जम्मू-कश्मीर अब पहले से अधिक सुरक्षित हुआ है : अमित शाह

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केंद्रीय गृहमंत्री का जम्मू-कश्मीर प्रवास

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह 3 से 5 अक्टूबर, 2022 तक तीन दिवसीय जम्मू-कश्मीर प्रवास पर रहे। इस दौरान उन्होंने राजौरी एवं बारामूली में विशाल जनसभाओं को संबोधित किया एवं सुरक्षा समीक्षा बैठक में शामिल हुए

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह ने 4 अक्टूबर, 2022 को जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित किया और खुशहाल जम्मू-एवं कश्मीर के संकल्प का नारा दिया। कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल श्री मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, जम्मू से भाजपा सांसद श्री जुगल किशोर शर्मा एवं राज्य सभा सांसद इंजीनियर गुलाम अली खटाना भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में भारी संख्या में गुर्जर-बकरवाल और पहाड़ी भाई-बहन उपस्थित थे।

राजौरी की धरती से गर्जना करते हुए श्री शाह ने कहा कि आज की इस विशाल रैली में लगे मोदी-मोदी के नारे उन लोगों के लिए जोरदार जवाब है जो कहते थे कि धारा 370 हटाया जाएगा, तो जम्मू-कश्मीर में खून की नदियां बहेंगी और पीर पंजाल में आग लग जायेगी।

उन्होंने कहा कि 5 अगस्त, 2019 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने धारा 370 और 35A को उखाड़कर फेंक दिया। इन तीन परिवारों ने इसका विरोध किया था। अगर धारा 370 और 35A का उन्मूलन नहीं होता तो जम्मू-कश्मीर में जनजातीय आरक्षण मिलता क्या? हमारे उप-राज्यपालजी ने जनजातीय आयोग बनाया। धारा 370 और 35A के हटने से पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों एवं सफाई कर्मचारियों को अधिकार मिला है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने धारा 370 हटाकर आदिवासी भाई-बहनों को भेदभाव के खिलाफ लड़ने का अधिकार दिया है। इसी तरह सफाई कर्मचारियों के पास कोई अधिकार नहीं था और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी कोई क़ानून यहां लागू नहीं था। धारा 370 के हटने से इन लोगों को भी उनका अधिकार मिला है।

श्री शाह ने तथ्यों के आधार पर उन लोगों को करारा जवाब दिया जो कहते थे कि धारा 370 के हटने से जम्मू एवं कश्मीर में खून की नदियां बह जायेंगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में 2006 से लेकर 2013 तक जम्मू-कश्मीर में 4,766 आतंकवादी घटनाएं हुईं। धारा 370 जाने के बाद 2019 से लेकर आज तक केवल 721 आतंकवादी घटनाएं हुई हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवादियों, अलगाववादियों और दहशतगर्दों के खिलाफ निरंतर कठोर मुहिम चलाई। इससे सुरक्षा बलों की मृत्यु के आंकड़ों में भी भारी कमी आई है। यह बताता है कि जम्मू-कश्मीर अब पहले अधिक सुरक्षित हुआ है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजौरी में मेडिकल कॉलेज स्थापित कर यहां के बच्चों को डॉक्टर बनने का अवसर दिया है। साथ ही, पहाड़ी भाई-बहनों को मुफ्त इलाज की सुविधा भी उपलब्ध कराई है। राजौरी के साथ ही कठुआ, डोडा, अनंतनाग और बारामूला में भी मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। राजौरी में मेडिकल कॉलेज के लिए लगभग 139 करोड़ रुपये खर्च किये गए हैं। लगभग 480 करोड़ रुपये की लागत से राजौरी-सूरनकोट रोड बनाया गया है। बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट एजुकेशन प्लान के तहत 21 करोड़ रुपये की लागत से 28 योजनाएं चल रही हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत लगभग 3,885 किलोमीटर रोड बनाने का निर्णय लिया है। जम्मू-पूंछ राजमार्ग को चार-लेन बनाने के लिए लगभग 1,333 करोड़ रुपये दिए गए हैं। आजादी के 75 सालों बाद जम्मू-कश्मीर के घरों में रौशनी आई है। पहले यह रौशनी केवल गिने-चुने परिवारों के लिए थी। पूरे प्रदेश में लगभग 3.80 लाख घरों में बिजली पहुंचायी गयी है।

बारामूला रैली
‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जम्मू-कश्मीर के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं’

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने बारामूला के प्रो. शोकत अली मीर स्टेडियम में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर के विकास एवं यहां के आम नागरिकों के कल्याण के लिए उठाये गए क़दमों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जम्मू-कश्मीर के सर्वांगीण विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं।

उन्होंने कहा कि कुछ लोग यहां पर पाकिस्तान की बात करते हैं। बताएं, कश्मीर का जो भू-भाग पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है, वहां कितने गांवों और कितने घरों में बिजली पहुंचती है? आज हमारे कश्मीर के हर गांव में बिजली पहुंच चुकी है। आज कश्मीर के लगभग हर निवासी को ‘आयुष्मान भारत योजना’ के तहत सालाना 5 लाख रुपये तक के स्वास्थ्य की सुविधा बिल्कुल मुफ्त मिल रही है। लगभग 77 लाख लोगों को यहां आयुष्मान भारत कार्ड दिया जा चुका है। यहां लगभग एक लाख लोग ऐसे थे कि इस बर्फीली हवाओं में भी रहने के लिए उनके पास पक्के घर नहीं थे। 70 साल तक मुफ्ती एडं कंपनी और अब्दुला एंड संस ने यहां शासन किया, लेकिन एक लाख लोगों को पक्के घर उपलब्ध नहीं कराये गए। मगर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू एवं कश्मीर में एक लाख लोगों को पक्का घर देने का काम किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उज्ज्वला योजना के तहत यहां लगभग 12.41 लाख परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन देकर माताओं एवं बहनों को लकड़ी के चूल्हे के धुएं से आजादी दिलाई है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जम्मू एवं कश्मीर के लगभग 11.87 लाख किसानों को हर साल 6 हजार रुपये उनके एकाउंट में दिए जा रहे हैं। ‘जल जीवन मिशन’ योजना के तहत जम्मू-कश्मीर के लगभग 58 प्रतिशत लोगों के घरों में नल से जल पहुंचाया जा चुका है।

श्री शाह ने कहा कि यहां दो मॉडल हैं – एक प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मॉडल है जो विकास, शांति, सद्भाव और रोजगार देता है, जबकि दूसरा है – गुपकर मॉडल जिसके कारण पुलवामा में अटैक हुआ। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने पुलवामा में 2,000 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल बनवाया। गुपकर मॉडल पाकिस्तानी आतंकवादियों को करपेट बिछाकर ला रहा है। विकास का मोदी मॉडल 56,000 करोड़ रुपये के निवेश को जमीन पर उतारकर बारामूला के युवाओं को रोजगार दे रहा है। गुपकर मॉडल में युवाओं के हाथ में पत्थर हैं, हाथ में मशीनगन हैं और बंद कॉलेज हैं, जबकि श्री नरेन्द्र मोदी मॉडल में युवाओं के लिए आईआईटी है, आईआईएम है, एम्स है, NEET है। श्री नरेन्द्र मोदी जी ने युवाओं के हाथ से पत्थर लेकर उन्हें पढ़ाने-लिखाने का काम किया है।

श्री शाह ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर से सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध हैं। जम्मू-कश्मीर के युवा देश के विकास में जुटें, पढ़-लिख कर नौकरी प्राप्त करें, उद्यम करें, ताकि जम्मू-कश्मीर आगे बढ़े। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी विकास के लिए अहर्निश कार्य कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के हर नागरिक से मेरा विनम्र निवेदन है कि आप सब इसमें सहयोग करें, ताकि अपना जमू-कश्मीर आगे बढ़े।