देश आज आत्मविश्वास से भरा हुआ है : नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से देश को संबोधित किया

भाषण की मुख्य बातें

ज देश आत्मविश्वास से भरा हुआ है। सपनों के संकल्प के साथ परिश्रम की पराकाष्ठा से देश नई ऊंचाईयों को पार कर रहा है।

दलित हो, पीड़ित हो, शोषित हो, वंचित हो, महिलाएं हो उनके हकों की रक्षा करने के लिए हमारी संसद ने संवेदनशीलता और सजगता के साथ सामाजिक न्याय को और अधिक मजबूत बनाया।

ओबीसी आयोग को सालों से संवैधानिक दर्जा देने की मांग उठ रही थी। इस बार संसद ने इसे संवैधानिक दर्जा दे कर पिछड़ों और अति पिछड़ों के हकों की रक्षा करने का प्रयास किया।

भारत विश्व की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था

भारत ने विश्व की छठी बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में अपना नाम दर्ज करा दिया है।

एक आत्मनिर्भर हिन्दुस्तान हो, एक सामर्थ्यवान हिन्दुस्तान हो, एक विकास की निरंतर गति को बनाए रखने वाला, लगातार नई ऊंचाइयों को पार करने वाला हिन्दुस्तान हो, दुनिया में हिन्दुस्तान की साख हो, और इतना ही नहीं, हम चाहते हैं कि दुनिया में हिन्दुस्तान की दमक भी हो। हम वैसा हिन्दुस्तान बनाना चाहते हैं।

2014 में इस देश के सवा सौ करोड़ नागरिक सिर्फ सरकार बना कर रुके नहीं थे। वे देश बनाने के लिए जुटे थे, जुटे हैं और जुटे रहेंगे। मैं समझता हूं यही हमारे देश की ताकत है।

पिछले 4 साल में जो काम हुए हैं, उन कामों का अगर लेखा-जोखा लें, तो आपको अचरज होगा कि देश की रफ्तार क्या है, गति क्या है, प्रगति कैसे आगे बढ़ रही है।

शौचालय ही ले लें, अगर शौचालय बनाने में वर्ष 2013 की जो रफ्तार थी, उसी रफ्तार से चलते तो शायद कितने दशक बीत जाते शौचालयों का निर्माण शत-प्रतिशत पूरा करने में।

वर्ष 2013 की रफ्तार के आधार पर गांव में बिजली पहुंचाने के लिए शायद एक-दो दशक और लग जाते।

गरीबों को एलपीजी गैस कनेक्शन, गरीब मां को धुंआ-मुक्त बनाने वाला चूल्हा, यदि 2013 की रफ्तार से चले होते तो उस काम को पूरा करने में शायद 100 साल भी कम पड़ जाते।

वर्ष 2013 की रफ्तार से अगर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क लगाने का काम करते तो शायद पीढ़ियां निकल जाती। ये रफ्तार, ये गति, ये प्रगति, ये लक्ष्य इस प्राप्ति के लिए हम आगे बढ़ेंगे।

चार साल में देश बदलाव महसूस कर रहा है। देश एक नई चेतना, नई उमंग, नए संकल्प, नई सिद्धि और नये पुरुषार्थ के साथ आगे बढ़ा रहा है। आज देश दोगुना हाईवे बना रहा है, चार गुना, गांवों में नए घर बना रहा है।

रिकॉर्ड अनाज का उत्पादन

देश आज रिकॉर्ड अनाज का उत्पादन कर रहा है, तो देश आज रिकॉर्ड मोबाइल फोन का उत्पादन भी कर रहा है। देश में आज रिकॉर्ड ट्रैक्टरों की बिक्री हो रही है।

देश में आज आज़ादी के बाद सबसे ज्यादा हवाई जहाज खरीदने का काम हो रहा है।

देश आज नए IIM, नए IIT, नए AIIMS की स्थापना कर रहा है। देश आज छोटे-छोटे स्थानों पर नए कौशल विकास के मिशन को आगे बढ़ाकर नए-नए सेंटर खोल रहा है।

हमारे टियर 2, टियर 3 सिटीज में स्टार्टअप की बाढ़ आई हुई है।

किसानों को लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य

हिम्मत के साथ फैसला किया गया कि देश के किसानों को लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जाएगा।

देश के छोटे-छोटे व्यापारियों की मदद से, उनके खुलेपन से, नएपन को स्वीकारने के उनके स्वभाव के कारण आज देश ने जीएसटी लागू कर दिया। व्यापारियों में एक नया विश्वास पैदा हुआ।

बुलंद हौसले और देश के लिए कुछ करने के इरादे के कारण बेनामी संपत्ति का कानून लागू किया गया है।

भारत के लिए कहा जा रहा है कि सोया हुआ हाथी अब जग चुका है, चल पड़ा है, सोए हुए हाथी ने अपनी दौड़ शुरू कर दी है। दुनिया के अर्थवेत्ता कह रहे हैं अंतरराष्ट्रीय संस्थान कह रहे हैं, आने वाले तीन दशक तक, विश्व की अर्थव्यवस्था की ताकत को भारत गति देने वाला है।

आज अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की साख बढ़ी है, दुनिया के मंचों पर हमने अपनी आवाज़ को बुलंद किया है।

आखिरी गांव में बिजली पहुंची

पूर्वोत्तर के आखिरी गांव में बिजली पहुंच गई है।

एक समय था जब पूर्वोत्तर को लगता था कि दिल्ली बहुत दूर है। हमने चार साल के भीतर-भीतर दिल्ली को पूर्वोत्तर के दरवाज़े पर ला करके खड़ा कर दिया है।

आज हमारे देश में 65 प्रतिशत जनसंख्या 35 साल की उम्र की है। हमारे देश के नौजवानों ने nature of job को पूरी तरह बदल दिया है। स्टार्टअप हो, BPO हो, e-commerce हो, मोबििलटी का क्षेत्र हो ऐसे नये क्षेत्रों को आज मेरे देश का नौजवान अपने सीने में बांध करके नई ऊंचाइयों पर देश को ले जाने के लिए लगा हुआ है।

13 करोड़ लोगों को मुद्रा लोन

13 करोड़ लोगों को मुद्रा लोन बहुत बड़ी बात है। उसमें 4 करोड़ नौजवान हैं, जिन्होंने ज़िंदगी में पहली बार कहीं से लोन लिया है, और अपने पैरों पर खड़ें होकर स्वरोजगार पर आगे बढ़ रहे है। ये अपने आप में बदले हुए वातावरण का एक जीता जागता उदाहरण है।

हिन्दुस्तान के तीन लाख गावों में COMMON SERVICE CENTRE देश के युवा चला रहे हैं और हर गांव को, हर नागरिक को, पलक झपकते ही विश्व के साथ जोड़ने के लिए सूचना तकनीक का भरपूर उपयोग कर रहे हैं।

वैज्ञानिकों के आधार, कल्पना और सोच के परिणामस्वरूप, ‘नाविक’ को हम लॉन्च करने जा रहे हैं। इससे देश के मछुआरों को, देश के सामान्य नागरिकों को नाविक के द्वारा दिशा दर्शन का लाभ मिलेगा।

हमारे देश ने संकल्प किया है कि 2022 तक हम अंतरिक्ष में मानव सहित गगनयान लेकर के चलेंगे, जब ये गगनयान अंतरिक्ष में जाएगा, हम मानव को अंतरिक्ष में पहुंचाने वाले विश्व के चौथे देश बन जाएंगे।

आज हमारा पूरा ध्यान कृषि क्षेत्र में आधुनिकता लाने के लिए, बदलाव लाने के लिए चल रहा है। आजादी के 75वें साल में हमने, किसानों की आय दोगुनी करने का सपना देखा है।

मछली उत्पादन के मामलों में हमारा देश दुनिया में सेकेंड हाईएस्ट हो गया है।

आज शहद का निर्यात दोगुना

आज शहद का निर्यात दोगुना हो गया है।

गन्ना किसानों को खुशी होगी कि हमारे एथेनाल का उत्पादन तीन गुना हो गया है।

खादी की बिक्री पहले से दोगुनी हो गई है।

देश का किसान अब सोलर फार्मिंग पर भी बल देने लगा है। खेती के सिवाय वो सोलर फार्मिंग से बिजली बेच कर भी कमाई कर सकता है।
50 करोड़ काे स्वास्थ्य बीमा

आयुष्मान भारत योजना के तहत, 10 करोड़ परिवारों को, यानी करीब-करीब 50 करोड़ नागरिक, हर परिवार को 5 लाख रुपया सालाना हेल्थ इंश्योरेंस देने की योजना है। ये हम इस देश को देने वाले हैं।

25 सितंबर, 2018 को प्रधानमंत्री जन आरोग्य अभियान लॉन्च कर दिया जाएगा और उसका परिणाम ये होने वाला है कि देश के गरीब व्यक्ति को अब बीमारी के संकट से जूझना नहीं पड़ेगा।

देश में भी मध्यमवर्गीय परिवारों के लिये, नौजवानों के लिये आरोग्य के क्षेत्र में नए अवसर खुलेंगे। टियर 2, टियर 3 टियर में नए अस्पताल बनेंगे। बहुत बड़ी मात्रा में मेडिकल कर्मी लगेगा। बहुत बड़े रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

हमने पिछले चार साल में ग़रीब को सशक्त बनाने की दिशा में बल दिया है। अभी-अभी एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने एक बहुत अच्छी रिपोर्ट निकाली है। उन्होंने कहा है कि पिछले दो वर्ष में भारत में पांच करोड़ ग़रीब, ग़रीबी की रेखा से बाहर आ गए हैं।

गरीब को सशक्त बनाने के लिये हमने अनेक योजनाएं बनाई हैं। योजनाएं तो बनती हैं, लेकिन बिचौलिये उसमें से मलाई खा लेते हैं। ग़रीब को हक मिलता नहीं है।

सरकार लीकेज बंद करने में लगी है, इस सरकार ने इसको रोका है। भ्रष्टाचार, कालेधन, ये सारे कारोबार रोकने की दिशा में हमने कदम उठाया है। इसके परिणामस्वरूप करीब 90 हज़ार करोड़ रुपया सरकारी खज़ाने में आया है।

आयकरदाता पौने सात करोड़

देश में 2013 तक, यानी पिछले 70 साल की हमारी गतिविधि का परिणाम था, कि देश में डायरेक्ट टैक्स देने वाले 4 करोड़ लोग थे, लेकिन आज यह संख्या करीब-करीब दो गुना हो करके पौने सात करोड़ हो गई है।

70 साल में हमारे देश में जितने इनडायरेक्ट टैक्स में उद्यमी जुड़े थे वो 70 साल में 70 लाख का आंकड़ा पहुंचा है, लेकिन सिर्फ GST आने के बाद पिछले एक वर्ष में यह 70 लाख का आंकड़ा एक करोड़ 16 लाख पर पहुंच गया।

हम काला धन, भ्रष्टाचार को माफ नहीं करेंगे। कितनी ही आफतें क्यों न आएं, इस मार्ग को तो मैं छोड़ने वाला नहीं हूं। अब दिल्ली के गलियारों में दलाल नज़र नहीं आते हैं।

तीन तलाक: एक कुरीति

तीन तलाक की कुरीति ने हमारे देश की मुस्लिम बेटियों की ज़िंदगी को तबाह करके रखा हुआ है। और जिनको तलाक नहीं मिला है वो भी इस दबाव में गुज़ारा कर रही है। संसद के मॉनसून सत्र में कानून लाकर के हमारी इन महिलाओं को कुरीतियों से मुक्ति दिलाने का बीड़ा उठाया गया था। लेकिन अभी भी कुछ लोग हैं जो इसे पारित नहीं होने देते।

हमें ठहराव मंज़ूर नहीं है, हमें रुकना मंज़ूर नहीं है और झुकना तो हमारे स्वभाव में नहीं है। ये देश न रुकेगा, न झुकेगा, ये देश न थकेगा, हमें नई ऊंचाइयों पर आगे चलना है, उत्तरोत्तर प्रगति करते चलना है।