चर्चा की। सांस्कृतिक और जन-जन के बीच संबंधों को और बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की गई।