खेल में कभी हार नहीं होती, केवल जीत या सीख होती है : नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री ने एशियाई पैरा गेम्स 2022 में भाग लेने वाले भारतीय एथलीटों के दल को किया संबोधित

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक नवंबर को नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में एशियाई पैरा गेम्स के भारतीय दल के साथ बातचीत की और उन्हें संबोधित किया। यह कार्यक्रम एशियाई पैरा गेम्स 2022 में एथलीटों की उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए उन्हें बधाई देने और उन्हें भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए प्रेरित करने का प्रधानमंत्री का एक प्रयास था।

भारत ने एशियाई पैरा गेम्स 2022 में 29 स्वर्ण पदक सहित कुल 111 पदक जीते। एशियाई पैरा गेम्स 2022 में कुल पदक तालिका में पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (2018 में) की तुलना में 54% की बढ़ोतरी देखी गई और मौजूदा 29 स्वर्ण पदकों की जीत 2018 के मुकाबले लगभग दोगुनी है।

आप लाते हैं नई उम्मीदें और नया उत्साह

प्रधानमंत्री ने पैरा-एथलीटों को संबोधित करते हुए कहा कि वे हमेशा उनसे मिलने और अपने अनुभव साझा करने को उत्सुक रहते हैं। श्री मोदी ने कहा कि आप जब भी यहां आते हैं तो नई उम्मीदें और नया उत्साह लेकर आते हैं। उन्होंने बल देकर कहा कि वे यहां सिर्फ एक काम के लिए आए हैं और वह है पैरा-एथलीटों को उनकी सफलताओं के लिए बधाई देना।

श्री मोदी ने बताया कि वे न केवल एशियाई पैरा गेम्स के घटनाक्रमों पर करीब से नजर रख रहे थे, बल्कि उसे जी भी रहे थे। उन्होंने खिलाड़ियों के योगदान की सराहना की और उनके कोचों और परिवारों को भी बधाई दी। श्री मोदी ने देश के 140 करोड़ नागरिकों की ओर से उनका आभार व्यक्त किया।

खेलों की अत्यधिक प्रतिस्पर्धी प्रकृति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने एथलीटों की अंदरूनी प्रतिस्पर्धा पर भी ध्यान दिया जब वे एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हैं। उन्होंने एथलीटों के उच्चतम स्तर के अभ्यास और समर्पण की प्रशंसा की। श्री मोदी ने कहा कि आप सभी जो यहां मौजूद हैं, उनमें से कुछ जीतकर आए, कुछ अनुभवों से समझदार बनकर आए हैं, लेकिन कोई भी हारकर नहीं आया है।

प्रधानमंत्री ने खेलों में शामिल सीखने की प्रक्रिया का ज़िक्र करते हुए कहा, “खेल में हार नहीं होती, केवल जीत या फिर सीख होती है।” उन्होंने 140 करोड़ नागरिकों में से चुने जाने को पैरा-एथलीटों के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया। कुल 111 पदकों के साथ रिकॉर्ड तोड़ सफलता का ज़िक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा, “आपकी सफलता पूरे देश को प्रेरित करती है और नागरिकों में गर्व की भावना भी पैदा करती है।”

रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन

प्रधानमंत्री ने एथलीटों के रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन के संदर्भ में स्मरण करते हुए बताया कि कैसे श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें गुजरात से लोकसभा में रिकॉर्ड चुनावी प्रदर्शन करने के लिए इसी प्रकार बधाई दी थी। उन्होंने कहा, “ये 111 पदक महज एक संख्या नहीं हैं, बल्कि 140 करोड़ सपने हैं।” श्री मोदी ने बताया कि यह संख्या 2014 में जीते गए पदकों की संख्या से तीन गुना ज्यादा है, जबकि स्वर्ण पदकों की संख्या दस गुना ज्यादा है और भारत पदक तालिका में 15वें स्थान से शीर्ष 5वें स्थान पर पहुंच गया है।
प्रधानमंत्री ने बीते कुछ महीनों के दौरान खेल के क्षेत्र में भारत की हालिया उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा, “पैरा एशियाई गेम्स में आपकी सफलता सोने पर सुहागा है।”

श्री मोदी ने संकल्प की शक्ति को दोहराते हुए अपनी बात समाप्त की। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हम किसी भी उपलब्धि पर रुकते नहीं हैं और अपनी उपलब्धियों पर आराम नहीं करते हैं। उन्होंने कहा, “हम टॉप 5 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गए हैं। मैं दृढ़ता से कहता हूं कि हम इस दशक में ही टॉप 3 अर्थव्यवस्थाओं में होंगे और 2047 में यह देश विकसित भारत बन जाएगा।”