समस्त कोयला भंडार की स्थिति 44.22 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 110.58 मिलियन टन तक पहुंच गई

| Published on:

कोयला मंत्रालय का ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना के अनुरूप राष्ट्र की विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित है। कोयला मंत्रालय सक्रिय रूप से कोयला उत्पादन बढ़ाने और सभी हितधारकों को कुशल परिवहन के माध्यम से कोयले के आपूर्ति करने की दिशा में काम कर रहा है।

13 जून, 2023 को खानों, टेरा पावर प्लांट सिस्टम्स (टीपीपी) और ट्रांजिट में कुल कोयला भंडार की स्थिति 110.58 मिलियन टन (एमटी) तक पहुंच गई, जो पिछले साल के 76.67 मिलियन टन (एमटी) के भंडार की तुलना में 44.22 प्रतिशत की पर्याप्त वृद्धि प्रदर्शित करता है। यह उच्च कोयला भंडार की स्थिति कोयला मंत्रालय द्वारा कोयले की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।

इसके अतिरिक्त इस महीने की 13 तारीख को कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) में पिथेड कोयले का भंडार 59.73 मीट्रिक टन (एमटी) है, जो 13.06.2022 को 47.49 मीट्रिक टन (एमटी) के भंडार की तुलना में 25.77 प्रतिशत की वृद्धि दर प्रदर्शित करता है। यह ऊपर की प्रवृत्ति प्रभावी भंडार प्रबंधन रणनीतियों और परिचालन दक्षता को रेखांकित करती है।

साथ ही, बिजली क्षेत्र को कोयले की आपूर्ति के संदर्भ में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 13.06.2023 की स्थिति के अनुसार संचयी उपलब्धि 164.84 मीट्रिक टन है, जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.11 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर दर्ज करती है, जो 13.06.2022 को 156.83 मीट्रिक टन था, इससे बिजली क्षेत्र की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कोयले की स्थिर आपूर्ति सुनिश्चित होती है।