भाजपा गठबंधन असम में प्रचंड बहुमत के साथ फिर से सरकार बनाने जा रहा है: जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 30 मार्च को असम में नलबाड़ी के धर्मपुर और ढुबरी के बिलासीपारा में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कहा कि असम में कांग्रेस घुसपैठ, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण का पर्याय बन कर रह गई है जबकि भाजपा ने माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विगत पांच वर्षों में ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ के सूत्र को जमीन पर चरितार्थ कर के दिखाया है।

श्री नड्डा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने विकास की किसी भी योजना में न कोई जाति देखी, न कोई समुदाय देखा और न ही कोई क्षेत्र विशेष देखा। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी नरेन्द्र जी की हर योजना देश के गाँव, गरीब और किसान को समर्पित हैं चाहे वह आयुष्मान भारत हो, किसान सम्मान निधि हो, स्वच्छ भारत योजना हो, उज्ज्वला योजना हो, उजाला योजना हो, सौभाग्य योजना हो या पीएम आवास योजना हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मानसिक रूप से दिवालियेपन की शिकार हो गई है। ऐसा इसलिए क्योंकि केरल में कांग्रेस मुस्लिम लीग के साथ चुनाव लड़ रही है तो पश्चिम बंगाल में उसने फुरफुरा शरीफ और असम में बदरुद्दीन अजमल के साथ समझौता किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस असम में बदरुद्दीन अजमल का गुणगान कर रही है। राहुल गाँधी कहते हैं कि असम की पहचान बदरुद्दीन अजमल है। असम की पहचान श्रद्धेय गोपीनाथ बोरदोलोई जी है, श्रद्धेय भूपेन हजारिका हैं, श्रीमंत शंकर देव और श्रीमंत माधव देव जैसे महान व्यक्तित्व हैं। जो समाज को बांटने की राजनीति करे, अवैध घुसपैठ का समर्थन करे, वह बदरुद्दीन अजमल कभी भी असम की पहचान नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सदैव समाज को जाति, धर्म और क्षेत्र के आधार पर बांट कर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश की। कांग्रेस लोगों को बांटने का काम करती है जबकि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी सबको साथ लेकर सबका विकास करने के सिद्धांत पर चलती है। कांग्रेस के लिए तुष्टिकरण अहम् है जबकि भारतीय जनता पार्टी के लिए असम की संस्कृति और भाषा का सम्मान एवं संरक्षण ही धर्म है। 

कांग्रेस पर हमला करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि एक ओर हम माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में असम के विकास के लिए काम करने वाले लोग हैं तो वहीं दूसरी ओर नारा लगाकर लोगों को धोखा देने वाली कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक ट्वीट किया है कि जुमलेबाजी और प्रगति में अंतर होता है। यही तो हम भी कहना चाहते हैं राहुल गाँधी जी। गरीबी हटाओ का जुमला इंदिरा गाँधी और राजीव गाँधी से लेकर सोनिया गाँधी जी ने दिया लेकिन आपने गरीबों के सशक्तिकरण के लिए कुछ भी नहीं किया। कांग्रेस ने ही कहा था कि शासन उन्हें दो जो शासन कर सके। इसलिए जनता आज भाजपा को अपना आशीर्वाद दे रही हैं जो सच्चे अर्थों में जनता की सेवा को ही अपना धर्म समझती है। 

श्री नड्डा ने कहा कि आजकल कांग्रेस पार्टी के नेता असम में पॉलिटिकल टूरिस्ट बन कर आ रहे हैं। कांग्रेस नेता आते हैं और चाय बागान के बैकग्रौंत के साथ अपनी तस्वीर ट्वीट करते हैं लेकिन जब उन तस्वीरों की पड़ताल होती है तो चाय बागान की फोटो कभी ताइवान का निकलता है तो कभी श्रीलंका का। आखिर कांग्रेस पार्टी के नेताओं को असम का चाय बागान दिखाने में दिक्कत क्यों है? ऐसा इसलिए कि कांग्रेस को असम की पहचान से कोई मतलब ही नहीं है, न ही उन्हें असम की समझ है। अभी हाल ही में हमने एक इंटरनेशनल टूलकिट के बारे में सुना जिसमें ऐसी साजिशों का जिक्र था कि भारत को बदनाम कैसे किया जाय। उस टूलकिट में यह भी जिक्र था कि भारत की चाय और भारत के योग को कैसे बदनाम किया जाय? जिन लोगों ने टूलकिट की साजिशें रचीं, उन लोगों को संरक्षण देने का काम कांग्रेस पार्टी कर रही थी। हमें ऐसे लोगों को करारा जवाब देना है। 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पिछली बार जब मैं असम आया था तो कांग्रेस ने सवाल किया था कि भाजपा ने चाय बागानों के लिए क्या किया? तब मैंने कहा था कि पूछने वाले आईने में अपने कामों को पहले आंक तो लें। जो कांग्रेस आजादी के 70 सालों में और असम में 15 साल के अपने शासन में कुछ नहीं कर पाई, उन्हें हमसे सवाल पूछने का कोई हक नहीं है। सर्बानंद सोनोवाल जी और हिमंता बिस्वा शर्मा जी के नेतृत्व में पांच वर्षों में असम में भाजपा की सरकार का काम कांग्रेस के 50 साल के शासन पर कहीं भारी है। यह भाजपा सरकार है जिसने असम के चाय बागानों के लिए चाह बगीचा धन पुरस्कार मेला का आयोजन कर उसका सम्मान बढ़ाया। हमारी सरकार ने चाय बागानों में काम करने वाली प्रसूता माताओं की आर्थिक सहायता के लिए 12,000 रुपये देने शुरू किये जिसे बढ़ा कर अब 18,000 रुपये कर दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए मैंने असम की चाय बागानों में काम कर रहे श्रमिकों के कल्याण के लिए 130 मोबाइल मेडिकल यूनिट को रवाना किया था। इस बार के बजट में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने चाय बागानों में काम कर रहे परिवारों के शिक्षा एवं स्वास्थ्य के लिए 1,000 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया है। चाय बागानों में पक्की सड़कों का निर्माण हुआ है। कांग्रेस को चाय बागानों की प्रगति इसलिए नहीं दिखती क्योंकि वह अपने 15 साल के शासन में कुछ कर ही नहीं पाई। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में कांग्रेस की एक नेत्री आई और चाय बागान में जाकर पत्ती तोड़ने की एक्टिंग कर फोटो-ऑप कराने लगी। अभी तो चाय की पत्तियां तोड़ने का समय भी नहीं आया और वह पत्तियां चुनने की एक्टिंग करने लगी। जब पता नहीं तो फिर एक्टिंग क्यों? अब समय आ रहा है, पत्तियां भी टूटेंगी और वोट भी भाजपा के पक्ष में आयेगा। 

श्री नड्डा ने कहा कि असम के विकास की गति को और तेज करने के लिए हम दस संकल्प लेकर आये हैं। अगले पांच वर्षों में हम असम को बाढ़-मुक्त प्रदेश बनायेंगे। अरुणोदय योजना के तहत हम असम की 30 लाख बहनों को तीन हजार रुपये की आर्थिक सहायता देकर मातृशक्ति का सशक्तिकरण करेंगे। असम के सभी नामघरों को ढाई-ढाई लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जायेगी। आठवीं कक्षा से ऊपर की छात्राओं को मुफ्त साइकिल दी जायेगी। असम में पुनः हमारी सरकार बनने पर परिसीमन किया जाएगा। हमारी सरकार बनने पर हम दो लाख सरकारी नौकरियों और प्राइवेट सेक्टर में 8 लाख रोजगार का सृजन करेंगे। एक लाख सरकारी नौकरियां तो हम अगले एक साल में ही उपलब्ध करा देंगे। हमने बांस को घास की श्रेणी में डाला है। हम असम को स्वरोजगार का हब बनायेंगे और इसे आत्मनिर्भरता के पथ पर अग्रसर करेंगे।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि हमारी असम सरकार ने श्रीमंत शंकर देव जन्म स्थान के विकास के लिए 188 करोड़ रुपये और श्री माधव देव कला क्षेत्र के विकास के लिए 43 करोड़ रुपये अलग से दिए गए हैं। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में बोडो शांति समझौते के बाद असम शांति और विकास के पथ पर नए सिरे से अग्रसर है। बोडो शांति समझौते के तहत यहाँ 1500 करोड़ रुपये का पैकेज दिए गए। पिछले पांच वर्षों में 4,000 असॉल्ट राइफल सरेंडर हुए हैं और लगभग 2,000 उग्रवादियों ने अपने हथियार डाले हैं। वन टाइम सेटलमेंट के तौर पर हथियार छोड़ कर मुख्यधारा में आ रहे लोगों को चार लाख रुपये की सहायता के साथ साथ अलग से आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है।

श्री नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता बयान दे रहे हैं कि मनमोहन सिंह जी असम का प्रतिनिधित्व करते हैं, इसलिए यह असम की जिम्मेवारी है कि वह कांग्रेस को वोट दे। मैं असम की जनता से पूछना चाहता हूँ कि श्री मनमोहन सिंह जी 10 वर्षों तक देश के प्रधानमंत्री रहे। क्यों वे प्रधानमंत्री रहते हुए असम को गैस की रॉयल्टी नहीं दे सके? ये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं जिन्होंने असम को गैस रॉयल्टी के 8,000 करोड़ रुपये देकर असम को उसका अधिकार दिया। जब केंद्र और असम, दोनों जगह कांग्रेस की सरकार थी और मनमोहन सिंह जी देश के प्रधानमंत्री थे तो 13वें वित्त आयोग के दौरान असम को केंद्रीय अनुदान के तौर पर महज 80,000 करोड़ रुपये दिए गए थे जबकि 14वें वित्त आयोग के दौरान मोदी सरकार में असम को 1,55,000 करोड़ रुपये दिए गए। विगत पांच वर्षों में असम में लगभग 11,500 किमी सड़कें बनी हैं, 6 बड़े पुलों का निर्माण हुआ है, गुवाहाटी हवाई अड्डा का आधुनिकीकरण हो रहा है, स्वच्छ भारत अभियान के तहत यहाँ लगभग 7 लाख टॉयलेट्स बने हैं, उज्ज्वला योजना के तहत 1.38 लाख गरीब परिवारों को गैस कनेक्शन उपलब्ध कराया गया और सौभाग्य योजना के तहत राज्य के 17.45 लाख घरों में बिजली पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत देश के लगभग 11 करोड़ किसानों को 6,000 रुपये सालाना की आर्थिक सहायता दी जा रही है जबकि असम में भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि प्रदेश में पुनः सरकार बनने पर राज्य के सभी किसानों को 2,000 रुपये अतिरिक्त अर्थात् कुल 8,000 करोड़ रुपये दिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना प्रदेश के घर-घर पहुंची है। असम में एम्स और कैंसर इंस्टीटयूट का निर्माण हो रहा है। कई नए मेडिकल कॉलेज खुले हैं और जल जीवन मिशन के तहत हर घर में नल से शुद्ध जल पहुंचाने का कार्य प्रगति पर है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि विगत पांच वर्षों में असम की भाजपा सरकार ने सत्र भूमि को घुसपैठ और अतिक्रमण से मुक्त किया है। इस दौरान काजीरंगा भी अवैध घुसपैठियों के चंगुल से मुक्त हुई है और असम की शान राइनो के शिकार पर भी पाबंदी लगी है। अब असम में राइनो तो बच गए हैं लेकिन कांग्रेस का ख़त्म होना तय है।