प्रधानमंत्री ने किया क्षेत्रीय संपर्क योजना ‘उड़ान’ का शुभारंभ

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प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शिमला में 27 अप्रैल को बहुप्रतीक्षित ‘उड़ान’ योजना के तहत शिमला-दिल्ली मार्ग पर पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाई। इस योजना के तहत शिमला, नांदेड़ और कडप्पा हवाईअड्डे से उड़ानें शुरू हो गईं हैं। प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर स्थित हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के शिलान्यास के अवसर पर एक ई-पट्टिका का भी अनावरण किया। प्रधानमंत्री ने शिमला हवाईअड्डे पर उपस्थित लोगों को संबोधित किया। इस दौरान नांदेड़ एवं कडप्पा भी वीडियो लिंक के जरिए जुड़े हुए थे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्यम वर्ग के लोगों के जीवन परिवर्तित हो रहा है। उनकी आकांक्षाएं बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि सही अवसर मिलने पर वे चमत्कार कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में विमानन क्षेत्र संभावनाओं से भरा हुआ है। उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि विमानन क्षेत्र को कभी कुछ चुनिंदा लोगों की जागीर समझा जाता था, लेकिन अब यह बदल गया है। उन्होंने कहा कि नई नागरिक उड्डयन नीति भारत के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का एक अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि श्रेणी-2 और श्रेणी-3 के शहर अब विकास का इंजन बन रहे हैं और इनके बीच हवाई संपर्क का बढ़ाना लाभकारी होगा। उन्होंने कहा कि उड़ान योजना हिमाचल प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र के लिए मददगार साबित होगी।

श्री मोदी ने कहा कि ये सफर ऐसी है जो समय भी बचाएगी और इसका खर्च टैक्सी में अगर किलोमीटर का दस रुपया लगता है तो नई पालिसी के तहत हवाई यात्रा का किलोमीटर का खर्चा सिर्फ छ: या सात रुपया लगेगा। नांदेड़ से आज हैदाराबाद शुरू हो रहा है लेकिन नांदेड़ से मुंबई इसके बाद शुरू होने वाली व्यवस्था है और मैं एविएशन कंपनियों को एक सीख देना चाहता हूं। अगर एविएशन कंपनियां व्यापरिक दृष्टि से सोचते है तो सोचे कि नांदेड़ साहिब, अमृतसर साहिब और पटना साहिब अगर हवाई सर्कुलर रूट बनाएगें तो दुनिया भर के सिख यात्री इस हवाई यात्रा का सबसे ज्यादा लाभ उठाएगें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वायु शक्ति और जल शक्ति आज के विकास के अंदर बहुत बड़ी ताकत बनते हैं और जो हम नए भारत का सपना देख रहे हें जिसमें जन-धन का सामर्थ्य है, वन-धन का सामर्थ्य है, जल-धन का भी उतना ही सामर्थ्य है उस सामर्थ्य को लेकर के हमें आगे बढ़ना है।

दरअसल,’उड़ान’ योजना क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस) पर केंद्रित है। यह देश के छोटे व मझोले कस्बों को बड़े नगरों तथा परस्पर किफायती हवाई यातायात सुविधा से जोड़ने की स्कीम है। इसके तहत 500 किमी की विमान यात्रा के लिए 2500 रुपये का किराया है। इसके तहत फिक्स विंग विमानों के मामले में यात्रा की अवधि अधिकतम एक घंटे तथा हेलीकॉप्टर के मामले में आधा घंटे मानी गई है।