प्रधानमंत्री मोदीजी के नेतृत्व में त्रिस्तरीय पंचायती राज का अभूतपूर्व सबलीकरण हुआ है : जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 7 अगस्त, 2023 को हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित भाजपा के दो दिवसीय क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् की बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया और क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् को संबोधित किया। प्रधानमंत्रीजी ने इस महत्वपूर्ण बैठक का वर्चुअल उद्घाटन किया और बैठक के उद्घाटन स्तर को संबोधित किया। कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा, हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहरलाल खट्टर, हरियाणा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री ओम प्रकाश धनखड़ सहित पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे। इस बैठक में उत्तर प्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख व राजस्थान के जिला पंचायतों के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष शामिल हुए।

प्रधानमंत्रीजी से इस कार्यक्रम में शामिल होने का सविनय आग्रह किया गया, तो उन्होंने अविलंब हामी भरते हुए इस कार्यक्रम में आने की अपनी स्वीकारोक्ति दे दी। भारतीय जनता पार्टी की ओर से हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का इस कार्यक्रम में हृदय से स्वागत करते हैं।

क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् कार्यक्रम का ब्योरा देते हुए श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं

श्री नड्डा ने कहा कि जब प्रधानमंत्रीजी से इस कार्यक्रम में शामिल होने का सविनय आग्रह किया गया, तो उन्होंने अविलंब हामी भरते हुए इस कार्यक्रम में आने की अपनी स्वीकारोक्ति दे दी। भारतीय जनता पार्टी की ओर से हम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का इस कार्यक्रम में हृदय से स्वागत करते हैं।
क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् कार्यक्रम का ब्योरा देते हुए श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से क्षेत्रीय पंचायती राज परिषद् कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। विगत नौ वर्षों में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में त्रिस्तरीय पंचायती राज का जिस प्रकार सबलीकरण हुआ है, ऐसा पूर्व में कभी देखा नहीं गया था। प्रधानमंत्रीजी का विचार था कि भाजपा से जुड़े जिला परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मेयर, डिप्टी मेयर, नगर परिषद के अध्यक्षों की सेंसटाइजेशन और ट्रेनिंग होनी चाहिए। प्रधानमंत्रीजी द्वारा दिए गए निर्देश पर भाजपा ने एक वृहत् योजना बनायी। पिछले साल देशभर के सभी मेयरों की ट्रेनिंग हुई और उन्हें इससे सम्बंधित जानकारियां भी दी गईं।

उन्होंने कहा कि आप (प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी) के नेतृत्व में जिस तरीके से पंचायती राज का सबलीकरण हुआ है, वह हमलोगों को प्रेरणा देती है और सीखने का अवसर भी देता है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिस्तरीय पंचायती राज की स्वायतत्ता बनाए रखते हुए इनका जिस प्रकार आर्थिक सशक्तीकरण किया है, वह पहले कभी देखने को नहीं मिला था।

कांग्रेस के शासन काल में जनकल्याणकारी योजनाओं की हुई दुर्दशा को उजागर करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि मैं जब पहली बार विधायक बना था, तब उस समय एक ब्लॉक में दो लाख रुपए आ जाए, तो बहुत बड़ी बात समझी जाती थी। किसी पंचायत को साल में एक लाख रुपए मिल जाए, तो बहुत बड़ी बात होती थी। इसके बाद जब उन राशि से किसी योजना का कार्यान्वयन होता था, तो उसमें भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार व्याप्त होता था।

श्री नड्डा ने अपना एक संस्मरण सुनाते हुए कहा कि मैं जब 1993 में विधायक बना था, तब उस समय इंदिरा आवास योजना हुआ करती थी। उस समय ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर आकर कहा करते थे कि नड्डाजी, आपको इस बार दो पंचायतों में इंदिरा आवास योजना की एक आवास बनाने का अवसर दिया गया है। यह एक धर्म संकट जैसी स्थिति हो जाती थी कि दो पंचायत में एक मकान किसको दी जाए? यह तो एक अनार सौ बीमार वाली स्थिति थी। लेकिन आज प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लगभग 4 करोड़ पक्के मकान बनाकर लाभार्थियों को दिए गए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने डिजिटल इंडिया और जैम पोर्टल का उपयोग करते हुए योजनाओं के कार्यान्वयन में पारदर्शिता लाई। पारदर्शिता के माध्यम से पंचायती राज संस्थानों को आज अर्थिक दृष्टि से बहुत बड़ी ताकत मिली है, जिससे योजनाएं सही तरीके से कार्यान्वित भी रही है।

श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों और योजनाओं के कार्यान्वयन से गांव, गरीब, वंचित, शोषित, पीड़ित, दलित, महिला, युवा और किसानों, सबको ताकत मिली है। पिछले नौ सालों में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन के तहत हर घर जल आदि अनेक योजनाएं चलायी गयी हैं। इस प्रकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में त्रिस्तरीय पंचायती राज का संपूर्ण सबलीकरण हुआ है। अब त्रिस्तरीय पंचायती राज में हमारे चुने हुए जनप्रतिनिधियों की जिम्मेवारी और भी बढ़ गयी है।