केंद्रीय गृह मंत्री का मिजोरम व बिहार प्रवास
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने एक अप्रैल को मिज़ोरम की राजधानी आइज़ॉल में 2,415 करोड़ रुपये के अनेक विकास कार्यों का लोकार्पण एवं उद्घाटन किया। इस अवसर पर मिज़ोरम के मुख्यमंत्री श्री ज़ोरामथांगा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में श्री शाह ने कहा कि आज मिज़ोरम के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि आज यहां असम राइफल्स के नए बटालियन मुख्यालय का उद्घाटन हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार और मिज़ोरम सरकार राज्य की जनता की सेवा के प्रति कटिबद्ध हैं और इसी दिशा में आज यहां लगभग 2500 करोड़ रुपये की अलग-अलग 11 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास हुआ है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि मिज़ोरम के सर्वांगीण विकास के लिए लगभग 1200 करोड़ रुपये की लागत से 4 नई सड़क परियोजनाओं का भी आज यहां शिलान्यास हुआ है, जिससे मिज़ोरम के उद्योग और व्यापार और मिज़ोरम और म्यांमार के बीच व्यापार में भी काफी वृद्धि होगी।
श्री शाह ने कहा कि एक ज़माने में यहां संघर्ष होता था और गोलियां चलती थीं और आज श्री ज़ोरामथांगा जी यहां के मुख्यमंत्री हैं, यही भारत के लोकतंत्र की सफलता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। उन्होंने नॉर्थईस्ट में थोड़े-बहुत हिंसा में लिप्त संगठनों से मेनस्ट्रीम में आने, लोकतांत्रिक प्रक्रिया हिस्सा बनने और भारत और नॉर्थईस्ट के विकास में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज मिज़ोरम में जो शांति स्थापित हुई है, वो भारत के लोकतंत्र की सफलता का एक अभूतपूर्व उदाहरण है।
श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज पूरा नॉर्थईस्ट शांति, स्थिरता और विकास के नए रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक समय में नॉर्थईस्ट में उग्रवादी समूहों द्वारा हिंसा फैलायी जा रही थी, रेल, सड़क और हवाई संपर्क की कमी थी और विकास का नामोनिशान नहीं था, लेकिन पिछले 9 सालों में मोदीजी के नेतृत्व में भारत सरकार के प्रयासों और नॉर्थईस्ट की जनता के सहयोग से पूर्वोत्तर में शांति आई है, कनेक्टिविटी बढ़ी है और भारत के अन्य हिस्सों जितना ही विकास हुआ है। श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार पूरे पूर्वोत्तर को विवादमुक्त, उग्रवादमुक्त और शांति से युक्त बनाने के प्रयास कर रही है।
‘बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति दयनीय है’
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह ने दो अप्रैल, 2023 को नवादा, बिहार के हिसुआ स्थित इंटर विद्यालय के मैदान में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित किया और बिहार की बदहाल कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए राजद-जदयू-कांग्रेस की सरकार पर जमकर हमला बोला। कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं विधान परिषद् में नेता प्रतिपक्ष श्री सम्राट चौधरी, केंद्रीय मंत्री श्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री श्री नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री श्री अश्विनी चौबे, केंद्रीय मंत्री श्री रावसाहेब पाटिल दानवे, संगठन महामंत्री श्री भीखूभाई दलसानिया, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, बिहार प्रदेश भाजपा सह प्रभारी श्री हरीश द्विवेदी एवं श्री सुनील ओझा सहित कई वरिष्ठ पार्टी नेता एवं पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे।
जनसैलाब को संबोधित करते हुए श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं भाजपा के प्रति बिहार की जनता के विश्वास, प्यार और समर्थन से स्पष्ट है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार की सभी 40 की 40 सीटों पर कमल खिलेगा और 2025 के विधानसभा चुनाव में भी पूर्ण बहुमत से बिहार में भाजपा की सरकार बनेगी।
उन्होंने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार बुरी नीयत और बुरी नीति वाली सरकार है। बिहार की राजद-जदयू-कांग्रेस सरकार एक ‘BAD’ सरकार है – B से भ्रष्टाचार, A से अराजकता और D से दमन। मतलब, बिहार की महागठबंधन सरकार भ्रष्टाचार, अराजकता और दमन की प्रतीक एक ‘बैड’ सरकार है। इस बुरी सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बिहार की जनता ने बना लिया है।
उन्होंने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार के सहयोगी विधायक भी हर रोज नीतीश कुमार का विरोध कर रहे हैं, क्योंकि वे भी जनता के विरोध का सामना कर रहे हैं। मैं आज बिहार की जनता को स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि नीतीश कुमार और जदयू के लिए एनडीए के दरवाजे हमेशा हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं। बिहार की जनता भी चाहती है कि नीतीश कुमार को वापस एनडीए में नहीं लिया जाए।
श्री शाह ने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति दयनीय है। बिहारशरीफ, नालंदा, सासाराम— हर जगह आग लगी हुई है। समग्र बिहार इसकी चिंता कर रहा है। आप एक बार बिहार में भाजपा की पूर्ण बहुमत सरकार बना दीजिये, हमारी सरकार दंगा करने वालों को उलटा लटका कर सीधा करने का काम करेगी। हम तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति नहीं करते। हमारे शासन में दंगे नहीं होते।