आतंकियों की मदद करने वालों और उन्हें पनाह देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा: नरेंद्र मोदी

| Published on:

दशहरा महोत्सव, लखनऊ, उत्तर प्रदेश

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकियों की मदद करने वालों और उन्हें पनाह देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। वे 12 अक्टूबर को लखनऊ में ऐशबाग के रामलीला महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत और समापन ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष से किया। उन्होंने शांति और सद्भावना पर जोर देते हुए श्रीराम के साथ श्रीकृष्ण को भी याद किया। बोले-इन दोनों महापुरुषों के जीवन में यु( था। लेकिन हम वे लोग हैं, जो यु( से बु( की ओर चले जाते हैं।
आतंकवाद को मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा विश्व तबाह हो रहा है। दो दिन से हम सीरिया की एक छोटी बालिका का चित्र देख रहे हैं। आंख में आंसू आ जाते हैं। 30-40 वर्ष पहले आतंकवाद पर देश चर्चा करता तो कुछ देशों के गले नहीं उतरता था। अमेरिकी अफसर से 1991 में हमारी बात हुई तो उसने कहा कि यह तो आपके यहां कानून-व्यवस्था का मसला है। लेकिन 26/11 ;मुंबई हमलाद्ध के बाद सारी दुनिया को आतंकवाद पता चल गया। आतंकवाद खत्म किए बिना मानवता की रक्षा नहीं हो सकती। रावण को आतंकवाद का प्रतीक बनाकर सभी तरह की बुराइयों पर विजय का आह्वान किया।

श्री मोदी ने प्रतीकों के जरिये समाज की बुराइयों को भी दूर करने की नसीहत दी। कहा, आतंक के खिलाफ पहली लड़ाई कोई फौजी, कोई नेता नहीं लड़ा। यह लड़ाई जटायु ने नारी के सम्मान के लिए लड़ी। आम जन का आह्वान करते हुए कहा कि 125 करोड़ जनता अगर राम नहीं बन सकती तो जटायु की भूमिका निभा सकती है। देशवासी अगर आतंकियों की हरकत पर ध्यान रखें तो वे सफल नहीं हो सकते। दुराचार, भ्रष्टाचार हमारे समाज को तबाह कर रहे हैं। ऐसे लोग रावण नहीं तो क्या हैं?
श्री मोदी ने कहा कि आज विजयदशमी है और पूरा विश्व गल्र्स डे मना रहा है। सीता मां पर अत्याचार करने वाले रावण को हर साल जलाते हैं, लेकिन कभी सोचा कि बेटा-बेटी में फर्क क्यों करते हैं? अपने अंदर का रावण मारिए। घर में पैदा होने वाली सीता को बचाइए। बेटियों के पैदा होने पर भी उत्सव मनाइए। उन्होंने गंदगी को भी रावण का प्रतीक बताया। अशिक्षा को समाज को नष्ट करने वाली शक्ति बताते हुए इस पर भी विजय प्राप्त करने पर जोर दिया। श्री नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने दिल्ली से बाहर रामलीला महोत्सव में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।