आईएमएफ ने 2023-24 के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत किया

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अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने भारत की 2023-24 की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान 0.2 प्रतिशत बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है। हालांकि, इसने वैश्विक वृद्धि का अनुमान घटाकर तीन प्रतिशत कर दिया।

आईएमएफ के 10 अक्टूबर को ‘विश्व आर्थिक परिदृश्य’ में चीन के वृद्धि के अनुमान को 2023 के लिए 0.2 प्रतिशत और 2024 के लिए 0.3 प्रतिशत घटाकर क्रमशः पांच प्रतिशत और 4.2 प्रतिशत कर दिया गया है। इस तरह चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की वृद्धि दर चीन से अधिक रहने का अनुमान है।
इसमें कहा गया है कि भारत में वृद्धि दर 2023 और 2024 दोनों में 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इस तरह आईएमएफ ने 2023 के लिए अपने पूर्वानुमान में 0.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। अप्रैल-जून के दौरान उम्मीद से अधिक मजबूत खपत के चलते ऐसा किया गया है।

आईएमएफ ने कहा कि मौद्रिक नीति अनुमानों के मुताबिक मध्यम अवधि में भारतीय रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति के लक्ष्य को हासिल कर सकता है।

भारत विकास एवं नवाचार का एक पावरहाउस : प्रधानमंत्री

आईएमएफ के विकास संबंधी पूर्वानुमान पर टिप्पणी करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 11 अक्टूबर को कहा कि भारत वैश्विक स्तर का एक उज्ज्वल स्थान तथा विकास एवं नवाचार का एक पावरहाउस है। श्री मोदी ने कहा कि ऐसा हमारे लोगों की शक्ति और कौशल के कारण है।

उन्होंने यह प्रतिबद्धता भी दोहराई है कि हम अपने सुधारों के पथ को और आगे बढ़ाते हुए समृद्ध भारत की दिशा में अपनी यात्रा को मजबूत करना जारी रखेंगे। आईएमएफ के एक्स थ्रेड्स पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लोगों की शक्ति और कौशल से संचालित, भारत वैश्विक स्तर का एक उज्ज्वल स्थान तथा विकास एवं नवाचार का एक पावरहाउस है। हम अपने सुधारों के पथ को और आगे बढ़ाते हुए समृद्ध भारत की दिशा में अपनी यात्रा को मजबूत करना जारी रखेंगे।