प्रधानमंत्री ने ओडिशा में अनेक रेलवे परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित कीं

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 18 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ओडिशा में 8000 करोड़ रुपये से अधिक की अनेक रेल परियोजनाओं की आधारशिला रखी और राष्ट्र को समर्पित कीं। परियोजनाओं में पुरी और हावड़ा के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाना, पुरी और कटक रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखना, ओडिशा में शत-प्रतिशत विद्युतीकृत रेल नेटवर्क समर्पित करना, संबलपुर-टिटलागढ़ रेल लाइन का दोहरीकरण, अंगुल-सुकिंदा के बीच एक नई ब्रॉड गेज रेल लाइन; मनोहरपुर-राउरकेला-झारसुगुड़ा-जमगा को जोड़ने वाली तीसरी लाइन और बिछुपाली-झरतरभा के बीच एक नई ब्रॉड-गेज लाइन बिछाना शामिल है।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल के लोगों को आज वंदे भारत एक्सप्रेस भेंट की जा रही है जो आधुनिक और आकांक्षी भारत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि भारत की गति और प्रगति तब देखी जा सकती है, जब वंदे भारत ट्रेन एक स्थान से दूसरे स्थान पर चलती है। श्री मोदी ने कहा कि यह गति अब ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्यों में देखी जा सकती है।

उन्होंने कहा कि इससे यात्रियों के यात्रा के अनुभव के साथ-साथ विकास के मायने भी पूरी तरह बदल जाएंगे। अब दर्शन के लिए कोलकाता से पुरी की यात्रा हो या पुरी से कोलकाता आना हो, प्रधानमंत्री ने

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा में शत-प्रतिशत विद्युतीकृत रेल नेटवर्क को देश को समर्पित किया। इससे प्रचालन और रखरखाव लागत में कमी आएगी और आयातित कच्चे तेल पर निर्भरता कम होगी। श्री मोदी ने संबलपुर-टिटलागढ़ रेल लाइन के दोहरीकरण, अंगुल-सुकिंदा के बीच एक नई ब्रॉड गेज रेल लाइन, मनोहरपुर-राउरकेला-झारसुगुडा-जम्गा को कनेक्ट करने वाली तीसरी लाइन और बिछुपाली-झारतरभा के बीच एक नई ब्रॉड गेज रेल लाइन को भी समर्पित किया। ये ओडिशा में इस्पात, बिजली एवं खनन क्षेत्रों में तेजी से औद्योगिक विकास के परिणामस्वरूप बढ़ी हुई यातायात मांगों को पूरी करेंगे तथा इन रेल खंडों में यात्री यातायात पर दबाव कम करने में भी सहायता करेंगे।

बताया कि यात्रा का समय अब घटकर केवल साढ़े छह घंटे रह जाएगा, जिससे समय की बचत होगी, इससे व्यापार के अवसर बढ़ेंगे और युवाओं को नए अवसर मिलेंगे।

श्री मोदी ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति का लाभ उन राज्यों को मिल रहा है, जो विकास में पिछड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा में रेल योजनाओं के लिए बजट में काफी वृद्धि की गई है। श्री मोदी ने बताया कि 2014 से पहले के 10 वर्षों में राज्य में हर साल केवल 20 किलोमीटर रेलवे लाइन बिछाई जाती थी, जबकि वर्ष 2022-23 में केवल एक वर्ष में 120 किलोमीटर लंबी रेल लाइनें बिछाई गईं।

उन्होंने कहा कि लंबे समय से लंबित खुर्दा बोलनगीर लाइन और हरिदासपुर-पारादीप लाइन जैसी परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है।