बुनियादी ढांचे के विकास पर केंद्र सरकार का विशेष ध्यान : नरेंद्र मोदी

| Published on:

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 17 जून को कोच्चि मेट्रो का उद्घाटन किया और नई मेट्रो लाइन पर थोड़ी देर यात्रा की। बाद में उन्होंने राष्ट्र को कोच्चि मेट्रो समर्पित करने के लिए आयोजित एक समारोह में भारी जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि पिछले तीन साल के दौरान मेरी सरकार ने देश के समग्र बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान दिया है। रेलवे, सड़क, बिजली हमारे प्राथमिकता वाले क्षेत्र रहे हैं। प्रगति की बैठकों में मैंने व्यक्तिगत तौर पर आठ लाख करोड़ रुपये से अधिक की 175 परियोजनाओं की समीक्षा की है। हमने बाधाओं को दूर किया है और इस क्षेत्रों में कार्यान्वयन की औसत दर में उल्लेखनीय सुधार किया है। अब हम अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं जिसमें लॉजिस्टिक्स, डिजिटल और गैस शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि विशेष रूप से शहरों में सार्वजनिक परिवहन में सुधार लाने के लिए हमने कई पहल की हैं। इस क्षेत्र में विदेशी निवेश को आमंत्रित किया गया है। भारत में पचास शहर मेट्रो रेल परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए तैयार हैं। मेट्रो रेल व्यवस्था के आर्थिक एवं सामाजिक लाभ जग-जाहिर हैं। हमने इस क्षेत्र में नीति तैयार करने को गति दी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल में भारत सरकार ने मेट्रो रेल के रोलिंग स्टॉक और सिग्नल प्रणाली के लिए विनिर्देशों को मानकीकृत किया है। यह विनिर्माताओं को भारत के लंबी अवधि के लिए विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। ‘मेक इन इंडिया’ दृष्टि के अनुरूप मेट्रो रोलिंग स्टॉक के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

kochi-metro-2

उन्होंने कहा कि आम लोगों पर केंद्रित दृष्टिकोण को अपनाने और भूमि के उपयोग एवं परिवहन को एकीकृत करते हुए शहरी नियोजन में एक उल्लेखनीय बदलाव लाने की आवश्यकता है। इस दिशा में भारत सरकार ने अप्रैल 2017 में एक नेशनल ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट पॉलिसी जारी की। यह नीति शहरों को ट्रांजिट पर निर्भर होने के बजाय ट्रांजिट केंद्रित के तौर पर बदलना चाहती है। इसका उद्देश्य कम से कम चलने वाला समुदाय सृजित करना और सार्वजनिक परिवहन को ट्रांजिट के करीब लाना है। मैं वैल्यू कैप्चर फाइनैंस पॉलिसी फ्रेमवर्क के लिए वेंकैया जी के नेतृत्व में शहरी विकास मंत्रालय की सराहना करता हूं। यह बढ़ते भूमि मूल्य कब्जे में लेने के लिए एक तंत्र प्रदान करता है।

साथ ही श्री मोदी ने यह भी कहा कि अरब सागर की रानी कोच्चि मसालों के व्यापार का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। आज इसे केरल की वाणिज्यिक राजधानी के रूप में जाना जाता है। केरल आने वाले घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या के लिहाज से कोच्चि पहले स्थान पर है। इसलिए यह उचित है कि कोच्चि में मेट्रो रेल की सुविधा होनी चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस शहर की आबादी लगातार बढ़ रही है और 2021 तक इसे 23 लाख तक पहुंचने का अनुमान है। इसलिए शहरी बुनियादी ढांचे पर बढ़ते दबाव से निपटने के लिए एक व्यापक द्रुत परिवहन व्यवस्था आवश्यक है। यह कोच्चि के आर्थिक विकास में भी योगदान करेगा।

उन्होंने कहा कि कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड भारत सरकार और केरल सरकार की 50:50 का संयुक्त उद्यम है। कोच्चि मेट्रो के लिए केंद्र सरकार ने अब तक दो हजार करोड़ रुपये जारी किए हैं। आज उद्घाटन होने वाला चरण अलुवा से पलारिवट्टम तक परिचालन करेगा। यह 13.26 किलोमीटर की दूरी और ग्यारह स्टेशनों को कवर करेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह आधुनिक सिग्नल प्रणाली, जिसे ‘कम्युनिकेशंस बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नेलिंग सिस्टम’ कहा जाता है, के साथ चालू होने वाली पहली मेट्रो परियोजना है। इसके डिब्बे ‘मेक इन इंडिया’ दृष्टि को दर्शाते हैं। इन डिब्बों को फ्रांस की कंपनी अल्सटॉम द्वारा चेन्नई के समीप उसके कारखाने में निर्मित किया गया है और इसमें करीब 70 प्रतिशत भारतीय उपकरण लगाए गए हैं।