तेलंगाना के विकास के मार्ग में रोड़े अटकानेवाली टीआरएस सरकार को उखाड़ फेंकें : जगत प्रकाश नड्डा

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प्रजा संग्राम यात्रा, तेलंगाना

प्रजा संग्राम यात्रा को पूरे तेलंगाना में जनता का अपार समर्थन मिला है। इस यात्रा के प्रथम चरण में भाजपा, तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष श्री बांदी संजय कुमार ने 36 दिनों में 438 किलोमीटर की यात्रा की। इससे उन्होंने राज्य के 8 जिलों और 19 विधान सभा को कवर किया था। प्रजा संग्राम यात्रा के दूसरे चरण में उन्होंने 31 दिनों में 383 किलोमीटर की पद यात्रा की। यह यात्रा राज्य के 9 संसदीय क्षेत्रों और 5 जिलों से होकर गुजरी। तीसरे चरण में उन्होंने 5 जिलों से गुजरते हुए लगभग 325 किलोमीटर की यात्रा की, जिसका समापन हन्मकोंडा (वारंगल) में हुआ। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने जनता से जुड़ने के इस राज्यव्यापी महाभियान के लिए श्री बांदी संजय कुमार और राज्य की जनता को विशेष रूप से धन्यवाद दिया

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 27 अगस्त, 2022 को हन्मकोंडा, वारंगल (तेलंगाना) के आर्ट्स कॉलेज ग्राउंड के विशाल प्रांगण में तेलंगाना प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री बांदी संजय कुमार की राज्यव्यापी प्रजा संग्राम यात्रा के तीसरे चरण के समापन समारोह पर आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित किया और तेलंगाना की जनता से राज्य की भ्रष्टाचारी और तेलंगाना के विकास के मार्ग में रोड़े अटकानेवाली टीआरएस सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष श्री बांदी संजय कुमार, केंद्रीय मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी, पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री एवं तेलंगाना के प्रभारी श्री सुनील बंसल, पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री श्री तरुण चुघ, तेलंगाना से भाजपा के सभी सांसद, विधायक श्री एटला राजेंद्र, श्री सुधाकर रेड्डी, श्रीमती विजया शांति, सुश्री श्रुति बंगारू, श्री मुरलीधर राव सहित पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। जनसभा में लोगों की अपार भीड़ उमड़ी थी। पूरा मैदान भाजपा के झंडे से पट गया था।

इससे पहले आज तेलंगाना के एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे श्री नड्डा का हैदराबाद पहुंचने पर भव्य स्वागत हुआ। भारत की प्रसिद्ध क्रिकेट स्टार सुश्री मिताली राज ने हैदराबाद में श्री नड्डा से मुलाक़ात की। इसके पश्चात् वे हन्मकोंडा, वारंगल के लिए रवाना हो गए। वहां उन्होंने मां भद्रकाली मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके पश्चात् उन्होंने तेलंगाना निर्माण में शहीद हुए लोगों के परिवारजनों से मुलाक़ात भी की।

अराजकता के िखलाफ जनजागृति

प्रजा संग्राम यात्रा के तीसरे चरण की पूर्णाहुति पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि प्रजा संग्राम यात्रा का मकसद केसीआर के अंधेरे से तेलंगाना को निकालकर उजाले की ओर ले जाना है। इस यात्रा का मकसद तेलंगाना में केसीआर सरकार की अराजकता के िखलाफ जनजागृति की अलख जगानी है। तेलंगाना की जनता केसीआर की सरकार को राज्य से उखाड़ फेंक यत्र-तत्र-सर्वत्र कमल खिलाना चाहती है।

केसीआर पर कारारा प्रहार करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि तेलंगाना की केसीआर निजामवाली सरकार ने आज मेरे कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न करने की हरसंभव कोशिश की। उन्होंने पहले इस ग्राउंड पर प्रजा संग्राम यात्रा की इस रैली की परमिशन को रद्द कर दिया था। फिर रात 12 बजे कोर्ट के दखल के बाद आज यहां पर यह भव्य कार्यक्रम हो रहा है। इसी तरह एयरपोर्ट पर आज मेरे उतरते ही जनविरोधी केसीआर सरकार ने धारा 144 लागू कर दी थी, ताकि हमारे कार्यकर्ता मुझ तक नहीं पहुंच सकें। आज रास्ते में कई जगह स्वागत कार्यक्रम होने थे, लेकिन इस निकम्मी केसीआर सरकार ने वहां भी धारा 144 लागू कर दी थी। इससे पहले जब अलोकतांत्रिक और अनैतिक तरीके से प्रजा संग्राम यात्रा के दूसरे चरण के दौरान हमारे प्रदेश अध्यक्ष श्री बांदी संजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया था। तब मैं उन्हें छुड़ाने तेलंगाना आया था, लेकिन तब भी मुझे एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया यह कहकर कि कोरोना के कारण आपको जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। ये कैसी सरकार चल रही है तेलंगाना में। जनता अत्याचारी टीआरएस सरकार से त्रस्त आ चुकी है और आने वाले समय में वह केसीआर को घर बिठाएगी।

केसीआर पर बरसते हुए श्री नड्डा ने कहा कि तेलंगाना जहां निजामों ने राज किया, उसके अंतिम निजाम थे नवाब मेरे उस्मान अली खां, इनका अंतिम फरमान था— गस्ती निशान 53 इसका मतलब था कि तेलंगाना में कोई भी जनसभा नहीं कर सकता है, बिना परमिशन कोई भाषण नहीं दे सकता है, कोई स्कूल नहीं खोल सकता है, कोई लाइब्रेरी नहीं खोल सकता है, कोई अख़बार नहीं चला सकता है। लेकिन मीर उस्मान अली खां भूल गए कि ये फरमान उनका अंतिम फरमान था। मैं आज के निजाम केसीआर को बताना चाता हूं कि तुम्हारा भी Prohibitory Orders अंतिम फरमान होगा। इसके बाद तुम्हारी भी छुट्टी हो जायेगी।

मनमर्जी से काम कर रही है टीआरएस सरकार

उन्होंने कहा कि तेलंगाना के 11 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने तेलंगाना की बाढ़ प्रभावित जनता को राहत पहुंचाने के उद्देश्य से 377 करोड़ रुपए आवंटित किए और 188 करोड़ रुपये इसमें से रिलीज भी कर दिया गया लेकिन केसीआर की सरकार ने उस राशि से भी जनता को कोई मदद नहीं पहुंचाई। श्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने जल-जीवन मिशन के तहत तेलंगाना को 3982 करोड़ रुपए दिए, लेकिन केसीआर की सरकार ने उक्त राशि में से महज 200 करोड़ रुपए ही खर्च किए। एक ओर विकास के लिए प्रधानमंत्रीजी तेलंगाना की जनता को विकास की राह पर आगे बढ़ाना चाहते हैं, वहीं केसीआर केंद्र द्वारा दिए गए पैसे को भी दूसरे कार्यों में डायवर्ट कर देते हैं। इससे जनता को जनकल्याण की योजनाओं का लाभ नहीं मिलता और विकास के मार्ग में बाधा उत्पन्न हो जाती है। केसीआर, केंद्र सरकार की योजनाओं का नाम बदल कर अपने नाम से योजनायें चलाने की नापाक कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के नियमों को भी ताक पर रखकर मनमर्जी से काम टीआरएस सरकार कर रही है।

तेलंगाना को पीछे धकेलने का प्रयास

टीआरएस सरकार पर निशाना साधते हुए श्री नड्डा ने कहा कि सबसे पहले तेलंगाना राज्य बनाने का समर्थन भारतीय जनता पार्टी ने किया था। पिछले कुछ सालों में केसीआर द्वारा तेलंगाना को पीछे

प्रजा संग्राम यात्रा में जनता की भागीदारी
और उनके अपार समर्थन को देखकर यह
स्पष्ट हो गया है कि अगली बार तेलंगाना में
कमल खिलाने और इन भ्रष्टाचारियों को घर
में बिठाने का निश्चय राज्य की जनता ने कर
लिया है

धकेलने का जिस तरह से प्रयास किया गया है। उसके लिए राज्य की जनता केसीआर को कभी भी माफ़ नहीं करेगी। तेलंगाना में कालेश्वरम प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार का पर्यायवाची बन गया है। इस प्रोजेक्ट में 40 हजार करोड़ रुपए खर्च होने थे, वहीं भ्रष्टाचार के कारण इसका कॉस्ट बढ़कर 1.40 लाख करोड़ रुपए हो गया है फिर भी यह प्रोजेक्ट अब तक पूरा नहीं हो पाया है। कालेश्वरम प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री केसीआर के लिए भ्रष्टाचार का एटीएम बन गया है।

केसीआर ने तेलंगाना की जनता को लगातार धोखा दिया

उन्होंने कहा कि केसीआर ने तेलंगाना की जनता को लगातार धोखा दिया है। केसीआर ने गरीबों को टू-बेड रूम देने की बात की थी, लेकिन ये वादे के वादे रह गए। केसीआर ने कहा था कि हर वर्ष सितंबर में हम लिबरेशन-डे मनाएंगे, किंतु तुष्टीकरण की राजनीति के कारण आज वे सबकुछ भूल गए। मजलिस के दबाव में आकर निजाम से छुटकारा मिलने का लिबरेशन-डे अब उन्हें याद ही नहीं है। तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही हर साल सितंबर में सरकारी तौर पर लिबरेशन-डे मनाया जाएगा।
श्री नड्डा ने कहा कि प्रजा संग्राम यात्रा में जनता की भागीदारी और उनके अपार समर्थन को देखकर यह स्पष्ट हो गया है कि अगली बार तेलंगाना में कमल खिलाने और इन भ्रष्टाचारियों को घर में बिठाने का निश्चय राज्य की जनता ने कर लिया है।