देश की रक्षा को मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य प्रधानमंत्री मोदीजी ने किया है: जगत प्रकाश नड्डा

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कारगिल विजय रजत जयंती समारोह

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 26 जुलाई, 2024 को नई दिल्ली स्थित भाजपा केन्द्रीय कार्यालय में कारगिल विजय रजत जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित किया। इस कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री संजय सेठ, कारगिल युद्ध में भाग लेने वाले लेफ्टिनेंट जे.एस. नैन (रिटायर्ड), कर्नल श्री वी.एन. थापर (रिटायर्ड) सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

श्री नड्डा ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी देश के हर जिले में कारगिल विजय दिवस मनाकर भारत की सेना के साथ जुड़े हुए लोगों के साथ खड़ी है। भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में कारगिल विजय दिवस मना रहा है। यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि आज कारगिल विजय दिवस का 25वां वर्ष है। आज से 25 वर्ष पहले यह विजय हासिल की गई थी। यह विजय किसी पहाड़ी पर तिरंगे की जीत नहीं थी, बल्कि भारत के शौर्य और अस्मिता की जीत थी। भारतीय सेना के जांबाजों ने अपनी जान की आहुति देकर देश की रक्षा की है।

उन्होंने कहा कि यह देश के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि वो जानें कि यह किस तरह का युद्ध था। भारत का इतिहास रहा है कि भारत कभी किसी पर पहले आक्रमण नहीं करता, लेकिन यदि कोई भारत पर आक्रमण करता है तो उसे नेस्तनाबूद करने में कोई कसर नहीं छोड़ता। 1962 में भारत ने चीन से युद्ध लड़ा, 1965 में पाकिस्तान से युद्ध किया, 1971 में बांग्लादेश को आजाद कराके पाकिस्तान के सैनिकों को सरेंडर कराया। कारगिल में भी भारत की फौज ने शौर्य दिखाते हुए विजय प्राप्त की।

पाकिस्तान कारगिल में चोरों की तरह आकर टाइगर हिल पर बैठ गया था। भारत यह युद्ध विषम परिस्थितियों में लड़ रहा था। पाकिस्तान कारगिल की चोटियों पर था और भारत के वीर जवानों को पहाड़ पर चढ़कर उस दुर्गम चोटी पर कब्जा करना था। हमारे वीर जवान रुके नहीं, उन्होंने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया और टाइगर हिल पर पहुंचकर तिरंगा लहराया। जब 1962 में चीन से और 1971 में पाकिस्तान से युद्ध हुआ, तो हमारे शहीद जवानों के कपड़े, टोपी और उनका पहचान पत्र तो घर आता था लेकिन जवान नहीं आता था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलजी ने यह तय किया कि कोई भी जवान जो देश के लिए शहादत देता है, पूरे सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार उसके गांव में होगा और इनकी पूरी जिम्मेदारी सरकार व भारतीय सेना लेगी।

श्री नड्डा ने कहा कि विपक्ष ने फौज का उपयोग तो किया लेकिन जो स्थान देना चाहिए था, वो स्थान नहीं दिया। 1971 से ‘वन रैंक-वन पेंशन’ की मांग हो रही थी, पीढ़ियां निकाल गई, 40 वर्ष बीत गए लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया, फिर कांग्रेस की सरकार ने जाते-जाते 500 करोड़ रुपए का बजट लाकर ‘वन रैंक-वन पेंशन’ लाने का खोखला वादा कर दिया। 2014 में देश की जनता ने कांग्रेस को विदा कर दिया और भाजपा की सरकार को चुना। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने ‘वन रैंक वन पेंशन’ को लागू किया। देश के फौजी भाइयों को 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये देने का काम मोदी सरकार ने किया है।

उन्होंने कहा कि देश की रक्षा को मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। आज भारत के पास स्वदेशी युद्धपोत हैं, जो देश के लिए गौरव का विषय है। आज भारत 88 हजार 319 करोड़ रुपए का रक्षा उत्पाद दूसरे देशों को निर्यात कर रहा है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार देश और देश की फौज के नाम पर राजनीति नहीं करती है, देशहित सरकार के लिए सर्वोपरि है। दुनिया की कई रिपोर्ट्स यह कहती हैं कि भारत की फौज और जवान होनी चाहिए, अग्निवीर उसी लक्ष्य को पूरा करने का एक रास्ता है। अग्निवीर के माध्यम से आज भारत में युवा फौज बन रही है जो फाइटिंग स्पिरिट के साथ देश की रक्षा करने का काम कर रही है। विपक्षी दलों के लिए देश की सुरक्षा भी राजनीति का विषय बन गई है और अपने आप को आगे बढ़ाने के लिए वह देश को भूल गए हैं। भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रदेश सरकारें अग्निवीरों को रोजगार में पूरे अवसर प्रदान करेंगी, लेकिन कुछ लोग राजनीति करने के लिए देश की रक्षा से खिलवाड़ कर रहे हैं।

श्री नड्डा ने कहा कि कांग्रेस के लोग जब देशभक्ति की बात करते हैं, तो वो वीर जवानों के घावों को ताजा करते हैं। भारत सरकार और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी देश की रक्षा के लिए समर्पित और प्रतिबद्ध हैं। आज कारगिल विजय दिवस के दिन प्रधानमंत्रीजी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि ‘न आंख उठा के बात करेंगे, न आंख झुका के बात करेंगे, बल्कि आंखों में आंखें डाल के बात करेंगे’। श्री नड्डा ने आश्वासन दिया कि देश के वीर शहीदों की शहादत को कभी भूला नहीं जाएगा।