प्रधानमंत्री ने वाराणसी में 19,150 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया

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प्रधानमंत्री की वाराणसी यात्रा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 18 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 19,150 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित किया। इन परियोजनाओं में अन्य रेल परियोजनाओं के साथ लगभग 10,900 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नये पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर – न्यू भाऊपुर डेडिकेटेड फ्रेड कॉरिडोर परियोजना का उद्घाटन शामिल है।

उन्होंने वाराणसी-नई दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, दोहरीघाट-मऊ मेमू ट्रेन और नये समर्पित फ्रेड कॉरिडोर पर दो लॉन्ग हॉल मालगाड़ियों को रवाना किया। श्री मोदी ने बनारस लोकोमोटिव वर्क्स द्वारा निर्मित 10,000वें इंजन को भी हरी झंडी दिखाई। उन्होंने 370 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से दो रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) निर्माण के साथ-साथ ग्रीन-फील्ड शिवपुर-फुलवरिया-लहरतारा मार्ग का उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन की जाने वाली अन्य प्रमुख परियोजनाओं में 20 सड़कों का सुदृढ़ीकरण और उन्हें चौड़ा करना शामिल है, कैथी गांव में संगम घाट रोड और पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में आवासीय भवनों का निर्माण, पुलिस लाइन और पीएसी भुल्लनपुर में 200 और 150 बेड के दो बहुमंजिला बैरक भवन, 9 स्थानों पर स्मार्ट बस शेल्टर और अलईपुर में 132 किलोवाट का सबस्टेशन शामिल है। उन्होंने स्मार्ट सिटी मिशन के तहत एकीकृत पर्यटक पास प्रणाली का शुभारंभ भी किया।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने 6500 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिसमें लगभग 4000 करोड़ रुपये की लागत से चित्रकूट जिले में 800 मेगावाट का सौर पार्क और 1050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से मिर्ज़ापुर में नया पेट्रोलियम तेल टर्मिनल बनाया जाएगा। इसमें 900 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से वाराणसी-भदोही राष्ट्रीय राजमार्ग 731 बी (पैकेज-2) का चौड़ीकरण; 280 करोड़ रुपये की लागत से जल जीवन मिशन के तहत 69 ग्रामीण पेयजल योजनाएं और विभिन्न अन्य स्वास्थ्य क्षेत्र की परियोजनाएं भी शामिल हैं।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री उपस्थित थे।

प्रधानमंत्रीजी ने विकसित भारत संकल्प यात्रा में भाग लिया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 17 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में विकसित भारत संकल्प यात्रा में भाग लिया। श्री मोदी ने स्टॉलों का भ्रमण किया और विकसित भारत यात्रा वैन एवं क्विज़ कार्यक्रम का भी दौरा किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्रीजी ने विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों से बातचीत की और उन्हें संबोधित भी किया। इस कार्यक्रम के दौरान विकसित भारत संकल्प शपथ भी दिलाई गई।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्रीजी ने पूरे भारत में अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में विकसित भारत संकल्प यात्रा में सभी संसद सदस्यों की भागीदारी की पुष्टि करते हुए कहा कि वह खुद एक सांसद और शहर के ‘सेवक’ के रूप में वाराणसी में वीबीएसवाई में भाग ले रहे हैं। श्री मोदी ने योग्य लाभार्थियों तक समयबद्ध तरीके से और बिना किसी परेशानी के सरकारी योजनाओं की डिलीवरी सुनिश्चित करने की

आवश्यकता को रेखांकित किया और कहा, “लाभार्थियों को सरकार के पास भागने की जरूरत नहीं है। इसके बजाय सरकार को लाभार्थियों तक पहुंचना चाहिए।”

यह बताते हुए कि पीएमएवाई के तहत 4 करोड़ परिवारों को पक्के घर दिए गए हैं, श्री मोदी ने हर योजना के पूरे होने की आवश्यकता बताई और उन लोगों तक पहुंचने की आवश्यकता पर जोर दिया जो पीछे छूट गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वीबीएसवाई का लक्ष्य लाभार्थियों के अनुभव को रिकॉर्ड करना है, साथ ही उन लोगों को भी शामिल करना है जो अब तक पीछे छूट गए हैं।

प्रधानमंत्री ने स्वर्वेद महामंदिर का किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 18 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के वाराणसी के उमराहा में स्वर्वेद महामंदिर का उद्घाटन किया। श्री मोदी ने महर्षि सदाफल देव जी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और मंदिर परिसर का भ्रमण किया।

उन्होंने कहा, “स्वर्वेद महामंदिर भारत की सामाजिक और आध्यात्मिक ताकत का एक आधुनिक प्रतीक है।” प्रधानमंत्री ने इस मंदिर की सुंदरता और आध्यात्मिक समृद्धि का उल्लेख करते हुए इसे ‘योग और ज्ञान’ तीर्थ बताया।

भारत के आर्थिक, भौतिक और आध्यात्मिक गौरव को स्मरण करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत ने कभी भी भौतिक प्रगति को भौगोलिक विस्तार या शोषण का माध्यम नहीं बनने दिया। उन्होंने कहा कि हमने आध्यात्मिक और मानवीय प्रतीकों के माध्यम से भौतिक प्रगति की है। श्री मोदी ने जीवंत काशी, कोणार्क मंदिर, सारनाथ, गया स्तूप और नालंदा तथा तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों के उदाहरण दिए। उन्होंने कहा कि इन आध्यात्मिक संरचनाओं के आसपास भारत की वास्तुकला अकल्पनीय ऊंचाइयों तक पहुंची है।

प्रधानमंत्री ने काशी तमिल संगमम 2023 का किया उद्घाटन

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 17 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी तमिल संगमम 2023 का उद्घाटन किया। श्री मोदी ने कन्याकुमारी-वाराणसी तमिल संगमम ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और इस अवसर पर तिरुक्कुरल, मणिमेकलाई और अन्य उत्कृष्ट तमिल साहित्य के बहुभाषा और ब्रेल अनुवाद को भी जारी किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आनंद लिया।

काशी तमिल संगमम का उद्देश्य देश की दो सबसे महत्वपूर्ण और प्राचीन शिक्षा पीठों, तमिलनाडु और काशी के बीच सदियों पुराने संबंधों का उत्सव मनाते हुए हुए इनकी पुष्टि करना और इनका पुनःअन्वेषण करना है।

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन सहित अन्य गणमान्य जन उपस्थित थे।