असम की सुरक्षा केवल और केवल भाजपा की सरकार ही कर सकती है: अमित शाह

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केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री अमित शाह द्वारा बटद्रवा, नौगांव और कर्बी आंगलोंग (असम) में आयोजित विशाल जन-सभा को संबोधित किया और कहा कि असम गण परिषद और भारतीय जनता पार्टी, दोनों मिलकर आगामी विधान सभा चुनाव में दो- तिहाई से ज्यादा सीटें जीतकर असम में सरकार बनाने जा रही है। इससे पूर्व, माननीय गृह मंत्री ने आनंदपुरी कालीबाड़ी मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की। तत्पश्चात, वे नगांव स्थित महामृत्युंजय मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में भी शामिल हुए। 

माननीय गृह मंत्री ने जन-सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ये मेरे लिए हर्ष और सौभाग्य की बात है कि भारत के पश्चिमी भाग (गुजरात) में मैंने जन्म लिया जहां श्री कृष्ण और वैष्णव परम्परा की एक समृद्ध परम्परा रही है और आज मैं पूर्व के असम में आया हूं जहां श्रीमंत शंकर देव ने नव-वैष्णव परंपरा की स्थापना कर उसे प्राणवान करने का काम किया था। असम को भक्ति सम्प्रदाय की एक नई संस्कृति देने की शुरुआत श्रीमंत शंकर देव ने की और जिसे माधव देव जी ने आगे बढ़ाने का काम किया। श्रीमंत शंकर देव ने असम में भक्ति आन्दोलन को तो स्थापित किया ही साथ ही, उन्होंने भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए भी कई काम किये।

माननीय गृह मंत्री ने श्रीमंत शंकर देव की पंक्ति, “कोटि-कोटि जन्म अंतरे जाहार,आसे महा पुन्यराशि, सिषि कदाचित मनुष्य होवय, भारतवरिषे आसि” की व्याख्या करते हुए कहा कि कोटि कोटि जन्मों तक यदि कोई पुण्य कार्य करता है और जब महान पुण्य का योग होता है तो वे ही भारत भूमि पर जन्म लेने का अधिकारी होता है। श्रीमंत शंकरदेव ने दूरदृष्टि के साथ पूरे पूर्वी क्षेत्र को भारत के साथ जोड़ने का प्रयास किया। महात्मा गांधी ने आजादी के आंदोलन के वक्त कहा था कि असम सही में भाग्यशाली है कि यहां 500 साल पहले शंकरदेव जी ने जन्म लिया जिन्होंने एक ऐसा आदर्श स्थापित किया जो मेरे रामराज्य का आदर्श है। 

माननीय गृह मंत्री ने ख़ुशी का इजहार करते हुए कहा कि असम के इस साल के बजट में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व में वित्त मंत्री हिमंता विस्वा शर्मा ने 180 करोड़ रुपये की लागत से श्रीमंत शंकर देव की स्मारक बनाने का महती कार्य किया है। उन्होंने असम की पिछली कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि असम में 15 वर्ष तक कांग्रेस की सरकार रही मगर कभी श्रीमंत शंकर देव जी की भूमि को उन्होंने पुण्यस्थली मानकर वहां एक स्मारक बनाने की बात तनिक भी नहीं सोची। असम की जनता ने, 5 साल पूर्व, भारतीय जनता पार्टी को मौका दिया और हमारे दोनों नेताओं ने श्रीमंत शंकर देव जी के संदेश को आगे बढ़ाने का काम किया है। श्रीमंत शंकर देव जी ने सामाजिक जीवन की सहज प्रवृत्ति कला-नृत्य-नाट्य-संगीत को भक्ति आन्दोलन के साथ जोड़कर पूरे समाज को जोड़ने का कार्य किया। 

माननीय गृह मंत्री ने असम सरकार ने निर्णय लिया है कि असम के 50 साल पुराने 8,000 नामघरों को मजबूत करने के लिए ढाई-ढाई लाख रूपये देकर नव-वैष्णव आन्दोलन को नई दिशा दी जाएगी। श्रीमंत शंकर देव जी को स्मरण करते हुए हम सभी को एक बात याद रखनी चाहिए कि जो भारतीय नहीं हैं, वो असमिया कदापि नहीं हो सकते। आज बटद्रवा के विकास का जो संकल्प लिया जा रहा है इसके तहत अपने 12 वर्षों के तीर्थाटन से लौटकर महापुरुष शंकर देव जी ने सर्वप्रथम जिस जगह नव-वैष्णव सम्प्रदाय का  ‘एकशरणम् नामधर्म’  मार्ग की शिक्षा देना प्राम्भ किया था वहां एक भव्य स्मारक बनने जा रहा है जहां न केवल अथिति गृह, कला केंद्र, खेल कूद परिसर, सभागार, संग्रहालय, चिकित्सा केंद्र और आकाश गंगा का सौन्दर्यीकरण करते हुए संगीतमय फव्वारा होगा बल्कि बहुत बड़ा संचार केंद्र भी यहाँ बनाने की योजना है।

माननीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में न सिर्फ असम बल्कि पूरे उत्तर पूर्व भारत में विकास की नई शुरुआत हुई है। एक समय था जब असम आंदोलन, हिंसा से जाना जाता था, आज मोदी जी ने असम का गौरव बढ़ाने के ढेरों कार्य किए हैं। सुधा कंठ डॉ भूपेन हजारिका को भारत रत्न देकर असम को सम्मान देने का काम भारतीय जनता पार्टी की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है। असम में, कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गगोई को भी पद्म भूषण से सम्मानित करने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। असम की गरिमा, यहाँ की संस्कृति-भाषा-साहित्य-संगीत बढ़ाने के अनेकों कार्य  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किये हैं। जो असम पहले हथियार, आंदोलन के लिए जाना जाता था, वहां बोडो लैंड का समझौता कर प्रदेश में शांति स्थापित करने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। असम को विकास के रास्ते पर ले जाने, उसे भ्रष्टाचार और घुसपैठिए से मुक्त करने का काम भारतीय जनता पार्टी की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है। दो दिन पूर्व ही, एक हजार से ज्यादा उग्रवादियों ने सरेंडर किया। इससे पूर्व, 9 अलग अलग संगठनों के 600 लोगों ने सरेंडर कर समाज की मुख्य धारा में शामिल हुए हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अब तक 35 बार उत्तर पूर्व का दौरा कर यहां के विकास कार्यों को गति देने का काम किया है।

माननीय गृह मंत्री ने केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा पूर्वोत्तर, खासकर असम के लिए किये गए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूरे पूर्वोत्तर को विकास के लिए चिह्णित किया है। सिर्फ असम में पिछले 5 सालों में 20,000 किमी से ज्यादा सड़कें बनाने का काम भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है। ब्रह्मपुत्र नदी पर 6 पुल बनाए गए हैं। गोवाहाटी में नया चिकित्सा महाविद्यालय खुला, टाटा ग्रुप के सौजन्य से 860 करोड़ रूपये की लागत से कैंसर अस्पताल खुला है। इसके अतिरिक्त, लखीमपुर, नगांव, धुब्री,  तिनसुकिया, नलबाड़ी और कोकराझाड़ में 6 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं। तेल क्षेत्र के विकास के लिए 46,000 करोड़ रूपये अतिरिक्त दिए गए हैं। गोवाहाटी का नया हवाई अड्डा का काम प्रगति पर है। जोरहाट में नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिजाईन खोले गए हैं, टिहू में फ़ूड पार्क बनाए गए हैं, गोगामुख में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान बनाए गए हैं और कुछ दिन पूर्व ही, शिवसागर में 1 लाख लोगों को जमीन का पट्टा देने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। आयुष्मान भारत योजना के साथ साथ अटल अमृत मिशन भी असम में चलाये गए हैं। बजट 2021-22 में असम के लिए 53,000 करोड़ रुपये देने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है  जबकि स्थानीय इकाई के लिए 2,000 करोड़ रुपया अलग से दिया गया है। 

माननीय गृह मंत्री ने असम की बाढ़ समस्या का जिक्र करते हुए कहा कि असम को हर साल बाढ़ की प्रताड़ना झेलनी पड़ती है जिसके कारण हजारों लोग घर-बार छोड़ने के लिए विवश होते हैं। असम को बाढ़-मुक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है। असम को बाढ़ की समस्या से निजात दिलाने के लिए उपग्रह सैटेलाइट के माध्यम से ऐसे स्थान ढूंढे गए हैं, जहां से पानी को डायवर्ट करके बड़े-बड़े तालाब बनाए जाएंगे, सिंचाईं की व्यवस्था की जाएगी, पर्यटन स्थल बनाए जाएंगे और असम को बाढ़ मुक्त बनाया जाएगा।

माननीय गृह मंत्री ने कांग्रेस को खुली चुनौती देता हुए कहा कि हमने पिछले 5 सालों में असम के लिए जितना किया, उसका हिसाब तो दे दिया लेकिन असम से राज्यसभा के लिए निर्वाचित होने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और असम की पिछली कांग्रेस सरकार ने अपने पिछले 15 वर्षों में असम के विकास के लिए क्या किया, इसका हिसाब लेकर आ जाएँ। कांग्रेस पार्टी ने दशकों तक देश के लिए जो नहीं किया, वह भारतीय जनता पार्टी की नरेन्द्र मोदी सरकार ने 7 सालों में कर दिखाया है। कोविड महामारी के दौरान असम सरकार ने जिस तरीके से कोविड प्रबंधन का सराहनीय काम किया है उसके लिए मैं प्रदेश सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं। असम के चाय बागान का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार असम के चाय बागान मजदूरों के लिए 2,000 करोड़ रूपये की योजना लेकर आई है जिसके तहत उनके लिए आवास, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में काम किये जायेंगे।

माननीय गृह मंत्री ने कांग्रेस सहित असम में बनी छोटी-छोटी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि असम आंदोलन के वक्त जिस कांग्रेस ने असम के युवाओं पर गोली चलाई और सैंकड़ों असम के युवाओं को मौत के घाट उतार दिया गया, उस कांग्रेस को जिताने के लिए आंदोलन करने वाले अलग-अलग नाम से छोटी छोटी पार्टियाँ वोट कटवा के तौर पर भारतीय जनता पार्टी के वोट काटने के लिए खड़े हुए हैं। उनका मकसद है कांग्रेस को जिताना और सभी को मालूम है कि कांग्रेस सरकार नहीं बना सकती है। असम की जनता भली-भांति जानती है कि सिर्फ भारतीय जनता पार्टी और असम गण परिषद ही मिलकर असम को विकसित, शांत और घुसपैठिए से मुक्त राज्य बना सकती है और कोई नहीं। असम की अस्मिता की बात करने वाली असम गण परिषद और पूरे भारत को असम को जोड़ने वाली भारतीय जनता पार्टी, दोनों मिलकर आगामी विधान सभा चुनाव में दो- तिहाई से ज्यादा सीटें जीतकर असम में सरकार बनाने जा रही है। आज असम की गौरव की बात करने वाले ये बताएं कि जब उनके शासन काल में जब कोई घुसपैठिया असम के गौरव गैंडे का शिकार करते थे तो वोट बैंक पॉलिटिक्स के कारण उनके खिलाफ कुछ नहीं कर पाते थे।  जो कांग्रेस पार्टी बदरुद्दीन अजमल की एआईयूडीएफ साथ ताल मेल की सोच रही है क्या वे असम से घुसपैठिए को बाहर निकल सकती है, असम की सुरक्षा कर सकती है ? असम की जनता ने 5 साल तक एक पूर्ण बहुमत वाली सरकार दी और उन्होंने विकास को अनुभव भी किया। अगला 5 साल पुनः भारतीय जनता पार्टी को मौका दीजिये, हम असम को देश का नंबर एक राज्य बनाकर रहेंगे।