विधानसभा चुनाव परिणाम 2022
भारतीय जनता पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए प्रदेश की 182 सीटों में से 156 सीटों पर जीत दर्ज की। इन चुनावों में विपक्षी दल कांग्रेस को जनता ने नकार दिया तथा इसे 20 से भी कम सीटें मिलीं। वहीं गुजरात की राजनीति में प्रवेश करने वाली आम आदमी पार्टी को पांच सीटें प्राप्त हुईं। भाजपा शासित गुजरात के सभी 33 जिलों के लिए एक और पांच दिसंबर को दो चरणों में मतदान हुआ। इन चुनावों में कुल 70 राजनीतिक दल और 624 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में थे। 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा को 99 सीटें तथा कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं, जबकि दो सीटें बीटीपी, एक एनसीपी और तीन निर्दलीय ने जीती थीं
गुजरात में 27 वर्षों तक शासन करने के बावजूद भाजपा ने 08 दिसंबर, 2022 को घोषित गुजरात विधानसभा चुनावों में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 182 विधानसभा सीटों में से 156 सीटें जीतकर सातवीं बार सत्ता में वापसी की और 52.5 प्रतिशत मत हासिल किये। इस बार सत्तारूढ़ भाजपा ने 2002 में मुख्यमंत्री के रूप में श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जीती गई 127 सीटों के अपने पिछले रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया।
प्रदेश में शानदार प्रदर्शन करते हुए भाजपा ने अपने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को 17 सीटों के अब तक के सबसे खराब प्रदर्शन तक सीमित कर दिया। वहीं आम आदमी पार्टी के सरकार बनाने के लंबे-चौड़े दावों को खोखला साबित कर उसे केवल पांच सीटों पर संतोष करना पड़ा। कांग्रेस पार्टी को मात्र 27.3 प्रतिशत प्राप्त हुए। यह वही पार्टी है जिसे 1985 में 149 सीटें मिली थीं, आज उसका मत प्रतिशत भाजपा से लगभग आधा है, जबकि आप को 12.9 प्रतिशत मत मिले। इन दोनों दलों का कुल मत प्रतिशत भी भाजपा के मत प्रतिशत से कम है, यह बात ही प्रदेश में भाजपा की विशाल जीत को प्रमाणित करती है।
चुनाव परिणामों के बाद कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, “मैं अभूतपूर्व चुनाव परिणामों को देखकर बहुत अभिभूत हूं। लोगों ने विकास की राजनीति को आशीर्वाद दिया है और साथ ही इच्छा व्यक्त की कि विकास की यह गति ऐसे ही कायम रहे। मैं गुजरात की जनता को नमन करता हूं।”
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने घाटलोडिया विधानसभा सीट को 1.92 लाख वोटों के अंतर से जीता और उन्हें 83 प्रतिशत से अधिक मत हासिल हुए। श्री पटेल 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे। इस शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा सहित अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
भाजपा को मिले 50 प्रतिशत से अधिक मत
भाजपा की ‘भव्य जीत’ चुनावी रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रदेश के चुनावों में 50 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करना एक दुर्लभ चुनौती है। गुजरात में भाजपा की लगातार सातवीं शानदार जीत ने, जहां प्रदेश में पार्टी की ताकत को कई गुना बढ़ा दिया, वहीं देश में पार्टी की लोकप्रियता में भारी बढ़ोतरी हुई।
परिणामों से पता चलाता है कि भाजपा ने पूरे पाटीदार समुदाय के मतों को फिर से हासिल किया, जो प्रदेश की ग्रामीण, आदिवासी और ओबीसी सीटों का बहुमत है। पार्टी ने प्रदेश में अल्पसंख्यक बहुल सीटों पर भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया। श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इस बार भाजपा ने प्रदेश में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया। साथ ही, इसने कांग्रेस और आप को गुजरात की राजनीति के हाशिए पर ला दिया।
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में भाजपा के वोट शेयर में काफी सुधार हुआ है। गुजरात में सत्ता-समर्थक लहर विपक्ष के उम्मीदवारों को बहा ले गई, जो प्रदेश के किसी भी हिस्से में भाजपा उम्मीदवारों के जीत के अंतर पर मामूली प्रभाव भी नहीं डाल सके।
कांग्रेस का निराशाजनक प्रदर्शन
यह कांग्रेस के लिए एक दयनीय प्रदर्शन है, जिसने 1985 में माधवसिंह सोलंकी के नेतृत्व में प्रदेश विधानसभा की कुल 182 सीटों में से रिकॉर्ड 149 सीटों पर जीत हासिल की थी। 2017 के पिछले विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थी और उससे 41.5 प्रतिशत मत हासिल हुए थे, जबकि भाजपा की 99 सीटें थीं और पार्टी को 49.1 प्रतिशत मिले थे।