कारगिल युद्ध के शहीदों को नरेन्द्र मोदी की श्रद्धांजलि

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                                                                 असीम अहलूवालिया
भाजपा नेता, हिमाचल प्रदेश

कारगिल की अपनी हालिया यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जवानों को अपने परिवार के रूप में संबोधित किया और कहा कि उन्हें उनके साथ दिवाली मनाने का सौभाग्य मिला है। 2014 में भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से श्री नरेन्द्र मोदी रोशनी के त्योहार को मनाने और जवानों के साथ देश की एकजुटता व्यक्त करने के लिए विभिन्न सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा करते आये हैं।

हालांकि, भारतीय सेना के प्रति उनके समर्पण की जड़ें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में प्रचारक के रूप में शामिल होने से पहले ही उनके शुरुआती दिनों से चली आ रही हैं। उनके जीवन की कई घटनाएं ऐसी हैं जब श्री मोदी ने अपने कार्यों के माध्यम से भारतीय सेना के प्रति अपना आभार व्यक्त किया है, लेकिन कारगिल युद्ध के दौरान एक विशेष क्षण आया, जो ध्यान देने योग्य है।

1999 के कारगिल युद्ध के दौरान श्री नरेन्द्र मोदी हिमाचल प्रदेश में पार्टी के प्रदेश प्रभारी के रूप में कार्यरत थे। उस युद्ध में हिमाचल के 52 जवान शहीद हुए थे। ऐसे में श्री नरेन्द्र मोदी ने शहीदों की स्मृति में एक स्मारिका प्रकाशित कर उन्हें श्रद्धांजलि देने का विचार रखा।

हिमाचल प्रदेश के भाजपा नेता श्री असीम अहलूवालिया इस घटना के बारे में बताते हैं कि कैसे श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यकर्ताओं को जवानों को विशेष श्रद्धांजलि देने के लिए प्रेरित किया। श्री नरेन्द्र मोदी ने श्री असीम अहलूवालिया के साथ युद्ध में शहीद हुए सभी जवानों की विस्तृत जीवनी के साथ एक स्मारिका प्रकाशित करने का अपना विचार साझा किया। उनके विचार पर अमल करने के लिए भाजपा की हिमाचल इकाई तेजी से सक्रिय हुई।

युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को शहीद जवानों के बारे में सारी जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी दी गई। श्री नरेन्द्र मोदी ने पहले ही सुझाव दिया था कि हिमाचल में भाजपा की सरकार होने के बावजूद स्मारिका के प्रकाशन के लिए किसी भी सरकारी निकाय से एक पैसा भी नहीं लिया जाए।

श्री असीम अहलूवालिया याद करते हैं कि श्री मोदी के मार्गदर्शन में श्री जयराम ठाकुर और उन्होंने स्वयं शहीद सैनिकों की स्मृति में स्मारिका पर काम किया और उसे प्रकाशित किया।

स्मारिका में सैनिकों को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवार के सदस्यों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा लिखी गई एक कविता को भी शामिल किया गया था।

बाद में हिमाचल में आयोजित पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में स्मारिका का वितरण किया गया और वरिष्ठ नेताओं द्वारा सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की गई।