राष्ट्र को समर्पित हुआ राष्ट्रीय युद्ध स्मारक

| Published on:

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 25 फरवरी को नई दिल्ली में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक राष्ट्र को समर्पित करने हेतु अखंड ज्योति प्रज्जवलित की तथा स्मारक के विभिन्न खंडों को देखा। नई दिल्ली में इंडिया गेट के पास राष्ट्रीय युद्ध स्मारक हमारे जवानों के लिए एक सच्ची श्रद्धांजलि है, जिन्होंने आजादी के बाद देश की रक्षा के लिए अपना जीवन उत्सर्ग कर दिया। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक उन सैनिकों को भी स्मरण करता है, जिन्होंने शांतिवाहिनी मिशनों और अराजकता विरोधी अभियानों में सर्वोच्च बलिदान दिया था।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री ने 2014 में एक अत्याधुनिक विश्वस्तरीय स्मारक के रूप में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का अपना विज़न प्रस्तुत किया था। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के विन्यास में चार संकेंद्री वृत्त शामिल हैं, जिनके नाम हैं ‘अमर चक्र’, ‘वीरता चक्र’, ‘त्याग चक्र’ और ‘रक्षक चक्र’। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक परिसर में एक केंद्रीय चतुष्कोण स्तंभ, एक शाश्वत लौ और भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा लड़ी गई प्रसिद्ध लड़ाइयों को दर्शाती छह कांस्य भित्ति चित्र शामिल हैं।

परमवीर चक्र के 21 पुरस्कार विजेताओं की अर्धप्रतिमा परम योद्धा स्टाल पर लगाई गई हैं, जिसमें तीन जीवित पुरस्कार विजेता सूबेदार (मानद कैप्टन) बाना सिंह (सेवानिवृत्त), सूबेदार मेजर योगेंद्र सिंह यादव और सूबेदार संजय कुमार शामिल हैं। राष्ट्रीय युद्ध स्मारक शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि देने के लिए एक कृतज्ञ राष्ट्र की सामूहिक आकांक्षा की परिणति का प्रतिनिधित्व करता है।