सभी के लिए नि:शुल्क टीकाकरण

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा केन्द्र सरकार द्वारा 18-44 आयुवर्ग के लोगों के लिए भी नि:शुल्क टीकाकरण अभियान की घोषणा से पूरा देश आश्वस्त है कि अब हर किसी को आसानी से टीका उपलब्ध होगा। ध्यान देने योग्य है कि मोदी सरकार पहले से ही 45 वर्ष से ऊपर के आयु वाले लोगों के लिये नि:शुल्क टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक चला रही है। पूर्व में कुछ राज्यों द्वारा भी टीके की मांग को देखते हुए 18-44 आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण कार्य को विकेन्द्रित किया गया था। जब कुछ राज्य प्रभावी ढंग से इस अभियान को नहीं चला पा रहे थे एवं टीका प्राप्त करने में अपनी असमर्थता जता रहे थे, ऐसे में कोविड–19 महामारी के विरुद्ध चल रहे युद्ध की गति धीमी पड़ने की आशंका उत्पन्न होने लगी थी।
एक ओर जहां भाजपा शासित राज्य नि:शुल्क टीकाकरण की घोषणा कर चुके थे, वहीं कई अन्य राज्य टीके की उपलब्धता के िलए केन्द्र पर निर्भर रहे। इससे उत्पन्न आशंकाओं एवं संशय को देखते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अब 45+ आयु वर्ग के साथ–साथ 18-44 आयु वर्ग के लिये भी केन्द्र द्वारा नि:शुल्क टीकाकरण का दायित्व अब अपने ऊपर ले लिया है। अब इसमें कोई संदेह नहीं कि निकट भविष्य में देश कोविड–19 महामारी को निर्णायक रूप से नियंत्रित करने में सफल होगा।
राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 80 करोड़ लोगों के लिए ‘गरीब कल्याण योजना’ के नवम्बर माह तक विस्तार करने की भी घोषणा की है। इस योजना से 80 करोड़ लोगों को न केवल खाद्य सुरक्षा मिली है बल्कि गरीब से गरीब व्यक्ति भी विभिन्न ‘लॉकडाउन’ में बिना किसी भय एवं आशंका के कोविड–19 महामारी के विरुद्ध युद्ध में जुड़ सका है। ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के अंतर्गत 80 करोड़ लोगों को 5 किलो अनाज, 1 किलो दाल एवं अन्य आवश्यकताओं को उपलब्ध कराने के लिए एक बहुत ही सफल कार्यक्रम के रूप में देखा जा रहा है। इससे इस वैश्विक महामारी के दौर में गरीब से गरीब व्यक्ति को भी भारी राहत पहुंची है। महामारी के दूसरे दौर में इसके विस्तार से जन–जन में यह विश्वास और भी अधिक सुदृढ़ हुआ है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किसी भी विकट परिस्थिति का सामना करने में देश सक्षम है और महामारी पर विजय के लिए कृतसंकल्पित है।
एक अन्य महत्वपूर्ण निर्णय में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘पीएम–केयर्स’ के अंतर्गत, जिन बच्चों ने कोविड–19 के कारण अपने माता–पिता को खो दिया है, उनके लिए अनेक राहतों की घोषणा की है। इस योजना के अंतर्गत ऐसे बच्चों की शिक्षा के साथ–साथ उसके 18 वर्ष होने पर 10 लाख रुपये के ‘कॉर्पस फंड’ की भी व्यवस्था की गई है। इन बच्चों के लिए उच्चतम शिक्षा एवं स्वास्थ्य की भी व्यवस्था इसके अंतर्गत की गई है। इसके साथ ही, मोदी सरकार ने कोविड–19 के कारण जिन परिवारों ने अपने कमाने वाले सदस्य को खो दिया है, उनके लिये भी कई सहायता की घोषणाए की गई हैं। इस वैश्विक महामारी में विश्वभर में अनेक परिवारों ने भयानक त्रासदियों को सहा है तथा भारत में कई लोगों ने जानें गंवाई हैं और उन पर निर्भर परिवार अब एक अनिश्चित भविष्य से जूझ रहे हैं। जहां पूरा देश इन परिवारों के साथ एकजुट खड़ा है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार इनके लिए अनेक सहायता एवं राहत के कार्यक्रम घोषित कर विपरीत परिस्थितियों में इनका संबल बनी है।
एक ओर जहां विश्व का सबसे बड़ा और सबसे तीव्र गति से चलने वाला टीकाकरण अभियान दिनोंदिन और अधिक गतिमान हो रहा है, पूरा राष्ट्र अपने वैज्ञानिकों एवं शोधकर्ताओं पर गौरवान्वित है। आज देश में एक नहीं बल्कि दो कोविड टीकों का निर्माण हुआ है और कई अन्य टीके निर्माण की प्रक्रिया में हैं। साथ ही, बच्चों के लिए भी टीके परीक्षण के दौर से गुजर रहे हैं जो कोविड–19 महामारी के विरुद्ध एक और मील के पत्थर साबित होंगे। भारत अपने चिकित्सकों, नर्सों, चिकित्साकर्मियों, लैब टेक्नीशियनों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं कोरोना योद्धाओं पर भी गर्व का अनुभव कर रहा है, जिन्होंने महामारी के इस दौर में नि:स्वार्थ भाव से देश की सेवा की है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा के दिशा–निर्देशों में ‘सेवा ही संगठन–2.0’ कार्यक्रम के अंतर्गत करोड़ों भाजपा कार्यकताओं ने जरूरतमंदों के बीच राहत सामग्री बांटी है तथा कोरोना पीड़ितों की सेवा का कार्य किया है। आज जब नि:शुल्क टीकाकरण अभियान की गति तेज हो रही है, इसमें अब कोई संदेह नहीं है कि भारत कोविड–19 महामारी पर निकट भविष्य में निर्णायक विजय प्राप्त करेगा।

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