भारत का कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का निर्यात वित्त वर्ष 2021-22 के अप्रैल-फरवरी में 21.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया

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कोविड-19 महामारी की चुनौतियों के बावजूद कृषि तथा प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) ने चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों के दौरान 21.5 बिलियन डॉलर के बराबर के कृषि तथा प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों का सफलतापूर्वक निर्यात किया तथा यह चालू वित्त वर्ष के दौरान 23.71 बिलियन डॉलर के वार्षिक लक्ष्य को अर्जित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा 25 मार्च को जारी एक बयान के अनुसार सबसे अधिक विदेशी मुद्रा अर्जित करने वाले के रूप में एपीडा द्वारा अभी तक 8.67 बिलियन डॉलर के चावल निर्यात लक्ष्य का 91 प्रतिशत अर्जित किया जा चुका है। भारत ने 8.62 बिलियन डॉलर के बराबर का चावल निर्यात किया है, जबकि अन्य अनाजों के निर्यात ने 847 मिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य की तुलना में 105 प्रतिशत की छलांग लगाई है।

गेहूं के निर्यात में वित्त वर्ष 2021-22 के अप्रैल-जनवरी के दौरान 1742 मिलियन डॉलर की भारी बढ़ोतरी देखी गई, जो वित्त वर्ष 2020-21 की समान अवधि की तुलना में 387 प्रतिशत अधिक है जब इसने 358 मिलियन डॉलर के स्तर को छुआ था।

प्रसंस्कृत फल तथा सब्जियों का निर्यात वित्त वर्ष 2021-22 के अप्रैल-जनवरी के दौरान 11 प्रतिशत बढ़कर 1269 मिलियन डॉलर हो गया। वित्त वर्ष 2020-21 के अप्रैल-जनवरी के दौरान यह आंकड़ा 1143 मिलियन डॉलर दर्ज किया गया था।

अनाज तैयारी तथा विविध प्रसंस्कृत मदों का निर्यात 2036 मिलियन डॉलर के बराबर का हुआ है जो चालू वित्त वर्ष के फरवरी तक 2102 मिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य का 89 प्रतिशत है, जबकि मांस, डेयरी तथा उत्पादों का निर्यात 3771 मिलियन डॉलर दर्ज किया गया है जो फरवरी, 2022 तक 4205 मिलियन डॉलर के निर्यात लक्ष्य का 82 प्रतिशत है।