रवांडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 200 परिवारों को दी गाय

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 23 से 27 जुलाई तक रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका की सफल यात्रा की। दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान श्री मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लिया और अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा समेत कई वैश्विक महत्व के मुद्दों पर चर्चा की। तीन देशों के अपने दौरे में प्रधानमंत्री श्री मोदी सबसे पहले दो दिन की ‘ऐतिहासिक’ यात्रा पर रवांडा गए, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली रवांडा यात्रा थी। 24 जुलाई को वह युगांडा गए और अंत में दक्षिण अफ्रीका पहुंचे।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 23 जुलाई को रवांडा पहुंचे। यहां उन्होंने ग्रामीणों को 200 गाय उपहार में दीं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रवांडा सरकार के गिरिंका कार्यक्रम के तहत 200 परिवारों को गायों का उपहार दिया। रवांडा में एक सदियों पुरानी सांस्कृतिक प्रथा है, जिसमें सम्मान और कृतज्ञता के रूप में एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को गाय देता है। गिरिंका व्यक्तिगत रूप से राष्ट्रपति श्री पॉल कागमे की निगरानी में रवांडा सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना है। सबसे गरीब परिवारों को सरकार डेयरी गायों को उपहार में देती है और गाय से पैदा हुई पहली बछिया को पड़ोसी को उपहार में दे दिया जाता है, इस प्रकार से समुदाय में भाईचारे और एकजुटता को बढ़ावा दिया जाता है।

साथ ही, भारत और रवांडा के बीच कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। दोनों देशों ने चमड़ा एवं इससे संबद्ध क्षेत्रों और कृषि अनुसंधान के क्षेत्र में समझौतों पर हस्ताक्षर किए। भारत ने रवांडा में विशेष आर्थिक क्षेत्र और तीन कृषि परियोजनाओं के लिए 20 करोड़ डॉलर ऋण देने की पेशकश की। यही नहीं, श्री मोदी ने जल्दी ही किगाली में भारतीय उच्चायोग स्थापित किये जाने की मंजूरी भी दी।

भारतवंशी हमारे ‘‘राष्ट्रदूत” हैं: नरेन्द्र मोदी

भारत और रवांडा की मित्रता पर भारतवंशियों द्वारा डाले गये सकारात्मक प्रभावों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ते हुए भारतवंशी खुद को विशिष्ट साबित करते हुए उपलब्धियों से देश को गौरवान्वित कर रहे हैं। श्री मोदी ने कहा, ‘‘भारतवंशी पूरी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ रहे हैं। वे हमारे ‘‘राष्ट्रदूत” हैं।”

रवांडा में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति पॉल कागमे ने कल उन्हें पूर्व अफ्रीकी देश में भारतीय समुदाय के कार्यों के बारे में बताया। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘रवांडा में भारतीय समुदाय के साथ खुशगवार बातचीत हुई। भारतवंशी पूरी दुनिया में अपने आप को विशिष्ट साबित कर रहे हैं और अपनी उपलब्धियों से हमें गौरवान्वित कर रहे हैं। रवांडा में रहने वाले भारतवंशियों का भारत-रवांडा संबंधों पर बहुत सकारात्मक प्रभाव है।”

उन्होंने लिखा, ‘‘रवांडा में भारतीय समुदाय से बातचीत करके मुझे खुशी हो रही है। राष्ट्रपति पॉल कागमे ने मुझसे कहा कि भारतीय समुदाय रवांडा के विकास में योगदान कर रहा है और वह बड़े पैमाने पर समाज सेवा करते हैं। मुझे यह सुनकर बहुत खुशी हुई।” इसके अलावा प्रधानमंत्री श्री मोदी 1994 नरसंहार में मारे गए 2,50,000 लोगों की याद में बने रवांडा के नरसंहार स्मारक केंद्र गये।

भारत-युगांडा के बीच हुए चार अहम समझौते

युगांडा गणराज्य के राष्ट्रपति श्री योवेरी कागुटा मुसेवेनी के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 24-25 जुलाई 2018 को युगांडा का दौरा किया। 21 वर्षों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। यही नहीं, प्रधानमंत्री श्री मोदी ने युगांडा की संसद को भी संबोधित किया।

यात्रा के दौरान उन्होंने 24 जुलाई 2018 को एनटेबे स्थित स्टेट-हाउस में राष्ट्रपति श्री मुसेवेनी के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति व्यक्त की कि द्विपक्षीय संबंधों में अपार क्षमता है। दोनों ने राजनीतिक, आर्थिक, वाणिज्यिक, रक्षा, तकनीकी, शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक सहयोग को मजबूत बनाने की द्विपक्षीय प्रतिबद्धता दोहराई। यात्रा के दौरान निम्न समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये :

रक्षा सहयोग पर समझौता

कूटनीतिज्ञ तथा सरकारी पासपोर्ट धारकों के लिए वीजा में छूट पर समझौता

सांस्कृतिक आदान–प्रदान कार्यक्रम पर समझौता

जांच प्रयोगशालाओं पर समझौता

राष्ट्रपति श्री मुसेवेनी ने युगांडा के राष्ट्रीय विकास और आर्थिक उन्नति में वहां रहने वाले 30 हजार भारतीय प्रवासियों के योगदान की प्रशंसा की। भारत ने क्षेत्र में आर्थिक एकीकरण तथा शांति और स्थिरता कायम रखने के लिए युगांडा की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।

10 वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन (दक्षिण अफ्रीका)

आज दुनिया अनेक प्रकार के बदलावों से चौराहे पर : नरेंद्र मोदी

ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) का दसवां सम्मेलन दक्षिण अफ्रीका में संपन्न हुआ। इस सम्मेलन में भाग लेते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत बहुपक्षवाद, अंतरराष्ट्रीय कारोबार और नियम आधारित विश्व व्यवस्था के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।

श्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया अनेक प्रकार के बदलावों से चौराहे पर है। नई औद्योगिक टेक्नोलॉजी और डिजिटल इंटरफ़ेस जिस नई दुनिया का निर्माण कर रहे हैं, वह एक अवसर भी है, और एक चुनौती भी। नई प्रणालियों और उत्पादों से आर्थिक प्रगति के नए रास्ते खुलेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास और प्रगति के केंद्र में हमेशा लोग और मानवीय मूल्य सबसे महत्वपूर्ण हैं। इसलिए टेक्नोलॉजी जगत में चौथी औद्योगिक क्रांति के उन परिणामों पर भी हमें गंभीर विचार करने की ज़रुरत है जो हम जैसे देशों की जनता और अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव डालेंगे।

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए तीन समझौते

भारत और दक्षिण अफ्रीका ने तीन समझौतों पर दस्तखत किए। इसमें कृषि क्षेत्र और अंतरिक्ष सहयोग शामिल है। ब्रिक्स सम्मेलन से इतर श्री मोदी और दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति श्री सिरिल रामफोसा ने द्विपक्षीय मुलाकात में द्विपक्षीय व्यापार में हुई वृद्धि पर संतोष जताया।