‘राहुल गांधी देश-विरोधी टूलकिट का स्थायी हिस्सा बन गए हैं’

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भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष का कांग्रेस नेता पर करारा प्रहार

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 17 मार्च, 2023 को प्रेस वक्तव्य जारी कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर करारा प्रहार किया और कहा कि मजबूत भारत, सशक्त लोकतंत्र और निर्णायक सरकार से भारत विरोधी लोगों को हमेशा से दिक्कत रही है। दुर्भाग्य की बात यह है कि इन देश-विरोधी गतिविधियों में देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस भी शामिल हो गई है। जनता द्वारा बार-बार नकार दिए जाने के बाद अब राहुल गांधी इस देश-विरोधी टूलकिट का स्थायी हिस्सा बन गए हैं।

राहुल गांधी ने िकया देश का अपमान

श्री नड्डा ने कहा कि एक ओर आज भारत जहां प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनकर उभरा है, उनके नेतृत्व में जहां जी-20 की बैठक आज भारत में हो रही है, वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी विदेशी धरती पर देश का अपमान कर रहे हैं, सदन का अपमान

राहुल गांधीजी, आपने विदेशी धरती पर कहा कि भारत में लोकतंत्र ख़त्म हो गया है और यूरोप-अमेरिका को इसमें दखल देना चाहिए। इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है? किसी दूसरे देश से भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की मांग करना भारत की सम्प्रभुता पर हमला है। मैं राहुल गांधी से जानना चाहता हूं कि यूरोप और अमेरिका को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने के लिए उकसाने के पीछे उनकी क्या मंशा थी? विदेशी षड्यंत्रकारियों से मिलीभगत करके क्या आप भारत की आर्थिक घेराबंदी और सामरिक घेराबंदी करवाने का प्रयास कर रहे हैं

कर रहे हैं, देश की पूर्ण बहुमत से चुनी हुई सरकार का अपमान कर रहे हैं और देश की 130 करोड़ जनता का अपमान कर रहे हैं। ये देशद्रोहियों के हाथों को मजबूत करना नहीं है तो और क्या है?

उन्होंने कहा कि राहुल गांधीजी, आपने विदेशी धरती पर कहा कि भारत में लोकतंत्र ख़त्म हो गया है और यूरोप-अमेरिका को इसमें दखल देना चाहिए। इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है? किसी दूसरे देश से भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने की मांग करना भारत की सम्प्रभुता पर हमला है। मैं राहुल गांधी से जानना चाहता हूं कि यूरोप और अमेरिका को भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने के लिए उकसाने के पीछे उनकी क्या मंशा थी? विदेशी षड्यंत्रकारियों से मिलीभगत करके क्या आप भारत की आर्थिक घेराबंदी और सामरिक घेराबंदी करवाने का प्रयास कर रहे हैं?

उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत के इतिहास में विषम से विषम स्थिति में भी आज तक देश के किसी भी बड़े नेता ने विदेश में जाकर विदेशी ताकतों से भारत सरकार के खिलाफ कार्यवाही करने का आह्वान नहीं किया है। राहुलजी, आपका यह कृत्य स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे गंभीर मामला है। इससे जनता में भारी आक्रोश है। जन-प्रतिनिधियों में भी वही आक्रोश दिख रहा है। हर राष्ट्रभक्त सांसद इस समय अंदर से आहत है। राहुल गांधीजी, आपको देश के खिलाफ इस पाप के लिए देश की जनता से माफी मांगनी ही होगी।

विदेशी मदद की मांग दुर्भाग्यपूर्ण

श्री नड्डा ने कहा कि अब यह स्पष्ट हो गया है कि मणिशंकर अय्यर का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को हटाने के लिए पाकिस्तान से मदद की गुहार लगाना और सलमान खुर्शीद का मोदीजी को हटाने में विदेशी मदद की मांग करना उनकी व्यक्तिगत सोच नहीं थी, बल्कि यह कांग्रेस पार्टी और उसके शीर्ष नेतृत्व की सोच है। जिस इंग्लैण्ड ने हम पर वर्षों तक शासन किया, उसी सरजमीं पर जाकर राहुल गांधी स्वयं भारत में विदेशी ताकतों से दखल देने की मांग कर रहे हैं। ये देश का दुर्भाग्य नहीं है तो और क्या है?

उन्होंने कहा कि अब तो मुझे इस पर भी संदेह है कि राहुल गांधी भारत के लोकतंत्र को कितना जानते हैं और कितना समझते हैं। अच्छा होता कि स्वतंत्र भारत के लोकतांत्रिक इतिहास को यदि राहुल गांधी सही से पढ़ते तो उन्हें पता चलता कि लोकतंत्र की हत्या किसने की और लोकतंत्र की रक्षा किसने की।

कांग्रेस ने की लोकतंत्र की हत्या

श्री नड्डा ने कहा कि राहुलजी, आप आपातकाल के इतिहास को पढ़िए। आपकी ही कांग्रेस पार्टी की सरकार ने इस देश में 19 महीनों तक आपातकाल लगाकर लगभग डेढ़ लाख बेगुनाह चाहे राजनीतिक

राहुल गांधीजी, आप विदेशी धरती से भारत को बदनाम करते हैं जबकि आज दुनिया भारत को सलाम कर रही है। इटली की पीएम ने हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को सबसे ‘लवेबल पीएम’ कहा। वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ तक ने भारत की विकास गाथा की सराहना की है। जर्मनी के चांसलर ने भारत के विकास को अद्भुत बताया है। अमेरिका, फ़्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, रूस, ब्रिटेन, यूएई, सऊदी अरब सहित तमाम देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व की सराहना कर रहे हैं लेकिन राहुल गांधी देश का अपमान कर रहे हैं। ये है राहुल गांधी की समझ

कार्यकर्ता हों, युवा हों, वृद्ध हों, महिला हों— सबको अकारण जेल में डाल दिया था। तब बोलने पर प्रतिबंध, लिखने पर प्रतिबंध, मीडिया पर प्रतिबंध, फिल्मों पर प्रतिबंध, गायकों पर प्रतिबंध— न जाने, किन गुनाहों के लिए किस-किस पर प्रतिबंध लगाए गए थे। राहुल गांधीजी, आपकी पार्टी ने तो देश की सभी संवैधानिक व्यवस्थाओं को ध्वस्त किया ही, न्यायपालिका को भी कमजोर करने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी थी। आपकी ही सरकारों ने लगभग 90 बार राष्ट्रपति शासन लगाकर चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकारों को बेवजह बर्खास्त किया था। ये होती है लोकतंत्र की हत्या।

उन्होंने कहा कि राहुलजी, आपकी पार्टी के द्वारा जिस ढंग से आपातकाल को लगाकर देश के संविधान को समाप्त करने का प्रयास किया गया था, उसका प्रतिकार इसी देश की जनता ने किया और आपके शासन को उखाड़ फेंका। किसी विदेशी ताकत ने नहीं।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधीजी, आप विदेशी धरती से भारत को बदनाम करते हैं जबकि आज दुनिया भारत को सलाम कर रही है। इटली की पीएम ने हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को सबसे ‘लवेबल पीएम’ कहा। वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ तक ने भारत की विकास गाथा की सराहना की है। जर्मनी के चांसलर ने भारत के विकास को अद्भुत बताया है। अमेरिका, फ़्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, रूस, ब्रिटेन, यूएई, सऊदी अरब सहित तमाम देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व की सराहना कर रहे हैं लेकिन राहुल गांधी देश का अपमान कर रहे हैं। ये है राहुल गांधी की समझ।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि भारत राष्ट्र नहीं बल्कि राज्यों का संघ है। जिसे राष्ट्र के रूप में ‘भारत’ में विश्वास ही नहीं, उसकी सोच पर क्या कहा जाय? राहुल गांधी जी, भारत ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ है जिसने पूरी दुनिया को लोकतंत्र की शिक्षा दी। दुनिया की कोई ताकत भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं को नुकसान नहीं पहुंचा सकती।

उन्होंने कहा कि राहुल जी, आज आपकी और आपकी पार्टी की देश में कोई सुनता नहीं। देश की जनता आप पर विश्वास करती नहीं। यही कारण है कि आज आपकी पार्टी का देश से लगभग सफाया हो चुका है।

देश विरोधी टूलकिट गैंग की सक्रियता

श्री नड्डा ने कहा कि जब भी भारत में संसद सत्र शुरू होने वाला होता है, देश विरोधी टूलकिट गैंग अचानक से सक्रिय हो जाता है। कभी पेगासस की झूठी रिपोर्ट प्रकाशित की जाती है, कभी आंदोलनों को भड़काया जाता है, कभी कोई डॉक्यूमेंट्री आ जाती है, कभी कोई विदेशी अखबार की रिपोर्ट को लेकर हंगामा किया जाता है। कहा जाता है कि ताली एक हाथ से नही बजती, मगर मुझे ऐसा लगता है कि यहां एक हाथ तो सात समुद्र पार है और दूसरा यहां है और दोनों मिलकर ऐसी ताली बजाते हैं कि अपने देश को भी बदनाम करने में उन्हें कोई संकोच नहीं होता।

उन्होंने कहा कि आखिर क्यों भारत विरोधी जॉर्ज सोरोस और राहुल गांधी की भाषा एक जैसी है? आखिर क्यों चीन और कांग्रेस की भाषा एक जैसी है? आखिर क्यों पाकिस्तान और कांग्रेस की भाषा एक जैसी है? आखिर क्यों देश विरोधियों और कांग्रेस नेताओं की भाषा एक जैसी है?

कांग्रेस एवं तथाकथित लेफ्ट िलबरल्स की मिलीभगत

श्री नड्डा ने कहा कि विदेशी ताकतें भारत में एक कमजोर और मजबूर गठबंधन की सरकार चाहती हैं, ताकि वे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार अपने फायदे में सरकार का उपयोग कर सकें। भारत को कमजोर करना Deep State का षड्यंत्र है जिसमें कांग्रेस सहित तथाकथित लेफ्ट लिबरल्स मिले हुए हैं, पर देश के करोड़ों-करोड़ों देशभक्त नागरिक कांग्रेस और विदेशी षड्यंत्रकारियों के इन मंसूबों को कभी भी कामयाब होने नहीं देंगे।