प्रधानमंत्रीजी ने भारतीय जनता पार्टी के 43वें स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया

| Published on:

दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय जन-नेता आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने आज गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के 43वें स्थापना दिवस के दिन देश भर के पार्टी कार्यकर्ताओं को वर्चुअली संबोधित किया और उनसे जनसेवा के प्रति समर्पित होने का आह्वान किया। देश  भर के 10 लाख 72 हजार से अधिक स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने इकट्ठे होकर यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का संबोधन सुना एवं उनके मार्गदर्शन का लाभ उठाया।

आदरणीय प्रधानमंत्री जी के उद्बोधन के मुख्य बिंदु:

  • आज हम सभी अपनी पार्टी का स्थापना दिवस मना रहे हैं। मां भारती की सेवा में समर्पित प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता को मैं बहुत-बहुत बधाई देता हूं। पार्टी को खून-पसीने से सींचने वाले कार्यकर्ताओं के कारण ही हमें देश सेवा का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। भाजपा की स्थापना से लेकर आज तक जिन महान विभूतियों ने अपने खून-पसीने से इस पार्टी को सींचा है, पार्टी को संवारा है, सशक्त और समृद्ध किया है, उन छोटे से छोटे कार्यकर्ता से लेकर के वरिष्ठ पद पर रह कर देश और पार्टी की सेवा करने वाले सभी महानुभावों को मैं शीश झुका कर प्रणाम करता हूं।
  • आज हम देश के कोने-कोने में भगवान हनुमान जी की जन्म जयंती मना रहे हैं। हनुमान जी का जीवन और उनके जीवन के प्रमुख प्रसंग आज भी हमें पुरुषार्थ के लिए प्रेरित करते हैं, भारत की विकास यात्रा के लिए प्रेरणा देते हैं। हनुमान जी के पास असीम शक्ति है, लेकिन इस शक्ति का इस्तेमाल वो तभी कर पाते हैं, जब स्वयं पर से उनका संदेह समाप्त होता है। 2014 से पहले भारत की भी तो यही स्थिति थी। आज, भारत, उस बजरंग बली की तरह है जिसे अपनी शक्तियों का आभास हो चुका है। आज भारत, समंदर जैसी विशाल चुनौतियों को पार करने, उनका मुकाबला करने में पहले से कहीं ज्यादा सक्षम है।
  • हनुमान जी सब कुछ कर सकते हैं, सबके लिए करते हैं, लेकिन अपने लिए कुछ नहीं करते। इदम् रामाय, इदम् न मम्। यही बीजेपी की भी प्रेरणा है- इदम् राष्ट्राय, इदम् न मम्! जब हनुमान जी को राक्षसों का सामना करना पड़ा तो वो उतने ही कठोर भी हो गए थे। इसी तरह जब भ्रष्टाचार की बात आती है, परिवारवाद की बात आती है, कानून व्यवस्था की बात आती है, तो भाजपा उतनी ही कठोर हो जाती है, उतनी ही संकल्पबद्ध हो जाती है।
  • आज की मॉडर्न परिभाषा में जिस बात का बार बार जिक्र किया जाता है वो है- Can Do Attitude अगर हनुमान जी का पूरा जीवन देखें तो डगर डगर पर Can Do Attitude की संकल्पशक्ति ने उनके लिए सफलता लाने में बहुत बड़ी भूमिका अदा करती है। ‘कवन सो काज कठिन जग माहीं, जो नहीं होय तात तुम्ह पाही’ यानी ऐसा कोई भी काम नहीं है जो पवन पुत्र हनुमान कर नहीं सकते। जब लक्ष्मण जी पर संकट आया तो पूरा पर्वत ही उठा लाए। भाजपा भी इसी प्रेरणा से परिणाम लाने में लोगों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करती रही है, करते रहना है, करते रहेंगे। राम काज किन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम।
  • जब जनसंघ का जन्म हुआ था, तो हमारे पास न ज्यादा सियासी अनुभव था, न साधन थे, न संसाधन थे लेकिन हमारे पास थी तो मातृभूमि की भक्ति और लोकतंत्र की शक्ति। भाजपा वो पार्टी है जिसके लिए राष्ट्र सदैव सर्वोपरि रहा है। ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ जिसकी आस्था का मूल मंत्र रहा हैहमने राष्ट्र प्रथम के मंत्र को अपना आदर्श बनाया है। भाजपा ने लोकतंत्र की कोख से जन्म लिया, भाजपा लोकतंत्र के अमृत से पोषित हुई, और भाजपा देश के लोकतंत्र को, देश के संविधान को मजबूत करते हुए दिन रात देश के लिए काम कर रही है।
  • भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ के मंत्र के साथ काम कर रही है। हमारा समर्पण है मां भारती को, हमारा समर्पण है देश के कोटि-कोटि जनों को, हमारा समर्पण है देश के संविधान को। आज भाजपा विकास का पर्याय है, विश्वास का पर्याय है, नए विचार का पर्याय है और देश की विजय का पर्याय है। आज भाजपा देश की विजय यात्रा में एक मुख्य सेवक बन कर अपनी भूमिका निभा रही है। भाजपा की कार्यशैली सर्वसमावेशी है, सर्वस्पर्शी है, सर्वजन का हित करने वाली है। भारतीय जनता पार्टी एक दल नहीं, एक विचार है जिसका ध्येय राष्ट्र निर्माण है, जन कल्याण है। भाजपा मतलब – मिशन, भाजपा मतलब – समाज सेवा, भाजपा मतलब – समाज का सशक्तिकरण, भाजपा मतलब – नए भारत का निर्माण। 
  • सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण को हमने हमेशा अपने हृदय और कार्यशैली में सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। सामाजिक न्याय के नाम पर कई राजनीतिक दलों ने देश के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने केवल अपने परिवारों का कल्याण सुनिश्चित किया, लोगों का नहीं। दूसरी ओर, हमारे लिए सामाजिक न्याय कोई राजनीतिक नारा नहीं बल्कि हमारे लिए Article of Faith है।
  • भाजपा सामाजिक न्याय को जीती है, इसकी भावना का अक्षरश: पालन करती है। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलना सामाजिक न्याय का प्रतिबिंब है। 50 करोड़ गरीबों को बिना भेदभाव 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज की सुविधा मिलना सामाजिक न्याय की सशक्त अभिव्यक्ति है। 45 करोड़ गरीबों के बिना भेदभाव जनधन खाते खोलना सामाजिक न्याय के Inclusive Agenda का जीता जगता उदहारण है। 11 करोड़ लोगों को शौचालय मिलना ही तो सामाजिक न्याय है बिना तुष्टिकरण और भेदभाव किए भाजपा सामाजिक न्याय के इरादों को सच्चे अर्थों में साकार करने वाला एक पर्याय बन कर उभरी है।
  • भाजपा को 21वीं सदी की भविष्य की पार्टी बनाना है। अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं होना है। लोग अभी से कह रहे हैं कि 2024 में भाजपा को कोई नहीं हरा सकता। यह बात सही है, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता के नाते हर नागरिक का दिल जीतना होगा। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के रूप में, हमें खुद को चुनाव जीतने तक सीमित नहीं रखना चाहिए। हमें लोगों का दिल जीतने के लिए काम करना चाहिए। हमें प्रत्येक चुनाव उसी स्तर की ऊर्जा और कड़ी मेहनत के साथ लड़ना है जैसा कि हम 1980 के दशक से करते आ रहे हैं। मुझे दृढ़ विश्वास है कि हमारे कार्यकर्ताओं की भक्ति, समर्पण और शक्ति और ‘राष्ट्र प्रथम’ का हमारा मंत्र हमें प्रेरणा देता रहेगा!
  • आज भाजपा देश में एक नए Political Culture का भी नेतृत्व कर रही है जबकि कांग्रेस और उसके ही जैसे अन्य दलों का कल्चर आप देख सकते हैं। कांग्रेस और उसके जैसी पार्टियां परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की बंधक हैं जबकि भाजपा का Political Culture, प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने का है। कांग्रेस और उसके जैसी पार्टियों का कल्चर छोटे सपने देखने और उससे भी कम हासिल करके खुश हो जाने का है। ये एक-दूसरे की पीठ थपथपा कर खुश हैं जबकि भाजपा का Political Culture बड़े सपने देखने और उससे भी ज्यादा हासिल करने का हौसला देता है। हम शरीर का कण-कण और समय का पल-पल खपाने का हौसला रखते हैं।
  • 2014 में केवल सत्ता परिवर्तन नहीं हुआ बल्कि 2014 में भारत के लोगों ने भारत के पुनर्जागरण की नई यात्रा का शंखनाद कर दिया है। 800 साल से ज्यादा की गुलामी से बाहर निकल कर एक राष्ट्र अपना खोया हुआ गौरव पाने के लिए फिर से उठ खड़ा हुआ है। इस प्रक्रिया में दशकों से चली आ रही बुराइयां धीरे-धीरे कमजोर पड़ती जा रही हैं। सन् 47 में अंग्रेज भले ही चले गए लेकिन लोगों को गुलाम रखने की मानसिकता यहीं छोड़ गए। आजादी के बाद देश में ऐसा वर्ग खूब फला-फूला जो सत्ता को अपना जन्मजात हक़ समझता था। इन लोगों की बादशाही मानसिकता ने देश के लोगों को हमेशा अपना गुलाम माना। 
  • 2014 में इस दबे कुचले, शोषित-वंचित वर्ग ने अपनी आवाज बुलंद की। बादशाही मानसिकता के लोग इस वर्ग की आवाज सुनने के लिए तैयार नहीं थे। इसलिए हमारी सरकार के पहले कार्यकाल में बादशाही मानसिकता वाले इन लोगों ने इन शोषित-वंचितों दलितों-पिछड़ों का मजाक उड़ाना शुरू किया।
  • जब हमारा मजाक उड़ाकर सफल नहीं हुए तो बादशाही मानसिकता वाले लोगों की नफरत और बढ़ गई। दशकों से हिंसा झेल रहे कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट में शांति का सूरज उगेगा, ये उन्होंने सोचा नहीं था। आर्टिकल 370 इतिहास हो जाएगा, ये उन्होंने कल्पना नहीं की थी। जो काम दशकों तक नहीं हुए, वो भाजपा कैसे कर रही है, वो इन्हें पच नहीं रहा है। नफरत से भरे ये लोग झूठ बोले जा रहे हैं। अपने भ्रष्ट कर्मों का खुलासा होते देख ये बेचैन हैं और हताशा से भर गए हैं। इतने निराश हैं कि एक ही रास्ता दिख रहा है। खुलकर कह रहे हैं कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। वो कब्र खोदने की धमकी दे रहे हैं।
  • बादशाही मानसिकता’ वाले इन लोगों को इन पार्टियों को एक बात पता नहीं है। आज देश का गरीब देश का सामान्य मानवी, देश का युवा, देश की माताएं बहने बेटियां, दलित-पीड़ित शोषित-वंचित-आदिवासी, हर कोई भाजपा की ढाल बना हुआ है। 
  • मैं आंकड़े देता रहता हूं। 15-20 दिन की बात बताता हूं। जीएसटी के बाद किसी एक वित्तीय वर्ष में 18 लाख करोड़ रुपए का कलेक्शन, 16 लाख करोड़ का टैक्स दिया गया, यूपीआई से 14 लाख करोड़ ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड बना, 750 अरब के पार एक्सपोर्ट पहुंचा, 16 हजार करोड़ का डिफेंस एक्सपोर्ट हुआ, रेलवे ने डेढ़ हजार मीट्रिक टन से अधिक फ्रेट लोडिंग की। ये रिकॉर्ड दिखाते हैं कि देश कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक सांस में जितना बोल पाया मैं, उतना बोल दिया।
  • इस शुभ अवसर पर जब भाजपा अपने गठन के 50 वर्ष पूरे कर रही है और देश अपनी आजादी का अमृतकाल मना रहा है, तब आइए, हम अपने देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का, हर किसी के दिल जीतने का और मां भारती के सपनों को साकार करने का संकल्प लें। मैं प्रार्थना करता हूं कि हनुमान जी हम सभी पर कृपा करें। मैं प्रार्थना करता हूं कि लोगों का विश्वास और आशीर्वाद हमारे साथ, भारतीय जनता पार्टी के साथ बना रहे।