हम विकास की राजनीति को प्राथमिकता देते हैं : नरेन्द्र मोदी

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कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं, ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव-प्रचार में जोर-शोर से जुटी हुई हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री बी.एस. येदियुरप्पा धुंआधार प्रचार कर रहे हैं। गौरतलब है कि 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के 223 सीटों के लिए मतदान 12 मई को होने हैं और और 15 मई को परिणाम आने हैं।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 26 अप्रैल को नई दिल्ली स्थित अपने निवास स्थान से कर्नाटक विधानसभा चुनाव के संदर्भ में राज्य के भारतीय जनता पार्टी के पार्टी पदाधिकारियों, उम्मीदवारों, चुने हुए जन-प्रतिनिधियों और पार्टी कार्यकर्ताओं से नरेन्द्र मोदी एप के माध्यम से वीडियो ब्रिज तकनीक के जरिये सीधा संवाद किया। श्री मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में विकास के मुद्दे पर ही चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक का भाग्य बदलने के लिए भाजपा का तीन सूत्रीय एजेंडा है– “विकास, विकास और विकास” और हम विकास की राजनीति को ही प्राथमिकता देते हैं।

वीडियो ब्रिज में भाजपा की नेतृत्व वाली भारत सरकार की कर्नाटक के सर्वांगीण विकास के लिए चार साल की अनेक उपलब्धियों की तुलना UPA सरकार के अंतिम चार साल से करते हुए प्रधानमंत्री ने विकास का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि UPA सरकार विकास के नाम पर जनता को गुमराह करके और झूठे वादों का लॉलीपॉप दिखा कर चुनाव में उतरती थी। वह हर चुनाव में समाज के किसी एक वर्ग समूह को झूठे वादों का लॉलीपॉप दिखाती थी, फिर चुनाव जीतने के बाद उसे भूल जाती थी, यही कांग्रेस का कल्चर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कुकृत्यों के कारण देश की राजनीति में तमाम बुराईयां आ गईं, हमें राजनीति को कांग्रेस के इस कल्चर से मुक्त कर के भारतीय राजनीति का शुद्धिकरण करना है। उन्होंने कहा कि हम जनता को गुमराह करके नहीं, बल्कि विकास करके जनता का दिल जीतना चाहते हैं।

श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा समाज में जातिवाद का जहर घोल कर और समाज में फूट डालकर परिवारवाद और वंशवाद की राजनीति की है जबकि हम हमेशा ‘सबका साथ सबक विकास’ और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का सपना लेकर चलते हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के लोगों ने परिवर्तन का मन बना लिया है और मुझे पूरा विश्वास है कि कर्नाटक में पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की पराजय निश्चित है, इसलिए झूठा दुष्प्रचार कर जनता को गुमराह किया जा रहा कि कर्नाटक में किसी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा और त्रिशंकु विधानसभा बनेगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मतदाता जागरूक हैं और राज्य में परिवर्तन लाने के लिए वे भाजपा को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का जनादेश देंगे। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जाति-धर्म की राजनीति के बजाय जनता को विकास की राजनीति से ही मतलब है। उन्होंने कहा कि 2014 में देश की जनता ने 30 साल बाद पूर्ण बहुमत की सरकार के लिए भाजपा को जनादेश दिया और वर्तमान केंद्र सरकार ने अपने सभी नीतिगत निर्णय, देश के विकास और जनता के हित में लिए हैं।

श्री मोदी ने बिंदुवार कर्नाटक में केंद्र सरकार के विकास कार्यों की उपलब्धियों का लेखा-जोखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि कांग्रेस कर्नाटक की जनता को गुमराह कर रही है। कर्नाटक में सड़क निर्माण के विकास की UPA के कार्यकाल और NDA सरकार के 4 साल के काम की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि UPA के समय में करीब 8,700 करोड़ रुपये का खर्च हुआ था, जबकि हमने 14,000 करोड़ रुपयों के 13 बड़े सड़क प्रोजेक्ट शुरू किये हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण पर भी UPA के चार साल में लगभग 950 करोड़ रुपये ही खर्च हुए थे जबकि हमने चार साल में 1750 करोड़ का अर्थात् लगभग दोगुना काम किया है। उन्होंने कहा कि अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में भी UPA के चार साल में महज 380 करोड़ रुपये का खर्च हुआ था जो हमारे कार्यकाल में चार गुना बढ़कर 1600 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

श्री मोदी ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में कांग्रेस जहां 2,000 मेगावाट कैपेसिटी ही विकसित कर पाई थी, वहीं हमने चार साल में 7,800 मेगावाट यानी करीब चार गुना कैपेसिटी विकसित की है। सोलर एनर्जी के क्षेत्र में कांग्रेस की उदासीनता का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि UPA के चार साल में सिर्फ 31 मेगावाट क्षमता के प्रोजेक्ट्स स्थापित हुए थे जबकि हमने कर्नाटक में 4,800 मेगावाट सोलर पॉवर एनर्जी के प्रोजेक्ट्स स्थापित किये हैं।

हम देश को भ्रष्टाचारमुक्त बनाने को कृतसंकल्पित हैं

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 5 मई को कर्नाटक के तुमकुरु, गडग और शिवमोगा में आयोजित विशाल जनसभाओं को संबोधित किया और कर्नाटक के चहुंमुखी विकास के लिये राज्य की जनता से भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की विकासोन्मुखी येदुरप्पा सरकार बनाने की अपील करते हुये भ्रष्टाचारी सिद्धारमैया सरकार पर जमकर हमला बोला।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आधुनिक, प्रगतिशील और विकासशील कर्नाटक का सपना लेकर चल रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की हमारी सरकार ने कर्नाटक के विकास और राज्य की आम जनता के कल्याण के लिये कई कदम उठाये हैं, लेकिन कर्नाटक में कांग्रेस की ऐसी सरकार बैठी हुई है जो सोती रहती है, वह जन-कल्याण की योजनाओं को राज्य की जनता तक पहुंचने ही नहीं देती। उन्होंने कहा कि हमने आधार के साथ डीबीटी योजना शुरू की और सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में पैसे पहुंचाना शुरू किया। उन्होंने कहा कि हमने किसानों की आय को दुगुना करने के लक्ष्य की प्राप्ति करने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है, जिसके परिणाम धरातल पर दिखने शुरू हो गये हैं। उन्होंने कहा कि हमने कृषि सिंचित भूमि का रकबा बढ़ाया है, खेत से लेकर खलिहान तक फसल को सुरक्षित करने के लिये प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की है, मिट्टी की गुणवत्ता को सुधारने के लिये स्वाइल हेल्थ कार्ड योजना शुरू की है और नीम कोटिंग यूरिया के द्वारा उर्वरकों की कालाबाजारी पर अंकुश लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि किसानों की वर्तमान मुश्किलें कांग्रेस की पुरानी नीतियों के कारण हैं और तिसपर भी कांग्रेस किसानों के कर्ज पर राजनीति करने से बाज नहीं आती।

श्री मोदी ने कहा कि आगामी 15 मई, 2018 के बाद इंडियन नेशनल कांग्रेस नहीं रहेगी, बल्कि यह पीपीपी कांग्रेस अर्थात् पंजाब, पुद्दुच्चेरी, परिवार कांग्रेस बन जायेगी और कांग्रेस पार्टी को पीपीपी कांग्रेस पार्टी बनाने का काम भी कर्नाटक की जनता करेगी।

श्री मोदी ने कहा कि कर्नाटक कांग्रेस के नेताओं के लिए तो केवल एक ही मंत्र है ‘बाप बड़ा न भैया सबसे बड़ा रुपैया’ और मुख्यमंत्री जी ने तो कहावत ही बदल दी उनका मंत्र है ‘बाप भी बड़ा, भैया भी बड़ा मगर उससे भी बड़ा रुपैया, सिद्धा रुपैया’। उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है, जबकि हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक लड़ाई छेड़ रखी है हम देश को भ्रष्टाचारमुक्त बनाने के लिए कृतसंकल्पित हैं। उन्होंने कहा कि Congress के ‘C’ और Corruption के ‘C’ में कोई अंतर नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता नोटबंदी को लेकर आज भी रोते हैं, देश की जनता को याद होगा कि नोटबंदी के बाद कर्नाटक में कांग्रेस के कैसे-कैसे दिग्गजों के घर से भर-भर के नोट बरामद हुये थे। उन्होंने कहा कि मीडिया के अनुसार कर्नाटक में कांग्रेस के एक नेता की संपत्ति कुछ ही वर्षों में 75 करोड़ से बढ़कर 800 करोड़ रुपये हो गई। आखिर ये पैसा आया कहां से? उन्होंने कहा कि 2014 के बाद से देश में जितने भी चुनाव हुये, लगभग उन सभी चुनावों में कांग्रेस की हार हुई है और भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस गोवा, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय – सब हारती चली गई है, देश के हर कोने में जनता ने कांग्रेस को साफ कर दिया है और अब बारी कर्नाटक की है, कर्नाटक में भी कांग्रेस पार्टी का सफाया होना तय है।

कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुये श्री मोदी ने कहा कि किसानों के नाम पर राजनीति करने वाली कांग्रेस से मैं पूछना चाहता हूं कि हेमवती नदी का पानी हमारे तुमकुर के किसानों को क्यों नहीं मिला? उन्होंने कहा कि हम हेमवत‍ी और नेत्रावती नदी को जोड़कर टुमकुर और आसपास के 8 जिलों के किसानों तक पानी पहुंचाने का प्रबंध करेंगे। उन्होंने भद्रा प्रॉजेक्ट जैसी अधूरी सिंचाई योजनाओं का जिक्र कर सिद्धारमैया सरकार पर निशाना साधते हुये कहा कि वे पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नदियों को जोड़ने के सपने को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 30-35 महीनों में हमारी सरकार ने 1 लाख करोड़ से ज्यादा खर्च कर किसानों तक पानी पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों ने दुनिया के बाजारों में हमारे कृषि उत्पादों को भेजा होता तो आज हमारे किसानों की यह हालत न होती। उन्होंने सिद्धारमैया से प्रश्न पूछते हुये कहा कि सिद्धारमैया जी गडग के लोगों को गुमराह करने से पहले जरा मैडम सोनिया से पूछ लेते कि महादायी के लिए कांग्रेस की नीति क्या है क्योंकि 2007 में सोनिया जी ने कहा था कि महादायी का पानी कर्नाटक को न मिले इसके लिए कांग्रेस प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कर्नाटक का विकास नहीं होने देना चाहती। उन्होंने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने कर्नाटक को राज्य में सात स्मार्ट सिटी बनाने के लिए 836 करोड़ रुपये दिये हैं, लेकिन यहां की भ्रष्ट कांग्रेस सरकार अब तक केवल 12 करोड़ रुपये ही खर्च कर पाई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ऐसी सरकार चलाई कि कर्नाटक के कई हिस्से बिजली के लिए अब भी तरस रहे हैं, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने इन क्षेत्रों में भी बिजली पहुंचाने का प्रबंध किया है।

कर्नाटक की राजनीतिक परिस्थिति पर चर्चा करते हुये प्रधानमंत्री ने कहा कि तमाम सर्वेक्षणों में जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) राज्य में तीसरे नंबर पर रहने वाली है। ऐसे में कर्नाटक की जनता जेडीएस को अपना वोट देकर खराब न करे क्योंकि केवल भारतीय जनता पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो कांग्रेस की भ्रष्टाचारी सिद्धारमैया सरकार को हरा सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और जेडीएस के बीच पर्दे के पीछे सांठ-गांठ है। बेंगलुरु कॉर्पोरेशन में तो जेडीएस के समर्थन से कांग्रेस का मेयर भी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में हिम्मत होनी चाहिए कि वह जेडीएस से अपना नाता स्वीकार करे और लोगों को मूर्ख बनाना बंद करे। उन्होंने कहा कि 2014 में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने से पहले पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय श्री एच डी देवेगौड़ा जी ने घोषणा की थी कि मोदी के जीतने पर मैं आत्महत्या कर लूंगा, लेकिन मैंने उस समय भी उनके प्रति आदर और सम्मान का भाव कभी नहीं छोड़ा क्योंकि मैं श्री एचडी देवगौड़ा की बड़ी इज्जत करता हूं।

श्री मोदी ने कहा कि कर्नाटक में बनने वाली भारतीय जनता पार्टी की येदुरप्पा सरकार स्किल डेवलपमेंट, स्टैंड-अप और स्टार्ट-अप योजनाओं के जरिये युवाओं को रोजगार देने की दिशा में विशेष प्रयास करेगी, ऐसा मेरा विश्वास है। उन्होंने कहा कि केंद्र की हमारी सरकार ने इतने कम समय में ही लगभग चार करोड़ गरीब महिलाओं को गैस कनेक्शन देने का काम पूरा कर लिया है, कर्नाटक में भी लाखों महिलाओं को इसका फायदा पहुंचा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेताओं को गरीबों की चिंता नहीं थी, बल्कि अपना नाम चिपकाने की चिंता थी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में हर क्षेत्र में विकास की अपार संभावनाएं हैं और जब कर्नाटक का विकास होगा, तभी देश का विकास संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा अकेले कर्नाटक में लगभग 30 हजार करोड़ रुपये के रेलवे की योजनायें चल रही है। उन्होंने कहा कि हम विकास के प्रति समर्पित हैं और हम श्री येदुरप्पा जी के नेतृत्व में कर्नाटक के गांव, गरीब, किसान, दलित, आदिवासी, युवा एवं महिलाओं के विकास के लिए कृतसंकल्पित हैं। उन्होंने कर्नाटक की जनता से अपील करते हुए कर्नाटक के ग्रोथ इंजन को एक बार फिर तेज करने और स्वस्थ, सुन्दर और सुरक्षित कर्नाटक के निर्माण के लिए आगामी 12 मई, 2018 को भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील की।

‘कांग्रेस पार्टी न तो दिलवाली है, न दलितोंवाली, केवल डीलवाली है’

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 6 मई को कर्नाटक के चित्रदुर्ग, रायचूर और जमखंडी में आयोजित विशाल जन-सभाओं को संबोधित किया और कर्नाटक की जनता को विकास से वंचित रखने का पाप करने के लिये कांग्रेस पार्टी और सिद्धारमैया सरकार पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने आज जनसभाओं की शुरुआत चित्रदुर्ग से करते हुये चंद्रयान मिशन में लगे सभी वैज्ञानिकों और टेक्निशियनों को शुभकामनाएं दी और कहा कि यहां की धरती ‘जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान’ के मंत्र की पर्याय है।

श्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने स्थानीय वीरों और वीरांगनाओं का सम्मान करने की जगह सुल्तानों का सम्मान कर कर्नाटक की जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति की खातिर, कांग्रेस का चरित्र देखिए कि जिसकी जयंती मनानी चाहिए, उसकी तो मनाते नहीं हैं, वीर मदकरी नायक, वीरा मरकडी, वीर कवि कुवेम्पु को तो भुला दिया, लेकिन सुल्तानों की जयंती मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जिसे वोटबैंक की राजनीति के लिए इतिहास और भवनाओं को मरोड़कर आगे बढ़ने की आदत हो गई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी न तो दिलवाली है और न दलितोंवाली है, ये केवल डीलवाली पार्टी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार को राज्य की जनता के वेलफेयर की कोई चिंता ही नहीं है, जो कांग्रेस आपके वेलफेयर के बारे में नहीं सोचती, अब उनके फेयरवेल करने का वक्त आ गया है।
श्री मोदी ने कहा कि भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर देश की धरती से जुड़े रहे, लेकिन कांग्रेस ने कभी उन्हें स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब को परिनिर्वाण के बाद भी उन्हें भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया, यह भारतीय जनता पार्टी थी, जिसके समर्थन से केंद्र में बनने वाली सरकार ने बाबा साहेब को भारत रत्न दिया। उन्होंने कहा कि हजारों योजनाएं एक ही परिवार के नाम पर हैं दिल्ली में सभी स्मारक एक ही परिवार के नाम पर हैं, मकान और जमीन पर एक ही परिवार का कब्जा है, लेकिन बाबा साहेब के लिए स्मारक बनाने के लिए कांग्रेस कभी आगे नहीं आई। उन्होंने कहा कि हमने बाबा साहेब की जयंती दुनिया भर में मनाई। उन्होंने कहा कि मऊ में बाबा साहेब की जन्मभूमि, नागपुर में दीक्षा भूमि, मुंबई में चैत्य भूमि और दिल्ली में कर्म भूमि पर हमारी सरकार ने काम किया। उन्होंने कहा कि जब श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में पहली बार केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तो हमने महान वैज्ञानिक भारत रत्न डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी को राष्ट्रपति बनाया और जब दूसरी बार केंद्र में हमारी सरकार आई तो हमने गरीब दलित परिवार में पैदा हुये श्री रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद पर प्रतिष्ठित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की दलितों के प्रति नफरत देखिये कि श्री रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति बनने के बाद से आज तक कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी ने शिष्टाचार भेंट तक नहीं की है, कांग्रेस के वर्तमान अध्यक्ष राहुल गांधी भी उनके राष्ट्रपति बनने के सात महीने बाद उनसे मिले थे, वह भी ज्ञापन सौंपने गये थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने दलितों के उत्थान के लिये कोई काम ही नहीं किया, यही कारण है कि वह आज भी दलितों के नाम पर देश को भटका रही है, दलित और गरीब अगर कांग्रेस की प्राथमिकता होते तो आज उन्हें दुर्दशा नहीं झेलनी पड़ती। उन्होंने कहा कि दलित कल्याण के नाम पर यहां के एक मंत्री ने अपने कल्याण की योजना कैसे बनाई? ये कर्नाटक के लोग भलीभांति जानते हैं, गंगा कल्याण के नाम पर इन्होंने खुद का कल्याण किया। उन्होंने सभा में उपस्थिति जनता को संबोधित करते हुए कहा कि सिद्धारमैया सरकार तो जनता के पानी के पैसे भी खा गई, आदिवासियों के हॉस्टल में बिस्तर लगाने के पैसे भी खा गई, चादर, तकिया तक के पैसे भी खा गई, कहीं ऐसा न हो कि आपके घर के बिस्तर के पैसे भी खा जाए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब तो कांग्रेस को और भी तकलीफ हो रही है, क्योंकि प्रधानमंत्री भी गरीब और पिछड़ी जाति से आता है और महामहिम राष्ट्रपति जी भी दलित परिवार से आते हैं, इसलिए कांग्रेस ने दलितों में भ्रम और झूठ फैलाने का अभियान चलाया हुआ है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के केंद्र में सत्ता में आने के बाद हमने एससी/एसटी ऐक्ट को और कड़ा कर दिया, ताकि दलितों पर अत्याचार करने वालों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके। उन्होंने कहा कि मैं सभी दलितों, गरीबों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि मैं आपकी भलाई के काम करने के लिए मैं प्रतिबद्ध हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस भाषा, जाति, पंथ के नाम पर कर्नाटक को बांटने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता तो ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे’ के नारे लगाने वालों के समर्थन में खड़े होने भी देर नहीं लगाई। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी विकास के प्रति समर्पित है तो कांग्रेस विकास के विरोध में है। भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ सोचती है तो कांग्रेस एक ही परिवार के लिए सब कुछ करना चाहती है। भाजपा भ्रष्ट व्यवस्था के खिलाफ है तो कांग्रेस भ्रष्टाचारियों को समर्थन देती है। उन्होंने कहा कि यहां के मुख्यमंत्री तो सूटकेस में कैरेक्टर सर्टिफिकेट लिये घूमते हैं, अपनी सरकार के किसी मंत्री अथवा नेता पर आरोप लगा नहीं कि वे तुरंत उन्हें क्लीन चिट दे देते हैं। उन्होंने कर्नाटक की जनता से अपील करते हुये कहा कि भ्रष्टाचारियों को क्लीन चिट देने वाले मुख्यमंत्री को क्लीन स्वीप कर दीजिये।

श्री मोदी ने कहा कि हम किसानों के लिए काम करने वाले लोग हैं, कांग्रेस झूठे वादे करने वाली पार्टी है, ‘बांटो और राज करो’ वाली पार्टी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दिल्ली के नेता हों या गली के नेता, वे सिर्फ आरोप लगाते हैं ये लोग दिन-रात मोदी-मोदी-मोदी-मोदी करते रहते हैं, लेकिन उनके पास किसी भी वादे का हिसाब नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के हर कोने से कांग्रेस चली गई, कर्नाटक से भी इनका सफाया होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नया मंत्र है- झूठ बोलो, जहां बोल सकते हो, जितना बोल सकते हो, झूठ बोलो और जनता को गुमराह करो। श्री मोदी ने कहा, “हम कर्नाटक को कांग्रेस द्वारा बंटने नहीं देंगे, यहां जातिवाद का जहर नहीं घुलने देंगे। चुनाव आएंगे और जाएंगे, लेकिन कर्नाटक को टूटना नहीं चाहिए। कांग्रेस कर्नाटक को बांटने में लगी है लेकिन उसे हम ऐसा नहीं करने देंगे। 12 मार्च को अलगाववाद का खेल करने वाली कांग्रेस पार्टी को जनता सबक सिखाएगी।” उन्होंने कहा कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री अपनी निश्चित हार की डर से बिना बताये बादामी चले गए लेकिन वहां भी जनता उनके कारनामों को माफ़ नहीं करेगी।

प्रधानमंत्री ने कर्नाटक के भाजपा कार्यकर्ताओं और विधायकों के सवालों के जवाब भी दिए, जिसके मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं –

– हमें राज्य के हर एक मतदाता तक पहुंचना है, उनका दिल और विश्वास जीतना है। जो बूथ जीतेगा, वही चुनाव जीतेगा।

– कर्नाटक के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विकास की काफी संभावना है, लेकिन कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की जाति-पाति की राजनीति राज्य के विकास में रुकावट बनी हुई है।

– कर्नाटक में भी शहरीकरण तेजी से हो रहा है और गांवों से लोग रोजी-रोटी की तलाश में शहरों की ओर रुख कर रहे हैं, ऐसे में शहरों के इंफ्रास्ट्रक्चर पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, लेकिन कांग्रेस सरकार विकास करने से कतराती है।

– कर्नाटक में मेरा एक ही अजेंडा है- डिवेलपमेंट, फास्ट पेस डिवेलपमेंट, ऑल राउंड डिवेलपमेंट।