पीपीआरसी ने ‘मन की बात से जन की बात’ रिपोर्ट भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपी

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लोक नीति शोध केन्द्र (पीपीआरसी) के निदेशक डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, डॉ. सुमीत भसीन और उनकी टीम ने 01 मई, 2023 को नई दिल्ली में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात कर उनको ‘मन की बात से जन की बात’ शीर्षक वाली एक रिपोर्ट सौंपी।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने इस बात की सराहना की कि कैसे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से अपने भावपूर्ण संवाद और प्रेरणा से देश और समाज को एक सूत्र में बांधने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि कैसे ‘मन की बात’ भारत के लोगों की सामूहिक भावनाओं का जश्न मनाने का एक माध्यम बन गया है और यह कार्यक्रम उनकी प्रेरक जीवन यात्रा पर प्रकाश डाल रहा है।

डॉ. विनय सहस्रबुद्धे ने सबका ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि कैसे प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम ने शिक्षा, अर्थव्यवस्था, भारतीय विरासत और संस्कृति, ऊर्जा, लैंगिक न्याय और शासन जैसे मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के साथ-साथ स्थिरता के महत्व पर जोर दिया है।

डॉ. सुमीत भसीन ने ‘मन की बात’ के बारे में कई पहलुओं पर प्रकाश डाला, जिसमें भारतीयों को उनकी समृद्ध विरासत के साथ फिर से जोड़ने, देश के कोने-कोने से प्रेरक कहानियां प्रस्तुत करने, कोविड-19 महामारी के दौरान सकारात्मकता का माहौल पैदा करने और लोगों की जीवन शैली आदि शामिल है। इसके अतिरिक्त उन्होंने पर्यावरण से लेकर जन भागीदारी के लिए समाज को जागृत करने में मन की बात कार्यक्रम की भूमिका पर प्रकाश डाला।

पीपीआरसी की रिपोर्ट प्रधानमंत्री के रेडियो प्रसारण कार्यक्रम द्वारा राष्ट्र में लाए गए परिवर्तन के तीन प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डालती है और इस बात को बताती है कि यह देश के त्वरित विकास के लिए विशेष रूप से ‘अमृत काल’ के दौरान कैसे एक योगदान कारक बन गया है। ये तीन पहलू हैं:

• भारत की ‘जन शक्ति’ को जागृत करना

• देश की मानसिकता में सुधार और एक सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा करना

• ‘भारतीय’ जीवन-शैली को बढ़ावा देना