‘हम प्रजातंत्र के पुजारी हैं, वे दंगातंत्र के पुजारी हैं’

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 11 दिसंबर, 2021 को मेरठ में लगभग 23 हजार बूथ अध्यक्षों के साथ संवाद किया और उन्हें आगामी उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के संदर्भ में जीत के मंत्र दिए। इस कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सर्वश्री स्वतंत्र देव सिंह, उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, प्रदेश भाजपा प्रभारी राधा मोहन सिंह, चुनाव सह-प्रभारी कैप्टन अभिमन्यु, संगठन महामंत्री कर्मवीर, केंद्रीय मंत्री वीके सिंह, संजीव बालियान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश का काम देखनेवाले संजय भाटिया और क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल सहित राज्य सरकार के कई वरिष्ठ मंत्रीगण, विधायक, क्षेत्र के सांसद, प्रदेश और क्षेत्र के पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे।

श्री नड्डा ने कहा कि बाकी दलों की जनसभा में जितनी संख्या होती है, उससे कहीं अधिक कार्यकर्ता तो भारतीय जनता पार्टी के बूथ अध्यक्ष सम्मेलन में होते हैं।

श्री नड्डा ने कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी है जहां गरीब से गरीब परिवार से आने वाले कार्यकर्ता भी अपने परिश्रम और मेधा के बल पर पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं, देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पद को सुशोभित कर सकते हैं। बाकी सभी पार्टियों में एक विशेष परिवार में बेटा, भतीजा या चाचा होना जरूरी है। अब तो इन पार्टियों में वंशवाद इतना मजबूत हो चुका है कि चाचा भी किनारे कर दिए जा रहे हैं।

यह भारतीय जनता पार्टी है जहां गरीब से गरीब परिवार से आने वाले कार्यकर्ता भी अपने परिश्रम और मेधा के बल पर पार्टी का नेतृत्व कर सकते हैं, देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के पद को सुशोभित कर सकते हैं

समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर करारा प्रहार करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि सपा के नेता अपना पुराना चेहरा ढ़ककर नए चेहरे में आने का प्रयास कर रहे हैं। मैं आज स्पष्ट शब्दों में यह कहना चाहता हूं कि ये नई सपा नहीं है, ये वही सपा है। अखिलेश सरकार में 15 आतंकी पकड़े गए थे, तब सपा सरकार ने ये कहकर इन आतंकियों को छुड़ा लिया कि ये दोषी नहीं हैं। बाद में हाईकोर्ट के आदेश के बाद उन आतंकियों को फिर से गिरफ्तार किया गया, उन पर मुकद्दमा चला और वे दोषी करार दिए गए। इनका गुनाह इतना संगीन था कि इनमें से चार को फांसी हुई और कई को उम्रकैद हुई। ये वंशवाद प्रोडक्ट का जीता-जागता उदाहरण है कि किस तरह ये राष्ट्र हित को वोट की खातिर बेच डालते हैं। उत्तर प्रदेश की जनता को यह भी याद होगा कि किस तरह अखिलेश सरकार में प्रदेश के पूर्व डीजीपी और उनके साथ दर्जनों लोगों पर फर्जी तरीके से फंसाया गया, उन पर मुकद्दमे चलाये गए। उसके खिलाफ भी हमने लड़ाई लड़ी और न्याय की जीत हुई। हम प्रजातंत्र के पुजारी हैं, वे दंगातंत्र के पुजारी हैं। अखिलेश सरकार में 700 से अधिक दंगे हुए, 100 से अधिक लोगों ने इन दंगों में अपनी जानें गंवाईं।

हमें 27 अगस्त, 2013 को शुरू हुआ मुजफ्फरनगर का दंगा भी याद है। हमें यह भी याद है कि किस तरह सचिन और गौरव की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी और फिर आरोपियों को अखिलेश सरकार ने छुड़ाया था। आज उत्तर प्रदेश में हर जगह शांति है, कहीं भी साम्प्रदायिक तनाव नहीं है और विकास की नई गाथा लिखी जा रही है। याद कीजिये कैराना की घटना, याद कीजिये अखिलेश सरकार में पलायन का दौर, याद कीजिये मुजफ्फरनगर के दंगे– यही तो है दंगा तंत्र। इस दंगा तंत्र को ख़त्म कर योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रजातंत्र की नींव पर अंत्योदय के सिद्धांत पर सर्वस्पर्शी और सर्व समावेशी विकास का नया अध्याय शुरू किया है।

श्री नड्डा ने कहा कि जहां तक उत्तर प्रदेश की बात है तो उत्तर प्रदेश में भी भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार ने किसानों को गन्ने का रिकॉर्ड भुगतान किया है। अब तक गन्ना किसानों को अकेले उत्तर प्रदेश में लगभग 1.41 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। ध्यान देने वाली बात यह है कि योगी सरकार ने अखिलेश सरकार के समय का भी बकाये का लगभग 11,000 करोड़ रुपये भुगतान किसानों को किया है। बसपा की सरकार और अखिलेश की सपा सरकार ने अपने शासनकाल में किसानों को जितना गन्ने का भुगतान किया था, उससे कहीं अधिक भुगतान भारतीय जनता पार्टी की योगी आदित्यनाथ सरकार में हुआ है। सपा-बसपा और कांग्रेस पर बरसते हुए श्री नड्डा ने कहा कि गन्ना का भुगतान हमारी विकास की नीति को रेखांकित करता है, जबकि जिन्ना उनकी राजनीति का आधार है। हम गन्ने पर भी चुनाव लड़कर जनता का विश्वास जीतेंगे और जिन्ना वाली मानसिकता पर भी विजय प्राप्त करेंगे। मायावती सरकार के शासनकाल में लगभग 19 चीनी मिलें बंद हो गई और कई चीनी मिलें कौड़ियों के भाव बेच दी गईं। अखिलेश सरकार के समय भी लगभग 11 चीनी मिलें बंद हुईं लेकिन चीनी मिलों के खुलने का काम योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार के समय शुरू हुआ है, हमारी सरकार में यूपी में एक भी चीनी मिल बंद नहीं हुई।

उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में हुए व्यापक सुधार की चर्चा करते हुए श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में विकास को एक नया आयाम दिया है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर एक्सप्रेस-वे, गंगा लिंक एक्सप्रेस-वे, बाबा काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, विंध्याचल कॉरिडोर जैसे अनेक उदाहरण इसकी बानगी है। आज उत्तर प्रदेश का बजट 5.12 लाख करोड़ रुपये है जो सर्वाधिक है। योगी आदित्यनाथ सरकार में उत्तर प्रदेश में लगभग 86 लाख किसानों के लगभग 36,000 रुपये का कृषि ऋण माफ़ हुआ है।