रोजगार मेले : प्रधानमंत्री ने रोजगार मेले के तहत लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र प्रदान किए

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‘कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल’ का शुभारंभ

इससे पहले रोजगार मेले के तहत अक्टूबर में 75,000 से अधिक नए भर्ती किए गए उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए थे

त 22 नवंबर को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रोजगार मेले के तहत नए भर्ती किए गए उम्मीदवारों को लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र प्रदान किए। साथ ही, प्रधानमंत्री ने कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल का भी शुभारंभ किया, जो सभी नवनियुक्त व्यक्तियों के लिए एक ऑनलाइन ओरिएंटेशन कोर्स है।

रोजगार मेले से रोजगार सृजन को आगे बढ़ाने और युवाओं को उनके सशक्तीकरण के साथ-साथ प्रत्यक्ष रूप से राष्ट्रीय विकास में भागीदारी करने के लिए सार्थक अवसर प्रदान करने में एक उत्प्रेरक के रूप में काम करने की उम्मीद है। इससे पहले रोजगार मेले के तहत अक्टूबर में 75,000 से अधिक नए भर्ती किए गए उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए थे।

उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के 45 से अधिक शहरों में 71,000 से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप इतने परिवारों के लिए खुशी का नया युग आएगा। उन्होंने स्मरण कराया कि धनतेरस के दिन केंद्र सरकार ने युवाओं को 75,000 नियुक्ति पत्र सौंपे थे। श्री मोदी ने कहा कि आज का रोजगार मेला इस बात का प्रमाण है कि केंद्र सरकार देश के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए एक मिशन मोड में काम कर रही है।

एक माह पूर्व रोजगार मेले की शुरुआत का स्मरण कराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कई केंद्रशासित प्रदेश और राज्य भी समय-समय पर ऐसे रोजगार मेलों का आयोजन करते रहेंगे। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जाहिर की कि हजारों युवाओं को संबंधित सरकारों द्वारा महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, दमन और दीव, दादरा और नगर हवेली और चंडीगढ़ में नियुक्ति पत्र दिए गए थे।

युवा देश की सबसे बड़ी ताकत

श्री मोदी ने कहा कि युवा देश की सबसे बड़ी ताकत हैं। केंद्र सरकार राष्ट्र निर्माण में उनकी प्रतिभा और ऊर्जा का सदुपयोग करने के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने नए लोक सेवकों का स्वागत किया और उन्हें बधाई दी तथा यह भी स्मरण कराया कि वे इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को एक बहुत ही विशिष्ट समयावधि यानी अमृत काल में संभाल रहे हैं।

श्री मोदी ने अमृत काल में देश को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प में उन की भूमिका के बारे में भी प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के रूप में उनसे कहा कि उन्हें अपनी भूमिका

कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल

‘कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल’ विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नए भर्ती किए गए उम्मीदवारों के लिए एक ऑनलाइन उन्मुखीकरण (ओरिएंटेशन) पाठ्यक्रम है। इस पाठ्यक्रम में सरकारी कर्मचारियों के लिए आचार-संहिता, कार्यस्थल में नैतिकता और अखंडता, मानव संसाधन नीतियां तथा अन्य लाभ और भत्ते शामिल होंगे, जो उन्हें नीतियों के अनुकूल बनने और नई भूमिकाओं में आसानी से बदलाव करने में मदद करेंगे। उन्हें अपने ज्ञान, कौशल और क्षमताओं को बढ़ाने के लिए igotkarmayogi.gov.in प्लेटफॉर्म पर अन्य पाठ्यक्रमों का पता लगाने का भी अवसर प्राप्त होगा।

और कर्तव्यों को व्यापक रूप से समझ लेना चाहिए। अपने कर्तव्यों का पालन करने के लिए क्षमता निर्माण पर भी लगातार ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

आज शुरू किए गए कर्मयोगी भारत प्रौद्योगिकी मंच का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने सरकारी अधिकारियों के लिए कई ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की उपलब्धता की भी जानकारी दी। उन्होंने सरकारी कर्मचारियों के लिए तैयार किए गए एक विशेष पाठ्यक्रम; जिसे कर्मयोगी प्रारंभ कहा जाता है; पर जोर दिया और नए भर्ती किए गए उम्मीदवारों से इसका अधिक से अधिक लाभ उठाने का आग्रह किया। इसके लाभों का संदर्भ देते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह उनके कौशल विकास का एक बड़ा स्रोत सिद्ध होगा और साथ ही आने वाले दिनों में भी उन्हें लाभान्वित करेगा।