‘गरीब से गरीब परिवार को आगे बढ़ने का अवसर मिले, यही सच्चा सामाजिक न्याय’

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प्रधानमंत्री ने निलवंडे बांध, शिरडी (महाराष्ट्र) का जल पूजन किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 26 अक्टूबर को महाराष्ट्र के शिरडी, अहमदनगर में स्वास्थ्य, रेल, सड़क, तेल और गैस जैसे क्षेत्रों में लगभग 7500 करोड़ रुपये की अनेक विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया, उन्हें राष्ट्र को समर्पित किया और उनकी आधारशिला रखी। विभिन्न विकास परियोजनाओं में अहमदनगर सिविल अस्पताल में आयुष अस्पताल; कुर्दुवाड़ी-लातूर रोड रेलवे खंड (186 किमी.) का विद्युतीकरण; जलगांव को भुसावल से जोड़ने वाली तीसरी और चौथी रेलवे लाइन (24.46 किमी); एनएच-166 (पैकेज-I) के सांगली से बोरगांव खंड को चार लेन का बनाना और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के मनमाड टर्मिनल पर अतिरिक्त सुविधाएं शामिल हैं।

अन्य परियोजनाओं के अलावा श्री मोदी ने शिरडी में दर्शनों की कतार के लिए नये परिसर का उद्घाटन किया, निलवंडे बांध के बाएं तट (85 किमी) का नहर नेटवर्क राष्ट्र को समर्पित किया और 86 लाख से अधिक किसान-लाभार्थियों को फायदा पहुंचाने वाली ‘नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना’ शुरू की। इससे पहले दिन में श्री मोदी ने शिरडी के श्री साईबाबा समाधि मंदिर में पूजा और दर्शन किये और निलवंडे बांध का जल पूजन किया।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि साईं बाबा के आशीर्वाद से 7500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया जा रहा है। श्री मोदी ने 5 दशकों से लंबित निलवंडे बांध के काम का जिक्र करते हुए आज इसके उद्घाटन का जिक्र किया। उन्होंने इस स्थान पर जल पूजन करने का अवसर मिलने पर आभार व्यक्त किया।

श्री मोदी ने ‘सबका साथ सबका विकास’ के सरकार के मंत्र पर जोर देते हुए और उसे दोहराते हुए कहा, “देश को गरीबी से मुक्ति मिले, गरीब से गरीब परिवार को आगे बढ़ने का अवसर मिले, यही सच्चा सामाजिक न्याय है।”

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प्रधानमंत्री ने मेहसाणा में कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया और रखी आधारशिला

प्रधानमंत्री का गुजरात दौरा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 30 अक्टूबर को गुजरात के मेहसाणा में लगभग 5800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन किया, राष्ट्र को समर्पित किया और शिलान्यास किया। परियोजनाओं में रेल, सड़क, पेयजल और सिंचाई जैसे अनेक क्षेत्र शामिल हैं।

सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि 30 और 31 अक्टूबर की दो तारीखें सभी को प्रेरणा देने वाली हैं, क्योंकि पहले दिन गोविंद गुरु जी की पुण्य तिथि है और दूसरी तारीख सरदार पटेल जी की जयंती है। श्री मोदी ने कहा, “हमारी पीढ़ी ने दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

बनाकर सरदार साहब के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की है।”

उन्होंने कहा कि गोविंद गुरु जी का जीवन भारत की आजादी में जनजातीय समाज के योगदान और बलिदान का भी प्रतीक है। श्री मोदी ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने मानगढ़ धाम का महत्व राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित किया है।

प्रधानमंत्री ने दिन की शुरुआत में अंबाजी मंदिर में दर्शन और पूजा करने की चर्चा की और देवी अंबाजी का आशीर्वाद लेने का अवसर मिलने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने गब्बर पर्वत को विकसित करने और उसकी भव्यता बढ़ाने के लिए किये जा रहे कार्यों की सराहना की। आज की परियोजनाओं के बारे में श्री मोदी ने कहा कि भगवान अम्बे के आशीर्वाद से आज लगभग 6000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया गया है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से कनेक्टिविटी में और सुधार होगा और क्षेत्र के किसानों को लाभ होगा।

प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि गुजरात के लोग पहले ही उन विकास कार्यों को देख चुके हैं, जो आज बाकी देश अनुभव कर रहा है। श्री मोदी ने कहा, “मोदी जो भी संकल्प लेते हैं, उसे पूरा करते हैं।’’