भारत बना हुआ है तीव्र आर्थिक वृद्धि वाला देश, 2022-23 में 7.2 प्रतिशत वृद्धि दर

| Published on:

वर्ष 2022-23 में स्थिर (2011-12) कीमतों पर वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का अनुमान 160.06 लाख करोड़ रुपये का है, जबकि वर्ष 2021-22 के लिए जीडीपी का पहला संशोधित अनुमान 149.26 लाख करोड़ रुपये था

भारत दुनिया में तीव्र आर्थिक वृद्धि वाला देश बना हुआ है। कृषि, विनिर्माण, खनन और निर्माण क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से देश की आर्थिक वृद्धि दर बीते वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 6.1 प्रतिशत रही। इसके साथ, पूरे वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो अनुमान से अधिक है।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा 31 मई को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार वर्ष 2022-23 में स्थिर (2011-12) कीमतों पर वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का अनुमान 160.06 लाख करोड़ रुपये का है, जबकि वर्ष 2021-22 के लिए जीडीपी का पहला संशोधित अनुमान 149.26 लाख करोड़ रुपये था। 2022-23 के दौरान वास्तविक जीडीपी में वृद्धि 2021-22 के 9.1 प्रतिशत की तुलना में 7.2 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया गया है।

वर्ष 2022-23 में मौजूदा कीमतों पर नाममात्र सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान 272.41 लाख करोड़ रुपये है, जबकि वर्ष 2021-22 के लिए सकल घरेलू उत्पाद के अनंतिम अनुमान 234.71 लाख करोड़ रुपये रहा था, जिसमें 16.1 प्रतिशत की वृद्धि दर दिख रही है।

2022-23 की चौथी तिमाही में स्थिर (2011-12) कीमतों पर जीडीपी 43.62 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि 2021-22 की चौथी तिमाही में 41.12 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 6.1 प्रतिशत की वृद्धि दिख रही है। 2022-23 की चौथी तिमाही में मौजूदा कीमतों पर जीडीपी 71.82 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि 2021-22 की चौथी तिमाही में यह 65.05 लाख करोड़ रुपये था, जो 10.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2022-23 जीडीपी वृद्धि के आंकड़ों के बारे में संतोष व्यक्त किया और इन्हें देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक आशाजनक विकासग्राफ माना है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि 2022-23 जीडीपी वृद्धि के आंकड़े वैश्विक चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की सहनशीलता को रेखांकित करते हैं। मोटे तौर पर व्यापक आशावाद और वृहद अर्थव्यवस्था के स्पष्ट संकेतकों के साथ यह मजबूत प्रदर्शन, हमारी अर्थव्यवस्था के आशाजनक विकासग्राफ और हमारे लोगों की दृढ़ता का उदाहरण है।