ऊंचे एवं महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को छू रहा आज का भारत

| Published on:

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा ‘नमो भारत’ ट्रेन का झंडी दिखाकर शुभारंभ होते ही भारत को अपना पहला रिजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आर.आर.टी.एस) का उपहार मिल गया। इससे ‘कनेक्टिविटी’ के क्षेत्र में एक नया आयाम जुड़ा है जिससे नगरों के मध्य आवागमन में यात्रियों को कई नई सुविधाएं, तीव्रता एवं आधुनिकता उपलब्ध होंगी। आरआरटीएस जो अंतर-नगरीय आवागन के लिए 180 कि.मी. प्रति घंटे की रफ्तार तक की सेवा उपलब्ध कराएगी, यात्रियों की सुविधाजनक यात्रा एवं समय की बचत करने में सक्षम होगी। यह एक उत्कृष्ट, मेड-इन-इंडिया एवं विश्व में सर्वोत्तम आवागमन सेवा है जो मेट्रो एवं बस सेवा से जुड़ी हुई है तथा यात्रियों के लिए कई प्रकार से सुगम एवं सुलभ सेवा उपलब्ध कराएगी।

पिछले नौ वर्षों में चाहे जलमार्ग हो, थल मार्ग हो, आकाश मार्ग हो या यहां तक कि अंतरिक्ष मार्ग हो, हर क्षेत्र में आधुनिकतम प्रौद्योगिकी एवं नवाचार का उपयोग कर यात्रा एवं परिवहन के क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन हुआ है। जहां नमो भारत एवं वंदे भारत ट्रेन नए भारत के संकल्प को दिखाता है, वहीं अमृत भारत के माध्यम से रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है। मोदी सरकार द्वारा ‘कनेक्टिविटी’ पर विशेष ध्यान देने से न केवल उत्तर-पूर्व, लद्दाख, कश्मीर सहित अनेक क्षेत्रों का तीव्र विकास हो रहा है, बल्कि इससे औद्योगीकरण की भी गति तेज हुई है और अब तक दूरस्थ माने जाने वाले क्षेत्र में भी युवाओं को रोजगार के भारी अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ठीक ही कहा है कि ‘नमो भारत’ भविष्य के भारत की एक झलक है।

रबी फसल के लिए एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की घोषणा से मोदी सरकार के किसानों को उनकी उपज का लाभकारी मूल्य दिलाने की प्रतिबद्धता पुनः प्रमाणित होती है। जहां मोदी सरकार किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुणा मूल्य निरंतर सुनिश्चित कर रही है, कई नए फसलें भी एमएसपी फसलों की सूची में जोड़ी गई हैं। गेहूं एवं कुसुम के लिए 150 रुपए प्रति क्विंटल तथा मसूर के लिए सर्वाधिक 450 रुपए प्रति क्विंटल एवं रेपसीड तथा सरसों के लिए 200 रुपए प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है। ध्यान देने योग्य है कि पिछले नौ वर्षों में एमएसपी पर इन फसलों की सरकारी खरीदगी भी कई गुणा बढ़ी है जिससे किसानों की बड़ी संख्या में लाभकारी मूल्य सुनिश्चित हुआ है। किसान, कृषि एवं गांवों पर मोदी सरकार की प्रतिबद्धता का ही परिणाम है कि आज कई योजनाएं, कार्यक्रमों एवं प्रकल्पों के माध्यम से कृषि क्षेत्र में भारी विकास हुआ है और ग्रामीण जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहे हैं।

जहां विश्व में कई देशों में उर्वरकों के मूल्य में भारी बढ़ोतरी दिख रही है, वहीं भारत में मोदी सरकार द्वारा भारी अनुदान देकर उर्वरकों की कीमतों को नियंत्रित कर स्थिर रखा गया है। इससे देशभर में किसानों को भारी राहत मिली है। पीएम-किसान सम्मान निधि के अंतर्गत 11 करोड़ से अधिक किसानों को अब तक 2,60,000 करोड़ रुपए सीधे उनके बैंक खातों में हस्तांतरित किए गए हैं। फसल बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, किसान ऋण पोर्टल, एफपीओ का शुभारंभ, कृषि संबंधित क्षेत्र जैसे मछली पालन, दुग्ध उत्पादन, बागवानी आदि में अनेक अभिनव योजनाओं के जरिए पूरे देश में किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन हो रहा है। परिणाम यह है कि देश के अन्नदाता भी हर वर्ष रिकार्ड उत्पादन कर देश का मान बढ़ा रहे हैं।

अब जबकि आईएमएफ ने वर्ष 2023-24 के लिए भारत के विकास दर के अनुमान में वृद्धि की है, भारत पूरे विश्व में सबसे तेज गति वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बनी रहेगी। आज भारत को चुनौतीपूर्ण वैश्विक आर्थिक परिदृश्य के मध्य एक चमकता सितारा के रूप में देखा जा रहा है। आज अनेक बड़ी उपलब्धियों के कारण पूरे राष्ट्र का मनोबल तो बढ़ा ही है, साथ ही अब देश की नजरें ऊंचे लक्ष्यों पर केंद्रित है। चंद्रयान-3 और आदित्य एल-1 के सफल प्रक्षेपण तथा जी-20 के अत्यंत सफल आयोजन के बाद गगनयान मिशन का भी सफल परीक्षण हुआ है। अब लगता है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन एवं 2040 तक पहले भारतीय को चंद्रमा पर भेजने का नया एवं महत्वाकांक्षी स्वप्न अवश्य साकार होगा।                                                                                                                                                           shivshaktibakshi@kamalsandesh.org