कांग्रेस-लेफ्ट पार्टियों का गठबंधन महाझूठ का गठबंधन है: नरेन्द्र मोदी

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माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 24 मार्च को असम के बिहपुरिया और सिपाझार में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया और प्रदेश में विकास की गति को और तेज करने, अवैध घुसपैठ को ख़त्म करने और असम को बाढ़ मुक्त प्रदेश बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का आह्वान किया।

श्री मोदी ने कहा कि कोरोना की मुश्किल परिस्थिति को जिस प्रकार असम की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने संभाला है, भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जिस सेवा भाव से काम किया है, जिस प्रकार गरीब से गरीब की सहायता की है, ये संस्कार श्रीमंत शंकरदेव की संत परंपरा से ही मिलते हैं। कांग्रेस के लंबे कालखंड में जिन सत्रों, जिन नामघरों को अवैध कब्जाधारियों के हवाले किया गया था, उसे भाजपा सरकार में मुक्त कराया गया है। ये हम सभी के लिए कितने कष्ट का कारण था कि ‘बताद्रवा थान’ तक को इन्होंने नहीं छोड़ा था। इन पवित्र स्थानों की सुरक्षा के लिए कांग्रेस ने कभी भी कुछ नहीं किया। ये भाजपा-नीत एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता है कि बताद्रवा थान में एक बड़ा संस्थान बने। श्री श्री माधवदेव कलाक्षेत्र के लिए भी काम किया जा रहा है। श्री माधवदेव यूनिवर्सिटी के लिए काम प्रगति पर है। सिवसागर को देश की 5 महान धरोहरों में शामिल करने के लिए भी कदम उठाए गए हैं।

माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि असम की शान काज़ीरंगा को भी कांग्रेस के पाले-पोसे कब्ज़ाधारियों से मुक्त किया गया है। घुसपैठ को रोकने के लिए ढूबरी के बॉर्डर को सील किया जा चुका है। जो हिस्सा बाकी रह गया है उसको सील करने के लिए काम जारी है। असम को अब अवैध कब्जे, अराजकता से मुक्ति मिल गई है और विकास के सेतु मजबूत हो रहे हैं।

श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस का हाथ आज एक ऐसे लोगों के साथ है, जिसका आधार है असम की पहचान को तबाह करना। असम की जनता ऐसे लोगों को कभी सत्ता में नहीं आने देगी। जो दल घुसपैठ पर ही फला-फूला हो, आज उसके वोटबैंक पर कांग्रेस असम की सत्ता हथियाना चाहती है। जो दल असम के मूल निवासियों के साथ भेदभाव का प्रतीक रहा हो, कांग्रेस आज उसके हाथ में असम को सौंपने की बात कर रही है। कांग्रेस वोट के लिए कुछ भी कर सकती है, किसी का भी साथ ले सकती है, किसी को भी धोखा दे सकती है।हां लखीमपुर में जिन वामपंथियों, जिन लेफ्ट के लोगों के साथ कांग्रेस गले मिल रही है, उन्हीं को केरल में जाकर गालियां दे रही है। ये कांग्रेस का महाजोत नहीं, कांग्रेस का महाझूठ है! ऐसा महाझूठ- जिसका न कोई विचार है, न संस्कार। ऐसा महाझूठ जिसके पास न नेता है, न नीति है। ऐसा महाझूठ जो सिर्फ और सिर्फ घुसपैठ की, लूट की गारंटी देता है। ऐसा महाझूठ जो हमारे सत्रों, नामघरों और अभयारण्यों में अवैध कब्जे की गारंटी देता है। ऐसा महाझूठ जो अवैध शिकार की और करप्शन की गारंटी दे सकता है। ये एक ऐसा महाझूठ है जो अपनी सत्ता के लिए असम के गौरव को, असम की चाय तक को पूरी दुनिया में बदनाम कर सकता है।

माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि दशकों तक कांग्रेस ने टी-गार्डन्स में काम करने वाले साथियों के लिए कुछ नहीं किया। 15 साल के शासन में ये लोग टी-वर्कर्स की मज़दूरी को 100 रुपए के आसपास तक ही ला पाए। कांग्रेस की ये सच्चाई, असम का हर टी-गार्डन वर्कर जानता है। एनडीए की सरकार ने केवल पांच वर्ष में चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों की मज़दूरी को बढ़ाकर दोगुने तक पहुंचाया है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यहां दोबारा एनडीए सरकार बनते ही, टी गार्डन में काम करने वालों के लिए जो फैसले हमने लिए हैं, वो और तेजी से लागू किए जाएंगे। 

श्री मोदी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि बहुत जल्द हर गरीब को अपनी पक्की छत मिले, किसी को भी घर के लिए तरसना ना पड़े। असम में गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 5.5 लाख से ज्यादा आवास स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से अनेक लाभार्थियों को अपने पक्के घर मिल चुके हैं, जिनको अभी पक्का घर नहीं मिला है, वो आश्वस्त रहें, उन्हें भी पक्का घर जरूर मिलेगा। हम इसके लिए काम कर रहे हैं कि जब देश आजादी के 75 साल मनाएगा तब हिन्दुस्तान का कोई गरीब पक्की छत के बिना नहीं होगा। विशेष रूप से जो बागन में रहने वाले हमारे बंधु हैं, उन तक ये मूल सुविधाएं जल्द से जल्द और तेज़ी से पहुंचाई जाएं, इसके लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। पांच साल पहले तक असम में लगभग 13 हज़ार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण हुआ था अर्थात् 70 साल में 13 हजार किलोमीटर लेकिन बीते 5 वर्ष में ही हमने इससे भी ज्यादा अर्थात् करीब 15 हजार किलोमीटर नई ग्रामीण सड़कें असम में बनाई हैं।

माननीय प्रधानमंत्री जी ने कहा कि भाजपा की, एनडीए की डबल इंजन की सरकार मूल सुविधाओं से लेकर विकास की आकांक्षाओं तक असम को आगे बढ़ाने में जुटी है। आज असम के हर हिस्से में रहने वाले गरीब परिवारों तक को एलपीजी गैस कनेक्शन मिल चुके हैं, उन्हें धुएं के अंधकार से मुक्ति मिली है।