महिला मोर्चा का नेतृत्व कौन कर सकता है?

| Published on:

मोदी स्टोरी                                                                           —बाली भगत

हिला मोर्चा का नेतृत्व करने वाले के क्या लक्षण हो सकते हैं? नेतृत्वकर्ता के कौन से गुण उसे महिला समूह की मुखिया बनने के योग्य बनाते हैं? इसके बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी क्या सोचते हैं?
वर्ष 1997-98 में श्री नरेन्द्र मोदी जम्मू-कश्मीर के प्रभारी थे। एक दिन पार्टी की बैठक थी और बैठक में श्री मोदी उपस्थित थे। चर्चा के दौरान श्री मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से एससी मोर्चा, एसटी मोर्चा और युवा मोर्चा सहित पार्टी के विभिन्न मोर्चों के बारे में जानकारी ली। जब उन्होंने महिला मोर्चा के बारे में पूछा, तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने जवाब दिया कि उनके पास महिला मोर्चा नहीं है, क्योंकि राज्य में महिलाएं ऐसी भूमिकाओं के लिए आगे नहीं आती हैं।

श्री मोदी ने जवाब दिया, पूरे देश में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां महिला मोर्चा की स्थापना नहीं की जा सकती है। यहीं वह बिंदु था जब पार्टी के कार्यकर्ता एक सबक लेने वाले थे।

श्री मोदी ने कार्यकर्ताओं से पूछा; आपके गांव में जब भी शादी या कोई सामाजिक समारोह होता है और महिलाएं शाम के समय इस अवसर पर इकट्ठा होती हैं, तो एक महिला होती है जो गांव की अन्य महिलाओं का नेतृत्व करती है।

यह वह महिला होती है जो कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने के बाद व्यवस्था देखती है। वह मेजबानों को अनुष्ठानों के अनुसार कुछ बदलाव करने का सुझाव भी देती हैं, महिलाओं के बैठने की व्यवस्था में मदद करती हैं और उसके बाद सभी महिलाएं उसके निर्देशों का पालन करती हैं। ऐसे वह स्वत: ही उनकी नेता बन जाती है।

श्री मोदी ने फिर पार्टी कार्यकर्ताओं से पूछा; क्या आपको अपने गांव या कस्बे में ऐसी कोई महिला याद है? पार्टी कार्यकर्ताओं ने जवाब दिया कि हां हर गांव में ऐसी एक महिला होती है जो दूसरी महिलाओं का नेतृत्व करती है।

श्री मोदी ने तब कार्यकर्ताओं से कहा कि चूंकि ऐसी महिलाओं में नेतृत्व के गुण होते हैं, इसलिए अन्य महिलाएं उनके निर्देशों का पालन करती हैं।

श्री मोदी ने कहा कि आप अपने गांव में ऐसी महिला से संपर्क क्यों नहीं करते, वह आपकी महिला मोर्चा की नेता हो सकती हैं। जम्मू-कश्मीर के भाजपा नेता श्री बाली भगत इस घटना को याद करते हुए कहते हैं कि यह सभी के लिए एक आंख खोल देने वाला पल था। हम बैठक में उपस्थित थे। हमने महसूस किया कि यह हमारी पहुंच के भीतर है, लेकिन श्री मोदी जैसे नेता की विचार-प्रक्रिया ने हमें यह कल्पना करने के लिए प्रेरित किया कि हमारे महिला मोर्चा के लिए एक नेता हो सकता है।