देशभर में जल संरक्षण को लेकर अनेक प्रभावी प्रयास चल रहे हैं : नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 28 जुलाई को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। श्री मोदी ने कहा कि जल संरक्षण को लेकर देशभर में अनेक प्रभावी प्रयास चल रहे हैं। लोगों ने पारंपरिक तौर-तरीकों के बारे में जानकारियां तो शेयर की हैं। मीडिया ने जल संरक्षण पर कई नए अभियान शुरू किये हैं। सरकार हो, NGOs हो- युद्ध स्तर पर कुछ-ना-कुछ कर रहे हैं। सामूहिकता का सामर्थ्य देखकर मन को बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत संतोष हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि झारखण्ड में रांची से कुछ दूर ओरमांझी प्रखण्ड के आरा केरम गांव में वहां के ग्रामीणों ने जल प्रबंधन को लेकर जो हौसला दिखाया है, वो हर किसी के लिए मिसाल बन गया है।

ग्रामीणों ने श्रम दान करके पहाड़ से बहते झरने को एक निश्चित दिशा देने का काम किया। वो भी शुद्ध देसी तरीका। इससे न केवल मिट्टी का कटाव और फसल की बर्बादी रुकी है, बल्कि खेतों को भी पानी मिल रहा है। ग्रामीणों का ये श्रम दान अब पूरे गांव के लिए जीवन दान से कम नहीं है।

श्री मोदी ने कहा कि आप सबको यह जानकर भी बहुत खुशी होगी कि उत्तर-पूर्व का खूबसूरत राज्य मेघालय देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने अपनी जल-नीति तैयार की है। मैं वहां की सरकार को बधाई देता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पवित्र महीने में कई श्रद्धालु कांवड़ यात्रा और अमरनाथ यात्रा पर जाते हैं, जबकि कई लोग नियमित रूप से उपवास करते हैं और उत्सुकतापूर्वक जन्माष्टमी और नाग पंचमी जैसे त्योहारों का इंतजार करते हैं। इस दौरान ही भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन का त्योहार भी आता है। सावन महीने की जब बात हो रही है, तो आपको यह जानकर बहुत खुशी होगी कि इस बार अमरनाथ यात्रा में पिछले चार वर्षों में सबसे ज़्यादा श्रद्धालु शामिल हुए हैं।

श्री मोदी ने कहा कि 1 जुलाई से अब तक तीन लाख से अधिक तीर्थयात्री पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन कर चुके हैं। 2015 में पूरे 60 दिनों तक तक चलने वाली इस यात्रा में जितने तीर्थयात्री शामिल हुए थे, उससे अधिक इस बार सिर्फ 28 दिनों में शामिल हो चुके हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अमरनाथ यात्रा की सफलता के लिए मैं खासतौर पर जम्मू-कश्मीर के लोगों और उनकी मेहमान-नवाजी की भी प्रशंसा करना चाहता हूं। जो लोग भी यात्रा से लौटकर आते हैं, वे राज्य के लोगों की गर्मजोशी और अपनेपन की भावना के कायल हो जाते हैं। ये सारी चीज़ें भविष्य में पर्यटन के लिए बहुत लाभदायक साबित होने वाली हैं।

श्री मोदी ने कहा कि मुझे बताया गया है कि उत्तराखंड में भी इस वर्ष जब से चारधाम यात्रा शुरू हुई है, तब से डेढ़ महीने के भीतर 8 लाख से अधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं। 2013 में आई भीषण आपदा के बाद पहली बार इतनी रिकॉर्ड संख्या में तीर्थयात्री वहां पहुंचें हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देश के विद्यार्थियों के लिए एक दिलचस्प प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैं युवा साथियों को, विद्यार्थियों को अनुरोध करता हूं कि इस क्विज कम्पटीशन में भाग लें और अपनी हिस्सेदारी से इसे दिलचस्प, रोचक और यादगार बनाएं। मैं स्कूलों से, अभिभावकों से, उत्साही आचार्यों और शिक्षकों से, विशेष आग्रह करता हूं कि वे अपने स्कूल को विजयी बनाने के लिए भरसक मेहनत करें। सभी विद्यार्थियों को इसमें जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करें।

श्री मोदी ने कहा कि सबसे रोमांचक बात यह है, कि हर राज्य से सबसे ज्यादा स्कोर करने वाले विद्यार्थियों को भारत सरकार अपने खर्च पर श्रीहरिकोटा लेकर जाएगी और सितम्बर में उन्हें उस पल का साक्षी बनने का अवसर मिलेगा जब चंद्रयान चंद्रमा की सतह पर लैंड कर रहा होगा। इन विजयी विद्यार्थियों के लिए उनके जीवन की ऐतिहासिक घटना होगी, लेकिन इसके लिए, आपको क्विज कम्पटीशन में हिस्सा लेना होगा, सबसे ज्यादा अंक प्राप्त करने होंगे, आपको विजयी होना होगा।