सर्बानंद सोनोवाल ने नाविकों के लिए दूरस्थ योग्यता परीक्षा का उद्घाटन किया

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केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग तथा आयुष मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा है कि सरकार भारतीय नाविकों की गुणवत्ता में सुधार लाने तथा उनका जीवन आरामदायक बनाने का पूरा प्रयत्न कर रही है। आज नई दिल्ली में वीसी मोड के जरिये नाविक जीवन के विमोचन तथा ऑनलाइन योग्यता आधारित परीक्षा लांच करने के अवसर पर संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया में ऐसा पहली बार हो रहा है और उन्होंने जहाजरानी के विकास, बंदरगाह नाविकों के प्रशिक्षण के लिए काम करने का आश्वासन दिया तथा अंततोगत्वा समुद्री क्षेत्र में विश्व में अग्रणी देश के रूप में उभरने की उम्मीद जताई। श्री सोनोवाल ने प्रधानमंत्री के विजन का स्मरण किया जिसे उनके द्वारा मार्च 2021 में लांच किए गए मैरीटाइम इंडिया विजन 2030 में प्रस्तुत किया गया है।

श्री सोनोवाल ने कहा कि भारत सबसे बड़े नाविक आपूर्तिकर्ता देशों में से एक है और हमारे नाविकों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अधिक मांग है। उन्होंने उम्मीद जताई कि हितधारक इस रिपोर्ट में उठाये गए मुद्दों का समाधान करने के लिए निश्चित रूप से समुचित कदम उठाएंगे।

जहाजरानी में मानवीय तत्व पर बढ़ रहे फोकस को स्वीकार करते हुए जहाजरानी महानिदेशालय ने नाविकों से संबंधित और उनके सामने आने वाले मुद्दों का अध्ययन करने के लिए विस्तृत अनुसंधान करने की पहल की। यह परियोजना भारतीय राष्ट्रीय जहाज मालिक संघ द्वारा की गई तथा इसे मैरीटाइम ट्रेनिंग ट्रस्ट द्वारा वित्तपोषित किया गया जिसमें लगभग 100 महिला नाविकों सहित 5000 से अधिक उत्तरदाता शामिल हुए। इस सर्वे डाटा के विश्लेषण में, जिसे नाविक जीवन-भारतीय नाविकों तथा पूर्व-समुद्री छात्रों के जीवन पर एक सर्वे-नामक इस रिपोर्ट में प्रकाशित किया गया, रोजगार, प्रशिक्षण, भेदभाव, उत्पीड़न, थकावट, तनाव, प्रेरणा, प्रसन्नता, सुरक्षा, पर्यावरण, बोर्ड पर कार्य करना आदि से संबंधित कुछ बहुत महत्वपूर्ण और कठिन मुद्दों को रेखांकित किया गया जहां जहाजरानी कंपनियों, समुद्री प्रशिक्षण संस्थानों तथा प्रशासन द्वारा सुधार लाए जाने की आवश्यकता होगी।

योग्यता परीक्षा का ऑनलाइन प्रमाणपत्र एक पूरी तरह डिजिटल आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग पावर्ड ऑनलाइन परीक्षा प्रणाली है जो रिमोट प्रॉक्टरिंग तथा मजबूत सुरक्षा तथा एक निष्पक्ष, पारदर्शी और सुरक्षित परीक्षा प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए निर्मित्त निगरानी टूल का उपयोग करती है।

इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए जहाजरानी महानिदेशक श्री अमिताभ कुमार ने कहा, ‘हम रिमोट डिजिटल प्रॉक्टरिंग तंत्र का उपयोग करते हुए योग्यता के प्रमाणपत्र के लिए अब तक की पहली लिखित परीक्षा लांच कर रहे हैं। हम निश्चित रूप से दुनिया में तथा समुद्री क्षेत्र में वैसे पहले अग्रणी देश हैं जो ऐसी प्रणाली को लागू कर रहा है।

बंदरगाह, जहाजरानी तथा जलमार्ग सचिव डॉ. संजीव रंजन ने अपने संबोधन में कहा कि मैरीटाइम इंडिया विजन 2030 के उद्देश्यों में से एक सीओसी आकलन के अंतिम तथा समग्र डिजिटाइजेशन सहित ‘2022 तक नाविकों के सीओसी आकलन तंत्र को डिजिटाइज तथा अपग्रेड करना’ था।