गुजरात और भाजपा का संबंध राजनीति का नहीं, बल्कि अपनेपन का संबंध है : नरेन्द्र मोदी

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जन विश्वास सम्मेलन, आणंद (गुजरात)

गुजरात के आणंद में 10 अक्टूबर, 2022 को ‘जन विश्वास सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘गुजरात और भाजपा का संबंध राजनीति का नहीं, बल्कि अपनेपन का संबंध है।’ प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे गुजरात दो दशकों से अधिक समय से अपनी विकास यात्रा में आने वाली बाधाओं को दूर कर, भाजपा सरकार के शासन में व्यापक बदलाव का साक्षी बना है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे गुजरात में किसानों को बेहतर जल आपूर्ति और बिजली वितरण के माध्यम से बड़े पैमाने पर लाभ हुआ है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार ने हमेशा ऐसा शासन देने का प्रयास किया है जो उद्योगों को फलने-फूलने में मदद करे, युवाओं के लिए पर्याप्त अवसर पैदा करे और किसानों के हितों की रक्षा करे।

गुजरात और भाजपा के बीच 20 साल के अटूट संबंध के बारे में बात करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार विभिन्न योजनाओं और बुनियादी ढांचे के निर्माण के माध्यम से गुजरात को वैश्विक पहचान दिलाने का निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने विपक्ष द्वारा फैलाये जा रहे छल और दुष्प्रचार के खतरे की ओर इशारा करते हुए कहा कि विपक्ष गुजरात की विकास यात्रा को पटरी से उतारने का प्रयास कर रहा है।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आगे कहा कि अगर आप कांग्रेसी नेताओं से मिलते हैं, तो उनसे पूछें कि क्या वे सरदार साहब की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा के आगे सिर झुकाने गए थे। वे ऐसा नहीं करेंगे, क्योंकि अगर वे यहां अपना सिर वहां झुकाते हैं तो उनके दिल्ली आलाकमान के समक्ष उनका वही सिर खतरे में पड़ जाएगा।

श्री मोदी ने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था, तब गुजरात पर माओवाद का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन गुजरात की जनता बहकी नहीं और उन्होंने विकास के मार्ग को प्राथमिकता दी। जिसका परिणाम अब सबके सामने हैं।

उन्होंने कहा कि दौड़ का समय खत्म हो गया है और अब गुजरात को ऊंची छलांग लगानी है। गुजरात आगामी दशकों में हाइड्रोजन हब, फार्मेसी हब, सेमीकंडक्टर हब, ईवी हब के रूप में उभरने वाला है। ‘गिफ्ट सिटी’ यहां के युवाओं को एक बड़ा मौका देने जा रही है।

मोदी शैक्षणिक संकुल का उद्घाटन

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 10 अक्टूबर को अहमदाबाद (गुजरात) में जरूरतमंद छात्रों के लिए शैक्षणिक परिसर, मोदी शैक्षणिक संकुल के पहले चरण का उद्घाटन किया। इस परियोजना से विद्यार्थियों के समग्र विकास की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

इसके अलावा श्री मोदी ने 10 अक्टूबर को जामनगर में विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भरूच से जामनगर तक गुजरात की समृद्धि को, गुजरात के विकास को विस्तार देने का ये अनुभव वाकई अद्भुत है।

श्री मोदी ने कहा कि आज यहां 8 प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। आप सभी को पानी, बिजली, कनेक्टिविटी से जुड़े इन प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत-बहुत बधाई। आज वाल्मीकि समाज के लिए विशेष कम्युनिटी हॉल का भी लोकार्पण हुआ है। इससे हमारे भाइयों और बहनों को विभिन्न सामाजिक आयोजनों में बहुत मदद मिलेगी।

भरूच (गुजरात)

आमोद में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की कई परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 10 अक्टूबर को भरूच (गुजरात) के आमोद में 8,000 करोड़ रुपये से अधिक की कई परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने जंबूसर में बल्क ड्रग पार्क, दहेज में डीप सी पाइपलाइन परियोजना, अंकलेश्वर और पनोली में हवाई अड्डे के पहले चरण और बहुस्तरीय औद्योगिक शेड के विकास की आधारशिला रखी।

श्री मोदी ने कई परियोजनाओं को देश को समर्पित किया जो गुजरात में रसायन क्षेत्र को बढ़ावा देंगी। इन परियोजनाओं में जीएसीएल प्लांट, भरूच अंडरग्राउंड ड्रेनेज और आईओसीएल दहेज कोयाली पाइपलाइन का निर्माण शामिल है। प्रधानमंत्री ने बताया कि भरूच को रसायन क्षेत्र से संबंधित कई परियोजनाओं के साथ पहला ‘बल्क ड्रग पार्क’ प्रदान किया गया है। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी से जुड़ी दो बड़ी परियोजनाओं की भी आज शुरुआत की गई है।

श्री मोदी ने यह भी बताया कि अंकलेश्वर में भरूच हवाई अड्डे का शिलान्यास भी किया गया है, ताकि भरूच के लोगों को बड़ौदा या सूरत पर निर्भर न रहना पड़े। उन्होंने कहा कि भरूच एक ऐसा जिला है, जिसमें देश के अन्य छोटे राज्यों की तुलना में सबसे अधिक उद्योग हैं और इस नई हवाई अड्डा परियोजना के साथ यह क्षेत्र विकास के मामले में तीव्र गति से अग्रसर होगा।

श्री मोदी ने कहा कि यह नरेन्द्र-भूपेंद्र की डबल इंजन सरकार का ही परिणाम है जो कार्यों को त्वरित गति से पूरा करने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि यह गुजरात का नया चेहरा है। गुजरात पिछले दो दशकों में हर क्षेत्र में एक पिछड़े राज्य से एक संपन्न औद्योगिक और कृषि राज्य में परिवर्तित हो गया है।