प्रधानमंत्री ने 5G सेवाओं का किया शुभारंभ

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5जी अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत : नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक नए तकनीकी युग की शुरुआत करते हुए एक अक्टूबर को नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 5जी सेवाओं का शुभारंभ किया। श्री मोदी ने छठी इंडिया मोबाइल कांग्रेस का भी उद्घाटन किया और इस अवसर पर आईएमसी प्रदर्शनी भी आयोजित की गई।

5जी नए दौर की दस्तक

इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि 5जी देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है। 5जी अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि 5जी के इस लॉन्च और प्रौद्योगिकी की शुरुआत में ग्रामीण क्षेत्र और कामगार समान भागीदार हैं।

श्री मोदी ने कहा कि नया भारत, टेक्नॉलजी का सिर्फ कंज्यूमर बनकर नहीं रहेगा, बल्कि भारत उस टेक्नॉलजी के विकास में, उसके इंप्लीमेंटेशन में एक्टिव भूमिका निभाएगा। भविष्य की वायरलेस टेक्नोलॉजी को डिजाइन करने में, उससे जुड़ी मैन्युफैक्चरिंग में भारत की बड़ी भूमिका होगी। उन्होंने कहा कि 2जी, 3जी, 4जी के समय भारत टेक्नॉलजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा, लेकिन 5जी के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया है। श्री मोदी ने कहा कि 5जी के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नॉलजी में ग्लोबल स्टैंडर्ड तय कर रहा है।

चार दिशाओं में एक साथ फोकस

डिजिटल इंडिया के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रधानमंत्री ने बताया कि हमने 4 पिलर्स पर, चार दिशाओं में एक साथ फोकस किया। पहला— डिवाइस की कीमत; दूसरा— डिजिटल कनेक्टिविटी; तीसरा— डेटा की कीमत; चौथा और सबसे जरूरी— ‘डिजिटल फर्स्ट’ की सोच।

डिवाइस की कीमत

पहले पिलर के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भरता के माध्यम से ही उपकरणों की कम लागत हो सकती है। श्री मोदी ने कहा कि आठ साल पहले तक भारत में केवल दो मोबाइल निर्माण इकाइयां थीं। ये संख्या अब 200 हो गई है। उन्होंने कहा कि 2014 में जीरो मोबाइल फोन निर्यात करने से लेकर आज हम हजारों करोड़ रुपए के मोबाइल फोन निर्यात करने वाले देश बन चुके हैं।

डिजिटल कनेक्टिविटी

डिजिटल कनेक्टिविटी के दूसरे पिलर के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि इंटरनेट उपयोगकर्ता 2014 में 6 करोड़ थे, जो अब बढ़कर 80 करोड़ हो गए हैं। 2014 में 100 से भी कम पंचायत ऑप्टिकल फाइबर से जुड़े थे, किंतु अब इनकी संख्या बढ़कर 1.7 लाख पंचायतों तक पहुंच गई है।

डेटा की कीमत

तीसरे पिलर डेटा की लागत के बारे में श्री मोदी ने कहा कि उद्योग को कई प्रोत्साहन दिए गए थे और 4जी जैसी तकनीकों को नीतिगत समर्थन प्राप्त हुआ था। इससे डेटा की कीमत में कमी आई और देश में डेटा क्रांति की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि इन तीन पिलरों ने हर जगह अपना कई गुना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया।

‘डिजिटल फर्स्ट’ की सोच

चौथे स्तंभ यानी ‘डिजिटल फर्स्ट’ की सोच के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि एक वक्त था जब इलीट क्लास के कुछ मुट्ठी भर लोग गरीब लोगों की क्षमता पर संदेह करते थे। उन्हें शक था कि गरीब लोग डिजिटल का मतलब भी नहीं समझ पाएंगे। श्री मोदी ने कहा कि उन्हें देश के सामान्य मानवी की समझ पर, उसके विवेक पर, उसके जिज्ञासु मन पर हमेशा भरोसा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने हमेशा देश के गरीबों को नई तकनीक अपनाने के लिए तैयार पाया।

हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी ने आज हमारे देश में 5जी सेवाएं लॉन्च की हैं। यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है जो लंबे समय में कई आर्थिक और सामाजिक लाभ प्रदान करेगा। साथ ही, विभिन्न क्षेत्रों के लिए इसकी परिवर्तनकारी क्षमता बहुत अधिक है।

5जी द्वारा 2023 और 2040 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था को 450 बिलियन डॉलर प्राप्त होने की उम्मीद है। यह देश के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर करने में मदद करेगा, स्टार्ट-अप और व्यवसायों में नवाचारों को प्रेरित करेगा और हमारे माननीय प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया विजन को आगे बढ़ाएगा।।
जगत प्रकाश नड्डा, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष