यह केवल एक कानून नहीं, बल्कि उन अनगिनत महिलाओं का सम्मान है जिन्होंने हमारे देश को बनाया है : नरेन्द्र मोदी

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संसद ने पारित किया ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक

जी-20 दिल्ली शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के ठीक बाद संसद का विशेष सत्र 2023 कई मामलों में अभूतपूर्व एवं अविस्मरणीय रहा। इस सत्र में नये संसद भवन में संसदीय कार्यवाही का उद्घाटन और ‘संविधान सदन’ के रूप में पुराने संसद भवन का पुनर्नामकरण हुआ। इस सत्र के दौरान ऐतिहासिक ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक’ पारित हुआ जिससे लोकसभा, राज्य विधानसभाओं तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित होंगी।

इस लोकसभा की उत्पादकता दर 161.5% थी, जिसमें व्यवधान/जबरन स्थगन के कारण कोई समय बर्बाद नहीं हुआ। लोकसभा में 75 वर्षों की संसदीय यात्रा पर चर्चा की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने की तथा राज्यसभा में इस विषय पर चर्चा का प्रारंभ सदन के नेता और केंद्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल ने किया। दोनों सदनों में चंद्रयान-3 मिशन की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र की अन्य उपलब्धियों पर भी चर्चा की गई।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत ‘सबका साथ, सबका विकास’ के सिद्धांत द्वारा प्रेरित अपने परिवर्तनकारी अमृत काल पर अग्रसर है। मोदी सरकार द्वारा प्रस्तुत संविधान (128वां) संशोधन विधेयक, 2023 इस यात्रा में एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक कदम है। यह संविधान संशोधन ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ राष्ट्रीय और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33% आरक्षण सुनिश्चित करने की भाजपा की अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

संसद के दोनों सदनों ने विशाल बहुमत से महिला आरक्षण विधेयक पारित कर दिया। लोकसभा ने इस विधेयक को प्रचंड बहुमत 454-2 से पारित किया, जबकि राज्यसभा ने इसे सर्वसम्मति 215-0 से पारित कर दिया।

इससे पहले गणेश उत्सव के पावन पर्व पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नए संसद भवन में सासंदों का नेतृत्व किया। इसके अलावा पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में एक संयुक्त सत्र बुलाया गया, जिसमें भारतीय संसद की श्रेष्ठतम परंपरा का स्मरण किया गया और भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र में बदलने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।