वर्ष 2022-23 में बिजली का कुल उत्पादन वर्ष 2021-22 की तुलना में 8.9 प्रतिशत बढ़ा

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केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह ने 12 दिसंबर को बताया कि वर्ष 2022-23 में बिजली का कुल उत्पादन वर्ष 2021-22 की तुलना में 8.9 प्रतिशत बढ़ा है। पिछले तीन वर्षों और चालू वित्त वर्ष 2023-24 (अक्टूबर, 23 तक) में देश में उत्पादित बिजली की कुल मात्रा निम्न है:

वर्ष                                                            कुल उत्पादन (मिलियन यूनिट)
2020-21                                                            13,81,855.15
2021-22                                                            14,91,858.98
2022-23                                                            16,24,465.61
2023-24                                                            10,47,439.04
(अक्टूबर, 2023 तक)

उल्लेखनीय है कि बिजली की अधिकतम मांग वर्ष 2014 में 136 मेगावाट से बढ़कर वर्ष 2023 में 243 मेगावाट हो गई।

साथ ही, भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं में से एक है और दुनिया में नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश के लिए सबसे पसंदीदा स्थान के रूप में उभरा है। केंद्र सरकार ने हरित ऊर्जा गलियारों का निर्माण किया है और 13 नवीकरणीय ऊर्जा प्रबंधन केंद्र स्थापित किए हैं। वर्तमान में नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 178000 मेगावाट है और 99000 मेगावाट की स्थापना चल रही है।

केंद्र सरकार ने विद्युत क्षेत्र को व्यावहारिक बनाने के प्रयास किये हैं। एटीएंडसी घाटा वर्ष 2013-14 में 22.62 प्रतिशत से घटकर वर्ष 2021-22 में 16.42 प्रतिशत हो गया है। जेनकोस के सभी मौजूदा भुगतान अद्यतन हैं और जेनकोस का पुराना बकाया 1.396 लाख करोड़ रुपये से 51,268 करोड़ रुपये तक कम हो गया है।

केंद्रीय विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह ने 12 दिसंबर, 2023 को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।