यूनेस्को के रचनात्मक शहरों के नेटवर्क में शामिल हुए ग्वालियर और कोझिकोड

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भारत का ग्वालियर और कोझिकोड उन 55 नये शहरों में शामिल है, जिन्हें 31 अक्टूबर को यूनेस्को के रचनात्मक शहरों के नेटवर्क की सूची में जगह दी गयी। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर इसकी घोषणा की।

यूनेस्को की ओर से जारी बयान के मुताबिक इन नए शहरों को अपनी विकास रणनीतियों के हिस्से के रूप में संस्कृति और रचनात्मकता का उपयोग करने तथा मानव-केंद्रित शहरी नियोजन में नवीन प्रथाओं को प्रदर्शित करने के प्रति उनकी मजबूत प्रतिबद्धता के लिए इस सूची में शामिल किया गया है।

मध्य प्रदेश के ग्वालियर ने ‘संगीत’ श्रेणी में इस प्रतिष्ठित सूची में जगह बनाई है, वहीं केरल के कोझिकोड को ‘साहित्य’ श्रेणी में इस सूची में शामिल किया गया।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने यूनेस्को के क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क में कोझिकोड को ‘साहित्य की नगरी’ और ग्वालियर को ‘संगीत की नगरी’ के रूप में शामिल किए जाने की सराहना की। श्री मोदी ने कोझिकोड और ग्वालियर के लोगों को इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर बधाई दी।

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि कोझिकोड की समृद्ध साहित्यिक विरासत से भारत की सांस्कृतिक जीवंतता वैश्विक मंच पर और भी अधिक चमक रही है। उन्होंने कहा कि ग्वालियर ने जिस प्रतिबद्धता के साथ संगीत की विरासत को संजोया और समृद्ध किया है, उसकी गूंज दुनियाभर में सुनाई दे रही है।

केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री जी किशन रेड्डी द्वारा ‘एक्स’ पर की गई पोस्ट को उद्धृत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोझिकोड की समृद्ध साहित्यिक विरासत से भारत की सांस्कृतिक जीवंतता वैश्विक मंच पर और भी अधिक चमक रही है और ग्वालियर की सुरीली विरासत अब प्रतिष्ठित ‘यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज़ नेटवर्क’ में शामिल हो गई है। कोझिकोड और ग्वालियर के लोगों को इस उल्लेखनीय उपलब्धि पर बधाई!

उन्होंने कहा कि अब जबकि हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दी गई इस मान्यता का जश्न मना रहे हैं, हमारा राष्ट्र हमारी विविध सांस्कृतिक परंपराओं को संरक्षित और बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। यह सराहना हर उस व्यक्ति के सामूहिक प्रयासों को भी दर्शाती है जो हमारी अनूठी सांस्कृतिक गाथाओं को प्रोत्साहित और साझा करने के लिए समर्पित है।