बुनियादी क्षेत्र की विकास दर 13 माह के उच्च स्तर पर

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र‍िफाइनरी, स्टील और सीमेंट क्षेत्र के शानदार प्रदर्शन से नवंबर में आठ प्रमुख उद्योगों ने जोरदार 6.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। पिछले साल नवंबर में इन उद्योगों की वृद्धि दर 3.2 प्रतिशत और इस साल अक्टूबर में पांच प्रतिशत रही थी। बुनियादी क्षेत्र की वृद्धि दर 13 माह के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। दरअसल, आठ प्रमुख उद्योगों में तेजी लौटना काफी हद तक सकारात्मक है, क्योंकि समग्र अर्थव्यवस्था पर इनका प्रभाव पड़ता है। स्टील और सीमेंट उत्पादन का अच्छा प्रदर्शन उल्लेखनीय है।

गौरतलब है कि ढांचागत क्षेत्र के आठ प्रमुख उद्योग कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, खाद, स्टील, सीमेंट और बिजली हैं। औद्योगिक उत्पादन का बैरोमीटर माने जाने वाले आइआइपी में इन आठ उद्योगों का 40.27 प्रतिशत योगदान है।

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा 1 जनवरी को जारी आंकड़ों के अनुसार इस बार नवंबर में रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात तथा सीमेंट क्षेत्र की वृद्धि दर सालाना आधार पर क्रमश: 8.2 प्रतिशत, 16.6 प्रतिशत तथा 17.3 प्रतिशत रही। इसके साथ ही कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस के उत्पादन में भी सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी।

रिफाइनरी उत्पादन का ईसीआई सूचकांक में 28.03 फीसदी भार है। इसमें साल 2017 के नवंबर में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 8.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। विद्युत उत्पादन जिसका ईसीआई सूचकांक में 19.85 फीसदी भार है, समीक्षाधीन अवधि में 1.9 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।

स्टील उत्पादन का ईसीआई सूचकांक में 17.92 फीसदी योगदान है। इसमें समीक्षाधीन माह में 16.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। कच्चे तेल की निकासी जिसका 5.37 फीसदी है, उसमें नवंबर में 17.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।
प्राकृतिक गैसों का उपसूचकांक जिसका 6.88 फीसदी भार है, उसमें इस अवधि में 2.4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।