देश में 2021-22 के दौरान 316.06 मिलियन टन रिकार्ड खाद्यान्न उत्पादन हुआ

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वर्ष 2021-22 के लिए दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 316.06 मिलियन टन अनुमानित है, जो वर्ष 2020-21 के दौरान प्राप्त उत्पादन की तुलना में 5.32 मिलियन टन अधिक है

पिछले दिनों केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 2021-22 के लिए मुख्य फसलों के उत्पादन के दूसरे अग्रिम अनुमान जारी कर दिए गए। इसके अनुसार देश में 316.06 मिलियन टन रिकार्ड खाद्यान्न उत्पादन हुआ है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने 16 फरवरी को कहा कि देश में खाद्यान्न उत्पादन का लगातार नया रिकार्ड बन रहा है, जो किसान भाइयों-बहनों की कड़ी मेहनत, वैज्ञानिकों के कुशल अनुसंधान और सरकार की किसान हितैषी नीतियों का सद्परिणाम है।

दूसरे अग्रिम अनुमान में मुख्य फसलों के अनुमानित उत्पादन इस प्रकार है:

• खाद्यान्न – 316.06 मिलियन टन (रिकार्ड)
• चावल – 127.93 मिलियन टन (रिकार्ड)
• गेहूं – 111.32 मिलियन टन (रिकार्ड)
• पोषक/मोटे अनाज – 49.86 मिलियन टन
• मक्का – 32.42 मिलियन टन (रिकार्ड)
• दलहन – 26.96 मिलियन टन (रिकार्ड)
• तूर – 4.00 मिलियन टन
• चना – 13.12 मिलियन टन (रिकार्ड)
• तिलहन – 37.15 मिलियन टन (रिकार्ड)
• मूंगफली – 9.86 मिलियन टन
• सोयाबीन – 13.12 मिलियन टन
• रेपसीड एवं सरसों – 11.46 मिलियन टन (रिकार्ड)
• गन्ना – 414.04 मिलियन टन (रिकार्ड)
• कपास – 34.06 मिलियन गांठें (प्रति 170 कि.ग्रा.)
• पटसन एवं मेस्टा – 9.57 मिलियन गांठें (प्रति 180 कि.ग्रा.)

वर्ष 2021-22 के लिए दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 316.06 मिलियन टन अनुमानित है, जो वर्ष 2020-21 के दौरान प्राप्त उत्पादन की तुलना में 5.32 मिलियन टन अधिक है। वर्ष 2021-22 के दौरान उत्पादन विगत पांच वर्षों (2016-17 से 2020-21) के औसत खाद्यान्न उत्पादन की तुलना में 25.35 मिलियन टन अधिक है।

2021-22 के दौरान चावल का कुल उत्पादन 127.93 मिलियन टन रिकॉर्ड अनुमानित है। यह विगत पांच वर्षों के 116.44 मिलियन टन औसत उत्पादन की तुलना में 11.49 मिलियन टन अधिक है।
वर्ष 2021-22 के दौरान गेहूं का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 111.32 मिलियन टन अनुमानित है। यह विगत पांच वर्षों के 103.88 मिलियन टन औसत उत्पादन की तुलना में 7.44 मिलियन टन अधिक है।
पोषक/मोटे अनाजों का उत्पादन 49.86 मिलियन टन अनुमानित है, जो औसत उत्पादन की तुलना में 3.28 मिलियन टन अधिक है।

वर्ष 2021-22 के दौरान कुल दलहन उत्पादन 26.96 मिलियन टन अनुमानित है, जो विगत पांच वर्षों के 23.82 मिलियन टन औसत उत्पादन की तुलना में 3.14 मिलियन टन अधिक है।

2021-22 के दौरान देश में कुल तिलहन उत्पादन 37.15 मिलियन टन अनुमानित है, जो वर्ष 2020-21 के दौरान 35.95 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में 1.20 मिलियन टन अधिक है। इसके अलावा, वर्ष 2021-22 के दौरान तिलहनों का उत्पादन औसत तिलहन उत्पादन की तुलना में 4.46 मिलियन टन अधिक है।

वर्ष 2021-22 के दौरान देश में गन्ना का उत्पादन 414.04 मिलियन टन अनुमानित है, जो 373.46 मिलियन टन औसत गन्ना उत्पादन की तुलना में 40.59 मिलियन टन अधिक है।
कपास का उत्पादन 34.06 मिलियन गांठें (प्रति 170 कि.ग्रा.) अनुमानित है, जो 32.95 मिलियन गांठें औसत उत्पादन की तुलना में 1.12 मिलियन गांठें अधिक है। पटसन व मेस्ता का उत्पादन 9.57 मिलियन गांठें (प्रति 180 कि.ग्रा.) अनुमानित हैं।

कच्चे पाम तेल के लिए कृषि उपकर 7.5 प्रतिशत से घटकर 5 प्रतिशत हुआ

देश में उपभोक्ताओं को अधिक राहत प्रदान करने तथा वैश्विक स्तर पर खाद्य तेलों के दामों में होने वाली बढ़ोत्तरी के कारण घरेलू खाद्य तेलों की कीमतों में और वृद्धि को रोकने हेतु भारत सरकार ने 12 फरवरी, 2022 से कच्चे पाम तेल (सीपीओ) पर कृषि उपकर को 7.5 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत कर दिया। कृषि उपकर में कमी के बाद से कच्चे पाम तेल और रिफाइंड पाम ऑयल के बीच आयात कर अंतर बढ़कर 8.25 प्रतिशत हो गया है।

कच्चे पाम तेल और रिफाइंड पाम ऑयल के बीच अंतर बढ़ने से घरेलू रिफाइनिंग उद्योग को रिफाइनिंग के लिए कच्चे तेल का आयात करने में लाभ होगा।